धनकोली में लगे शिविर का निरीक्षण करने पहुंचे जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी : दृष्टिबाधित बालिका दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनवाया

Dr Jitendra kumar
Dr. Jitendra Kumar : District Collector Nagaur

गांव में खेल मैदान के लिए मनरेगा के तहत दी स्वीकृति

सरकारी विद्यालय में आईसीटी लैब निर्माण के लिए दानदाता ने दिए 75 हजार रूपए

प्रशासन गांवों के संग के तहत लगाया गया शिविर


विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने शुक्रवार को डीडवाना उपखण्ड क्षेत्र में मौलासर पंचायत समिति की धनकोली ग्राम पंचायत में आयोजित शिविर का औचक निरीक्षण किया। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत लगाए गए शिविर का निरीक्षण करते हुए यहां मौजूद विभिन्न विभागीय अधिकारियों से सरकारी योजनाओं व कार्यक्रमों के तहत शिविर में लाभार्थियों की प्रगति रिपोर्ट के बारे में जानकारी ली। इस दौरान जिला कलक्टर ने शिविर में में अपने अभिभावकों के साथ आए दृष्टिबाधित बच्चे रिजवान और मानसिक रूप से बीमार प्रभुराम का दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनवाया। वहीं एक बालिका सोनू का जन्मप्रमाण पत्र भी मौके पर बनवाया तथा उसे प्रदान किया। शिविर में ग्रामीणों से बातचीत के दौरान जिला कलक्टर ने उनके अभाव-अभियोग भी सुने और गांव में बच्चों के लिए खेल मैदान विकसित करने के लिए मनरेगा के तहत स्वीकृति दी। वहीं गांव के सरकारी विद्यालय में आईसीटी लैब स्थापित के लिए जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी के आह्वान पर यहां के समाजसेवी पंकज और उनके भाई ने 75 हजार रूपए का आर्थिक सहयोग देने की घोषणा की। जिला कलक्टर के निरीक्षण के दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर, डीडवाना रिछपालसिंह बुरडक भी मौजूद रहे।
सरकारी विद्यालयों का औचक निरीक्षण, विद्यार्थियों को पढ़ाया इतिहास
जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने शुक्रवार को नावां व कुचामन क्षेत्र की सरकारी विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया और वहां शिक्षण व्यवस्थाओं, विद्यार्थी संख्या व उनकी उपस्थिति तथा अन्य ढांचागत सुविधाओं का जायजा लिया।जिला कलक्टर ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मंडावरा में निरीक्षण करते हुए 12 कक्षा में शिक्षक के अध्यापन कार्य को देखा तथा विद्यार्थियों से  शिक्षण व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। जिला कलक्टर ने नावां शहर स्थित श्रीमाशुक बियाणी राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने यहां भी विद्यालय की शिक्षण व्यवस्था सहित अन्य सुविधाओं का जायजा लिया और संस्था प्रधान ने आवश्यक प्रगति रिपोर्ट ली। इसके बाद जिला कलक्टर ने शाला की कक्षा 12 वीं की छात्राओं को इतिहास विषय का पाठ भी पढ़ाया और सवाल-जवाब भी किए। विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर ने पुस्तकालय में विद्यार्थियों को मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली और पोषाहार के स्टोरेज के बारे में भी संस्था प्रधान से रिपोर्ट ली।
35 साल पहले तरमीम में हुई अशुद्धि को ठीक करवाया, पेयजल टंकी के लिए भूमिदान किया
प्रशासन गांवों के तहत अभियान के तहत जायल उपखण्ड क्षेत्र की कमेड़िया ग्राम पंचायत में शिविर लगाया गया। यहां उपखण्ड अधिकारी रविन्द्र कुमार के निर्देशों पर 35 वर्ष पूर्व नामांतरण से सहवनपूर्वक अशुद्धि के कारण रिकॉर्ड मं गलत की गई तरमीम को लठ्ठा नक्शा में दुरूस्ती आदेश कर अभियान में खातेदार ईशरराम, बगताराम, नानूराम को लाभान्वित किया गया। अभियान के तहत लगाए गए शिविर के माध्यम से सालों पूरानी समस्या का निस्तारण होने पर ये सभी लाभान्वित किसान खुश नजर आए और उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों और सरकार का धन्यवाद भी व्यक्त किया। वहीं शिविर के दौरान गांव में पेयजल टंकी निर्माण के लिए भूमिदान करने वाले दानदाता छैलूसिंह का उपखण्ड अधिकारी जायल ने साफा पहनाकर अभिनंदन किया व धन्यवाद जताया।

ढ़ाई साल बंद पेंशन को फिर से चालू करवाया, 20 साल बाद हुआ खाता विभाजन,
मकराना उपखण्ड क्षेत्र की कुकरोड़ ग्राम पंचायत में प्रशासन गांवों के तहत लगाए गए शिविर में एक महिला कंचन कंवर की पेंशन पिछले ढ़ाई साल से बंद पड़ी थी। तहसीलदार दिनेश कुमार ने बताया कि शिविर के अपनी व्यथा लेकर आई कंचर कंवर को मौके पर ही न्याय दिलाया गया। उन्होंने बताया कि कंचन कंवर की बंद पड़ी सामाजिक सुरक्षा पेंशन को फिर से चालू करवाया गया। इसी प्रकार पंचायत की ग्राम सुंथली के निवासी 84 वर्षीय किसान कानाराम और उनके तीन भाई-बहिनों के नाम कृषि भूमि का खाता विभाजन भी मौके पर ही करवाया गया। कानाराम ने बताया कि पिछले बीस साल से उनकी कृषि भूमि का खाता विभाजन का कार्य लंबित था, जो प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत लगाए गए शिविर में संभव हो सका।इन गांवों में आयोजित किए गए शिविर
प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत लगाए गए नागौर जिले में आठ अक्टूबर, शुक्रवार को नागौर उपखण्ड क्षेत्र की अलाय, मूण्डवा की ईनाणा, जायल की कमेड़िया, खींवसर की बैरावास, मेड़ता की सातलावास, डेगाना की बुटाटी, रियां की ढाणीपुरा, डीडवाना का थाणु, मौलासर की धनकोली, लाडनूं की गैनाणा, मकराना की कुकरोड़, नावां की चौसला, कुचामन की पांचवा तथा परबतसर की भड़सिया ग्राम पंचायत में शिविर आयोजित किए और ग्रामीणों की विभिन्न तरह की समस्याओं का निस्तारण किया तथा पात्र आशार्थियों को सरकारी योजनाओं से लाभान्वित भी किया गया।