विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। जिला स्तरीय अल्पसंख्यक भामाशाह एवं प्रतिभा सम्मान समारोह गुरुवार को जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। जिसमें कक्षा 10 एवं कक्षा 12 में उत्कृष्ट परिणाम हासिल करने तथा प्रशासनिक सेवा में चयनित होने वाली छात्राओं को प्रशंसा पत्र एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। वहीं शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग देने वाले भामाशाहों का भी सम्मान किया गया।
इस अवसर पर जिला कलक्टर डॉ. सोनी ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में नाम से कोई फर्क नहीं पड़ता है, नाम चाहे कोई भी हो, पढ़ाई का जुनून होना चाहिए। डॉ. सोनी ने कहा कि कामयाबी की भूख किसी मेडिकल या दवा से नहीं मिलती है, यह तो माता-पिता या गुरुजनों को देनी पड़ती है। इस प्रकार कोई भी छात्राएं अपनी पढ़ाई को बीच में ना छोड़कर लगातार जारी रखें, ताकि वह अपनी पहचान खुद बना सके तथा समाज व जिला एवं प्रदेश में अपने नाम से जानी जा सके।
इस दौरान पहली बार नागौर आई कई बालिकाओं ने बताया कि उन्हें जिला कलक्ट्रेट परिसर आने का अवसर मिला तथा उनकी बदौलत उनके परिजनों को भी जिला कलक्टर से मुलाकात करने का मौका मिला, जिससे उन्हें खुशी हुई। इस अवसर पर जिला कलक्टर ने प्रत्येक बालिका से बातचीत करते हुए उनके परिजनों से भी मुलाकात की तथा सभी को बेटियों के बेहतर प्रदर्शन को लेकर मुबारकवाद भी दी।
डॉ. सोनी ने परिजनों से बातचीत करते हुए कहा कि बेटियों की वजह से आज आपको यहां आने का मौका मिला है, उनकी तालीम रुकनी नहीं चाहिए। साथ ही जिला कलक्टर ने प्रत्येक बालिका से सवाल जवाब करते हुए पूछा कि कहां पढ़ रही हो, आगे क्या बनने का प्लान है, आपकी सहेलियां पढ़ती है या नहीं, यदि नहीं तो उन्हें भी जागरुक करें आदि सवालों के साथ जिला कलक्टर ने बालिकाओं से उनके लक्ष्य के बारे में जानकारी ली। जिला कलक्टर ने बालिकाओं के परिजनों से कहा कि आप किसी की परवाह किए बगैर बच्चियों को जरुर पढाएं, सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाएं संचालित की जा रही हैं, जिसका लाभ भी लिया जा सकता है।
इस दौरान कई लड़कियों ने टीचर, सुपरवाइजर तथा प्रशासनिक सेवा में जाने की तैयारी के बारे में बताया। जिस पर जिला कलक्टर ने उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं भी दी।
इस दौरान जिला कलक्टर ने मजदूरी करके अपनी बच्चियों को पढ़ाने वाले परिजनों से कहा कि वह अपनी मजदूर डायरी बनाएं, ताकि उन्हें राज्य सरकार द्वारा स्कूल कॉलेज में बच्चियों की छात्रवृति सहित विभिन्न प्रकार की योजनाओं का लाभ मिल सके।
इस मौके पर कई बच्चियों ने बताया कि समाज में कई प्रकार की कुरुतियां तथा दबाव आने से उनकी पढ़ाई बीच में छूट जाती है, जिस पर जिला कलक्टर ने कहा कि प्रदेश में साक्षरता दर कम है, इसे बढ़ाने के लिए उनके सार्थक प्रयास जारी है। इस प्रकार किसी भी बच्ची को पढ़ाई से संबंधित कोई परेशानी आए, तो वे प्रशासन से संपर्क करें, उनका पूरा सहयोग किया जाएगा, लेकिन बच्चियों की पढ़ाई को किसी भी हाल में रुकने नही दिया जाएगा।
जिला कलक्टर ने कहा कि बेटियां पढ़-लिखकर आगे बढ़े, जिससे दुनियां के सामने उदाहरण पेश हो, उनकी सारी काबिलियत को परिजन दुनियां के सामने नजीर की तरह लाएं।
इस अवसर पर भामाशाहों को भी शिक्षा के क्षेत्र में अनुकरणीय योगदान देने पर जिला कलक्टर ने उन्हें प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया। इस दौरान भामाशाहों ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि बालिकाओं को शिक्षा से जोड़ने तथा उनकी शिक्षा निरंतर जारी रखने के लिए उन्होंने अलग-अलग इंतजाम किए गए, जिसमें वर्तमान समय की मांग के अनुसार कंप्यूटर शिक्षा तथा अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई करवाने में अच्छी पहल की जा रही है तथा बालिकाओं को पढाई लिखाई के साथ घरेलू काम व कौशल भी सिखा रहे हैं, ताकि वो कभी किसी दूसरे पर निर्भर ना रहें। बालिकाओं के प्रोत्साहन के पूरे प्रयास किए जा रहे है। भामाशाहों ने बताया कि रोजा जकात की तरह तालिम भी सभी का फर्ज है। इसके लिए निजी तौर पर भी प्रयास जारी हैं।
पढाई में निरंतर अभ्यास जरुरी
जिला कलक्टर डॉ. सोनी ने बालिकाओं व उनके परिजनों से कहा कि एक बार पढाई रूकने के बाद वापस नहीं होती, इसके लिए निरंतरा जरुरी है, इस प्रकार कोई भी अपनी बेटियों की पढ़ाई को बीच में बाधित ना करें तथा उनके सफलता हासिल करने तक भरपूर सहयोग करें।
इस अवसर पर शिक्षा अधिकारी ने कहा कि एक बच्ची पढ़ती है, तो दो परिवारों को पढ़ाती है। बच्चियो में पढ़ाई के साथ-साथ स्कील होना भी जरुरी है, ताकि उन्हें भविष्य में किसी परेशानी का सामना ना करना पड़े। जिले की सभी स्कूलों में कौशल विकास से संबंधित जानकारी उपलब्ध रहती है, जहां से बालिकाएं जानकारी हासिल कर अपनी कौशलता को आगे बढाएं।
इन बालिकाओं को किया सम्मानित
वर्ष 2020-21 में शिक्षा एवं अन्य क्षेत्रों में प्रतिभावान बालिकाओं में कक्षा 12 की लाडनूं निवासी अनिशा, आबिदा व रियां बड़ी निवासी सोनम, यास्मीन व मकराना निवासी मुस्कान एवं रोल निवासी अनिशा सिद्दकी तथा बासनी बेहलीमा निवासी आयशा बानों को सम्मानित किया गया। वहीं कक्षा 10 की झुझण्डा निवासी जिन्नत बानो, सथाना कला की नौरीन खान, लाडनूं की सकीना, मकराना की रुकया, सानिया बानो, शाहिन बानो, सोना व सना बानो, रियां बड़ी की इकरा सदीक तथा लौहारपुरा नागौर की साजिया बानो को सम्मानित किया गया। इस दौरान राजस्थान प्रशासनिक सेवा में चयनित रियां बड़ी के हम्मीद अहमद व कुचामनसिटी की महिमा जैन को भी प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए।
यह रहे मौजूद
इस अवसर पर पैराटीचर संघ के जिला अध्यक्ष मो. इमरान, लेखाकार रामलाल सैनी, सहायक कर्मचारी मेघराज, शमशेर खान, कम्प्यूटरकर्मी मनोज श्रीमाली, अमजद खां, मो. सदीक खां, रजा मोहम्मद, बशीर खान कायमखानी, अलताफ हुसैन, मो. शरीफ छींपा सहित अनेक गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।