निरोगी राजस्थान चिरंजीवी स्वास्थ्य शिविरों का हुआ शुभारंभ : नागौर में ऊंटवालिया ग्राम पंचायत से जिला स्तरीय शुरूआत : जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने किया शिविर का उद्घाटन

राज्य स्तर से चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने वर्चुअल माध्यम से किया शिविरों का शुभारंभ

’संचारी, गैर संचारी सहित सभी बीमारियों की जांच और उपचार उपलब्ध’

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीवी स्वास्थ्य शिविरों की राज्य स्तरीय शुरूआत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने की। वहीं इन शिविरों का जिला स्तरीय शुभारंभ रविवार सुबह ऊंटवालिया ग्राम पंचायत से किया गया। यहां राजीव गांधी भारत निर्माण आईटी सेंटर पर लगाए गए शिविर का उद्घाटन जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने किया।
जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मेहराम महिया के साथ शिविर स्थल पर नियुक्त चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टॉफ से बातचीत की और उनके द्वारा की गई तैयारियों के बारे में भी जानकारी ली। जिला कलक्टर ने यहां ई संजीवनी के माध्यम से टेली मेडिसन सेवा के काउंटर पर खड़ी बालिका सुमित्रा से भी बातचीत की। इसके बाद डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने शिविर स्थल पर ई मित्र संचालकों को ई मित्र प्लस मशीन का उपयोग व इसके महत्व के बारे में ग्रामीणों को बताने के निर्देश दिए। इस मौके पर जिला कलक्टर के समक्ष ईमित्र संचालक ने ई मित्र प्लस मशीन पर मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीवी शिविर से जुड़े वीडियो व प्रचार-प्रसार सामग्री ऑनलाइन प्रदर्शित की। इस दौरान जिला कलक्टर ने ग्राम पंचायत की सरपंच आसी देवी से भी बातचीत की। ग्राम पंचायत की सरपंच ने उनके गांव में मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीवी शिविर आयोजित करने पर जिला कलक्टर को अभिवादन कर धन्यवाद दिया। इसके बाद जिला कलक्टर ने शिविर स्थल पर आए बच्चों से भी बातचीत करते हुए उनके मंगल स्वास्थ्य की कामना की। शिविरों के जिला स्तरीय शुभारंभ अवसर पर खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रतनाराम बिड़ियासर, एनएचएम के जिला कार्यक्रम प्रबंधक राजीव सोनी, जिला नोडल अधिकारी भवानीसिंह हापावत, एपीडेमोलॉजिस्ट साकिर खान, एफसीएलओ सादिक त्यागी, आरबीएसके कॉर्डिनेटर डॉ. शुभकरण धोलिया, जिला आईईसी समन्वयक हेमन्त उज्जवल व डीआईईसी मैनेजर कैलाश फरड़ौलिया मौजूद रहे।टेलीमेडिसिन सेवा में नागौर जिले से सर्वाधिक 121 कॉल

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मेहराम महिया ने बताया कि मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीवी शिविरों के दौरान आमजन के लिए ई संजीवनी ऑनलाइन सुविधा के जरिए टेलीमेडिसिन सेवा भी उपलब्ध करवाई गई। इस सेवा को लेकर राज्य स्तरीय एक दिवसीय रिपोर्ट के अनुसार शिविरों में पहले दिन टेली कंसंलटेशन के माध्यम से प्रदेश में कुल 473 मरीजों को विशेषज्ञ चिकित्सकों ने ऑनलाइन उपचार देकर लाभान्वित किया, जिनमें से सर्वाधिक 121 कॉल नागौर जिले से की गई।


इन विशेषज्ञ चिकित्सकों ने दी सेवाएं

मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीवी शिविर के जिला स्तरीय शुभारंभ अवसर पर ऊंटवालिया ग्राम पंचायत स्थित राजीव गांधी भारत निर्माण आईटी सेंटर में लगाए गए शिविर में पंडित जेएलएन राजकीय अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. सहदेव चौधरी, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. गुलाबसिंह, पीडियाट्रिशियन डॉ. सुरेश यादव, दंत रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रहलादसिंह, आरबीएसके टीम से डॉ. मनीषा सैन, नेत्र सहायक भवानीशंकर सहित एनसीडी व पैरामेडिकल स्टॉफ ने अपनी सेवाएं दी।

जिले में यहां भी आयोजित हुए चिरंजीवी शिविर

मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीवी शिविर की शुरूआत जिला स्तर पर ऊंटवालिया ग्राम पंचायत के साथ-साथ ब्लॉक स्तर पर कुचामन में आनंदपुरा, परबतसर में चिताई, मकराना में चांडी, मेड़ता में डाबरानी कलां, जायल में आकोदा, डेगाना में मोगास, डीडवाना में मंडुकरा, लाडनूं में सींवा तथा रियांबड़ी में बीजाथल ग्राम पंचायत से की गई।शिविरों में दी जा रही ये सेवाएं

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मेहराम महिया ने बताया कि मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीवी शिविरों में सभी प्रकार की संचारी, गैर संचारी रोगों सहित सभी बीमारियों की जांच और यथासंभव उपचार किया जा रहा है। शल्य चिकित्सा आवश्यक होने पर सुविधानुसार उच्चतर चिकित्सा संस्थान पर भिजवा कर सर्जरी करवाई जाएगी। 30 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों का ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर, गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच की जा रही है। परिवार नियोजन के प्रति जागरूक किया जा रहा है। कैम्प में आने वाले लोगो की आंखों की जांच की जा रही है। टीबी के सम्भावित रोगियों के टेस्ट और उपचार की व्यवस्था की गई है। शिविर में सिलिकोसिस और कुष्ट रोगों की स्क्रीनिंग भी की जा रही है इसके साथ ही कोविड टीकाकरण से वंचित लोगो का टीकाकरण भी किया जा रहा है। जिन लोगो ने चिरंजीवी योजना में रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है, उनके रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी कैम्पो में उपलब्ध करवा कर उनका रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। शिविरों में स्कूल जाने वाले बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। शिविरों से पूर्व स्कूलों में स्टाफ द्वारा बच्चों के स्वास्थ्य की प्री स्क्रीनिंग की जा रही है। प्री स्क्रीनिंग में यदि किसी बच्चे को कोई बीमारी पाई जा रही है तो उन्हें शिविरों में उपचार के लिए भिजवाया जा रहा है। शिविरों में बच्चों के स्वास्थ्य की जांच विशेषज्ञ चिकित्सक कर रहे हैं और आवश्यकता पडने पर उन्हें उपचार के लिए चिरंजीवी योजना/आरबीएसके से संबंद्ध अस्पतालों में रैफर किया जा रहा है। जहां उनका उपचार निशुल्क किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि इन शिविरों में चाइल्ड स्पेशलिस्ट, गायनोलॉजिस्ट, फिजिशियन, मेडिसन, डेंटिस्ट, नेत्र सहायक और आयुष चिकित्सक शिविर स्थलों पर मौजूद हैं। ईसीजी सहित सभी जांच उपकरण एम्बुलेंस, मेडिकल मोबाइल वैन भी उपलब्ध रखी जा रही है। शिविरों के दौरान ई संजीवनी के माध्यम से जिला चिकित्सालय स्तर से ईएनटी, चर्म रोग, मनोरोग अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉक्टर की सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रही है, सुपर स्पेशिलिटी के लिए न्यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी की सेवाएं टेली कंसल्टेंसी के जरिये एसएमएस अस्पताल से उपलब्ध करवाई जा रही है।