परेशानी मिटी तो खुश हुए ग्रामीण
विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत नागौर जिले में जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी के मार्गदर्शन में लगाए जा रहे शिविरों की उपखण्ड अधिकारी स्वयं मॉनिटरिंग कर रहे है। उनके निर्देशन में ही सभी विभागों के ब्लॉक स्तरीय अधिकारी व कार्मिक ग्रामीणों की विभिन्न तरह की समस्याओं का निस्तारण करने में लगे हुए हैं। अभियान के तहत ग्राम पंचायतों में लगाए जा रहे शिविर में लगाए गए सेल्फी पाइंट पर विभिन्न योजनाओं, कार्यक्रमों से लाभान्वित हुए ग्रामीण तथा राजस्व, बिजली, पेयजल, पेंशन संबंधी निजी समस्याओं का हल भी शिविरस्थल पर ही होने पर खुश हुए लोग सेल्फी पाइंट पर अपनी फोटो खिंचवा रहे हैं। यही नहीं ग्रामीण समस्याओं का निस्तारण होने पर प्रशासन गांवों के संग अभियान के आयोजन के प्रति सरकार का धन्यवाद देते नहीं थकते। इसी कड़ी में मंगलवार को भी जिले की 13 ग्राम पंचायतों में प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत शिविर लगाए गए। अभियान के तहत मंगलवार को जिले की नागौर उपखण्ड क्षेत्र की गोगेलाव, मूंडवा की गाजू, जायल की छाजोली, खींवसर की भेड़, मेड़ता की मोररा, डेगाना की निम्बोली कलां, रियांबड़ी की भैरूंदा, डीडवाना की लालासरी, मौलासर की डाबड़ा, लाडनूं की लाछड़ी, मकराना की जूसरी, नावां की नागवाड़ा तथा परबतसर उपखण्ड क्षेत्र की नैणिया ग्राम पंचायत में शिविर लगाया गया।
राजस्व रिकॉर्ड में नाम अशुद्धि के मामले निबटाए
नागौर उपखण्ड क्षेत्र की गोगेलाव ग्राम पंचायत में प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत शिविर आयोजित किए गए। यहां शिविर प्रभारी उपखण्ड अधिकारी सुनील पंवार के निर्देश में राजस्व तहसीलदार व उनकी टीम ने राजस्व रिकॉर्ड में नाम अशुद्धि से जुड़े कई प्रकरणों का निस्तारण किया। वहीं कई किसान भाईयों के नामांतरण खोले गए व रास्ते संबंधी दो प्रकरणों का निस्तारण भी मौके पर किया गया। शिविर में चार साल पूराने एक राजस्व विवाद को भी आपसी समझाईश से निस्तारित किया गया।
ग्राम भैरूंदा में बांटे 101 ग्रामवासियों को आवासीय पट्टे
प्रशासन गांवों के संग अभियान भैरूंदा ग्राम पंचायत वासियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं रहा। यहां उपखण्ड अधिकारी रियांबड़ी के निर्देशन में लगाए गए शिविर में ग्रामीणों की विभिन्न तरह की परिवेदनाओं का निस्तारण करते हुए उन्हें राहत दी गई। शिविर में ग्राम भैरूंदा के 101 जरूरतमंद परिवारों को उनके आवास का पट्टा का जारी किया गया। इन ग्रामवासियों को आवासीय पट्टो का वितरण जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हीरालाल मीणा ने वितरित किए। अपने घर का पट्टा पाकर लाभान्वित ग्रामवासी बहुत खुश नजर आए और उन्होंने अधिकारियों व सरकार का आभार भी जताया।
80 वर्षीय रूकमा देवी व उसके भाईयों के मध्य खेतों का बंटवारा होना हुआ संभव
ग्राम डाबड़ा के मोती सिंह की ढाणी निवासी भींवाराम के वारिस मानाराम, उनकी बहन रूकमा देवी व अन्य भाईयों के नाम से राजस्व ग्राम डाबड़ा में 4.45 हैक्टेयर कृषि भूमि है जिसमें उनके पिता के निधन के पश्चात सभी भाई-बहनों के नाम राजस्व रिकॉर्ड में सह-खातेदार के रूप में दर्ज है। पिता की मृत्यु के पश्चात सभी भाई-बहनों ने आपसी रजामंदी से मौखिक रूप से अपने हिस्से की कृषि भूमि का बंटवारा कर उस पर लंबे समय से कृषि कार्य करते आ रहें हैं।
विधिक रूप से बंटवारा नहीं होने के कारण मानाराम व उसके सभी भाई-बहनों के नाम राजस्व रिकॉर्ड में सह-खातेदार के रूप में ही दर्ज होने से उन्हे कई परेशानियों का सामना लम्बे समय से करना पड़ रहा था व साथ ही सरकार द्वारा कृषि व अन्य विभागों के मार्फत किसानों को दी जाने वाली कई योजनाओं का लाभ मिलने में भी उन्हे कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। परिवार के सभी सदस्यों के रजामंद होने के बाद भी जानकारी के अभाव में मानाराम व उसके भाईयों के मध्य विधिक रूप से बंटवारा नहीं हो पा रहा था। बंटवारे हेतु इन्होने कई बार प्रयास भी किये व अधिवक्ताओं से संपर्क भी किया परन्तु अधिवक्ताओं की भारी-भरकम फीस व कोर्ट में आने-जाने में लगने वाले समय व खर्चे के कारण वे बंटवारा नहीं करवा पाये। दिनांक 12.10.2021 को ग्राम पंचायत डाबड़ा में आयोजित प्रशासन गाँवों के संग अभियान 2021 के आयोजन की जानकारी मानाराम व उसके परिवार को प्राप्त होने पर वे सभी शिविर में शिविर प्रभारी श्री रिछपाल सिंह बुरड़क, अतिरिक्त जिला कलक्टर डीडवाना के समक्ष उपस्थित हुये और उन्होने अपनी समस्या से उन्हे अवगत करवाकर उनकी सामिलात कृषि भूमि का बंटवारा करवाकर राजस्व रिकॉर्ड में उनके नाम एकल खातेदार के रूप में दर्ज करवाने की गुहार लगाई। शिविर प्रभारी ने प्रकरण का गहनता से अवलोकन किया व शिविर में उपस्थित नायब तहसीलदार मौलासर को राजस्थान काश्तकारी अधिनियम 1955 की धारा 53(2) के तहत खातेदारों के आपसी सहमति से बंटवारा करने बाबत निर्देशित किया। नायब तहसीलदार मौलासर द्वारा शिविर प्रभारी के निर्देशानुसार मानाराम व उसके भाई बहनों से आवश्यक दस्तावेज प्राप्त कर उनकी सहमति व अधीनस्थ राजस्व कार्मिकों की रिर्पाेट के आधार पर सभी सह-खातेदारों के मध्य आपसी सहमति से उनकी कृषि भूमि का बंटवारा तत्काल ही कर हल्का पटवारी को बंटवारा अनुसार नामान्तरण दर्ज करने बाबत आदेश प्रदान किये। मानाराम, उनकी बहन रूकमा देवी व अन्य भाईयों ने मौके पर ही बिना किसी सरकारी विभाग के चक्कर लगाये व बिना पैसा खर्च किये राजस्व रिकॉर्ड में उनका बंटवारा एक ही दिन में होने व बंटवारा अनुसार नामान्तकरण दर्ज करने के आदेश तत्काल जारी होने पर शिविर प्रभारी व राजस्व विभाग का मन से आभार जताया व राज्य सरकार द्वारा चलाये जा रहे प्रशासन गांवों के संग अभियान 2021 की खुले मन से प्रशंसा करते हुये कहा, कि ‘‘भला हो सरकार का, जिसने प्रशासन गांवों के संग अभियान चलाया जिसकी बदौलत राजस्व रिकॉर्ड में हमारे नाम में सरलता से तत्काल शुद्धि किये जाने के आदेश हो पाये। भगवान भला करे उन सब का जिन्होने हम जैसों के लिए यह अभियान चलाया है।‘‘