विनय एक्सप्रेस समाचार,नागौर। प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत नागौर जिले में जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी के मार्गदर्शन में लगाए जा रहे शिविरों की उपखण्ड अधिकारी स्वयं मॉनिटरिंग कर रहे है। उनके निर्देशन में ही सभी विभागों के ब्लॉक स्तरीय अधिकारी व कार्मिक ग्रामीणों की विभिन्न तरह की समस्याओं का निस्तारण करने में लगे हुए हैं। साथ ही साथ प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत ग्राम पंचायतों में लगाए जा रहे शिविर में लगाए गए सेल्फी पाइंट पर विभिन्न योजनाओं, कार्यक्रमों से लाभान्वित हुए ग्रामीण तथा राजस्व, बिजली, पेयजल, पेंशन संबंधी निजी समस्याओं का हल भी शिविरस्थल पर ही होने पर खुश हुए लोग अपनी फोटो खिंचवा रहे हैं। यही नहीं ग्रामीण समस्याओं का निस्तारण होने पर प्रशासन गांवों के संग अभियान के आयोजन के प्रति सरकार का धन्यवाद देते नहीं थकते। प्रस्तुत हैं प्रशासन गांवों के संग अभियान में ग्रामीणों को मिल रही राहत से जुड़ी कुछ कहानियांः-
समू देवी को मिला पेंशन का पीपीओ व बेटों को पालनहार का लाभ
प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत भाकरोद ग्राम पंचायत में आयोजित शिविर के दौरान महिला समू देवी को मौके पर ही विधवा पेंशन स्वीकृत कर लाभान्वित किया गया. यहां लाभान्वित समू देवी को उपखंड अधिकारी सुनील पंवार ने विधवा पेंशन का पीपीओ भेंट किया. ना केवल विधवा पेंशन बल्कि समू देवी के तीन पुत्रों राकेश सुरेंद्र व दिनेश को पालनहार योजना का लाभ देने के लिए भी पंजीकृत किया गया.
ई-जनआधार व जॉबकार्ड बनाया, शौचालय की मौके पर ही स्वीकृति मिली
ललाट पर चिंता की लकीरे और आंखों में काम न होने का दर्द लिए 77 साल का गेंदाराम रियांबड़ी पंचायत समिति की कोड ग्राम पंचायत में लगाए गए शिविर में पहुंचता है। यहां उपखण्ड अधिकारी रियांबड़ी गौरी शंकर शर्मा ने गेंदाराम ने व्यथा सुनी तो पता चला कि उसका जन आधार कार्ड नहीं बना हुआ है, वह शौाचलय व जॉबकार्ड जैसी सुविधाओं से वंचित हैं। उपखण्ड अधिकारी ने गेंदाराम का मौके पर आयोजन विभाग के द्वारा ई-जनआधार कार्ड तथा पंचायतीराज विभाग द्वारा जॉब कार्ड बनवाया तथा स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय की सेंक्शन भी तुरंत शिविर के दौरान ही करवाई। सरकारी योजनाओं से वंचित गेेंदाराम को एक साथ कुछ ही समय में सुविधाएं काम मिलने से उसकी आंखों में खुशी के आसं छलक उठे, उसने सेल्फी पाइंट जाकर मुस्कान भरे चेहरे के साथ फोटो खिंचवाई और सरकार का प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत शिविर के आयोजन के प्रति धन्यवाद जताया।
बेटियों की शादी पर मिला आर्थिक संबंल
मकराना के हुड़िया गांव की चुका देवी, जो कि बीपीएल परिवार की सूची में शामिल है, न अपनी दो पुत्रियों सुनीता व अनीता की शादी 21 अप्रेल 2021 को की थी। चुकां देवी ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत आर्थिक सहयोग लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जिसकी स्वीकृति मंगलवार को प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत लगाए गए शिविर में प्रदान की गई। चुकां देवी को ग्राम हुड़िया में उपखण्ड अधिकारी सिराज अली जैदी, मकराना, तहसीलदार, विकास अधिकारी और सामाजिक सुरक्षाा अधिकारी द्वारा मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत 72 हजार रूपए की सहायता राशि के स्वीकृति आदेश की प्रति भेंट की गई। चुकां देवी ने भी शिविर में जल्दी मिली इस स्वीकृति के लिए राज्य सरकार और यहां मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों का धन्यवाद जताया।
45 साल पहले हुई गलती को राजस्व रिकॉर्ड में दुरस्त किया
ग्राम हुड़िया के खसरा नम्बर 98 रकबा 3.2375 हैक्टेयर के खातेदार गुमानाराम मलाराम पुत्रान हरसुखराम विश्नोई के नाम एवं खसरा नम्बर 98/1 रकबा 7.0415 हैक्टेयर के खातेदार उम्मेदसिंह, नरपतसिंह, नाथूसिंह, प्रभुसिंह, सरदारसिंह पुत्रान रणजीतसिंह राजपूत के नाम दर्ज रिकॉर्ड है। प्रार्थीगण द्वारा प्रस्तुत आवेदन के अनुसार शिवलाल जाट जिसे वर्ष 1962 में त्ज्। 1955 की धारा 19 में खसरा नम्बर 98 रकबा 63.10 बीघा में से 20 बीघा की खातेदारी मिली थी से दिनाँक 24.12.1973 को खसरा नम्बर 98 की रकबा 20 बीघा भूमि गुमानाराम मलाराम विश्नोई द्वारा क्रय की गई, परन्तु वर्ष 1975-76 में भूप्रबन्ध विभाग द्वारा किये भू सुधार कार्य के दौरान जमाबन्दी में खसरा नम्बर 98 व 98/1 गलत दर्ज हो गये थे, उभयपक्षकारन में कई पक्षकार राज्य सेवा में होने से रेकॉर्ड दुरुस्ती नहीं करवा सके। ग्राम पंचायत हुड़िया में प्रशासन गांव के संग अभियान 05 अक्टूबर को लगाए गए शिविर में उभय पक्षकारों के उपस्थित आने पर रिकॉर्ड व मौके की बाद जांच वर्ष 1975-76 से चली आ रही, गलती को तत्काल दुरुस्त कर सभी खातेदारान को मौके पर राहत प्रदान की गई। विगत 45 सालों से रिकॉर्ड की अशुद्धि को सही करने पर सभी पक्षकारों व उपस्थित जनता ने तहसीलदार दिनेश कुमार सहित यहां मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों का आभार व्यक्त किया
39 साल बाद मिला जमीन का मालिकाना हक
डीडवाना की ग्राम पंचायत मावा में मंगलवार, 5 अक्टूबर को आयोजित प्रशासन गांवों के संग शिविर के तहत 39 साल पुराने जमीनी विवाद का सुलटारा कर मूल मालिक को उसकी जमीन का मालिकाना हक दिलाया गया। उपखण्ड अधिकारी कार्तिकेय मीणा की अध्यक्षता में आयोजित किए गए इस शिविर में ग्राम मावा के निवासी मोहम्मद ईस्माइल के नाम नामांतरण खुलवाने के आदेश सहायक कलक्टर डीडवाना ने जारी किए और इसकी प्रति प्रार्थी को उपलब्ध करवाई।
बांसा की बेटी ने स्कूल के पुस्तकालय में दिया आर्थिक सहयोग
प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत जहां आम आदमी की विभिन्न तरह की समस्याओं का निस्तारण हो रहा है वहीं कई जगहों पर तरह-तरह के नवाचार भी किए जा रहे है। सामाजिक सरोकार से जुड़े इन कार्यों में मंगलवार, 5 अक्टूबर को डीडवाना उपखण्ड क्षेत्र की मौलासर पंचायत समिति की ग्राम पंचायत बांसा में लगाए गए शिविर में भी एक नवाचार हुआ। अतिरिक्त जिला कलक्टर रिछपालसिंह बुरड़क की अध्यक्षता में आयोजित हुए इन शिविर में बांसा ग्राम की बेटी पूजा जांगिड़ ने पुस्तकालय के लिए 40 हजार रूपए की सहयोग राशि प्रदान की। बालिका पूजा की इस पहल की यहां मौजूद अधिकािरयों व ग्रामीणों ने सराहना की।
74 साल मिला खातेदारी का अधिकार
प्रशासन गांवों के संग अभियान ग्राम पंचायत बछवारी में लगाए गए शिविर में अशोकसिंह पुत्र शिवरतनसिंह , कुलदीप पुत्र विमलकंवर , जगदीश पुत्र शिवरत्नसिंह , नवलकंवर पुत्री विमलकंवर , रवि पुत्र विमलकंवर, विनोदसिंह पुत्र शिवरत्नसिंह , शोभ कँवर पुत्री शिवरत्नसिंह निवासी आकेली बी खसरा नंबर 170/10 रकबा 0.19 हेक्टर किस्म बारानी 2 को 5 साल पहले गैर खातेदारी व 74 वर्षों बाद आज बछवारी कैम्प में उपखंड अधिकारी डेगाना मुकेश कुमार के निर्देशाानुसार तहसीलदार डेगाना द्वारा खातेदारी अधिकार देकर राहत प्रदान की गई।
जिले की इन ग्राम पंचायतों में लगाए गए शिविर
जिले में प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत मंगलवार को नागौर उपखण्ड क्षेत्र की भाकरोद, मूण्डवा की शंखवास,जायल की खाटूकलां, खींवसर की आकला, मेड़ता की कड़वासरों की ढाणी, डेगाना की बच्छवारी, रियांबड़ी में कोड़, डीडवाना की मांवा, मौलासर की बांसा, लाडनूं की सांवराद, मकराना की हुंड़िया, नावां की टोडास तथा परबतसर उपखण्ड क्षेत्र की पीलवा ग्राम पंचायत में शिविर लगाए गए।