‘मूंडवा व ईनाणा में बाढ़, आपदा मोचन बल ने बचाई कई जिदंगियां….‘‘
विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। मूंडवा व ईनाणा गांव में चक्रवाती बरसात से जलप्लावन की स्थिति बन गई, गली-मोहल्लों में कई फीट पानी भर गया, जनमानस अपनी जान बचाने के लिए छतों पर पहुंच गया, इसी बीच दो युवक डूबते हुए बचाओ-बचाओ पुकारने लगे तो उनकी आवाज पर नाव को दौड़ते हुए पहुंचे राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के जवान और कूद पड़े पानी में उनकी जान बचाने। कुछ ही समय में उन्होंने पानी में डूबे ग्रामीणों को सुरक्षित बाहर निकाल नाव में सुलाकर और किनारे तक लेकर आए तथा उनका प्राथमिक उपचार किया। वहीं राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के कुछ जवान नाव के जरिए बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में उन घरों तक पहुंचे, जहां लोग छतों पर बैठे अपनी जान बचाए हुए थे। जवानों ने तालाब किनारे बसें इन घरों की छतों पर बैठे लोगों को भी सुरक्षित रेस्क्यु किया और सुरक्षित स्थान तक लेकर गए। बाढ़ के दौरान उपजने वाली आपदा वाली स्थिति का जीवंत चित्रण मंगलवार सुबह जिला मुख्यालय स्थित जड़़ तालाब में देखने को मिला। जड़ा तालाब में बाढ़ के दौरान उपजी जनमानस को बचाने के लिए किए जाने वाले रेस्कयु ऑपरेशन का प्रदर्शन यानी मॉक ड्रिल राष्ट्रीय आपदा मोचन बल द्वारा किया गया।कमाडेंट 6 वीं बटालियन, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल अजय कुमार तिवारी के निर्देशानुसार व सहायक कमाडेंट, राज्य प्रभारी योगेश कुमार मीणा के मार्गदर्शन में जड़ा तालाब पर आयोजित इस मोक ड्रिल के साक्षी जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी व पुलिस अधीक्षक अभिजीतसिंह भी बने। इस मोक ड्रिल में एनडीआरएफ की 30 सदस्यीय रेस्क्यु टीम ने हसराज छरंग की कमाडिंग में बाढ़ की स्थिति आने पर आपदा राहत कार्यों का प्रदर्शन किया। इस दौरान बाढ़ की स्थिति में घरों में बनाए जाने वाले बचाव उपकरणों जैसे राफ्ट आदि का उपयोग कैसे किया जाता है, के बारे में भी एनडीआरएफ के दल ने प्रदर्शन किया। मोक ड्रिल के दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से एम्बुलेंस मय चिकित्सकीय स्टॉफ, सिविल डिफेंस के जवान भी सहायता के लिए तैनात थे।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल द्वारा जड़ा तालाब में बाढ़ राहत कार्यों की मोक ड्रिल की जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने सराहना की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचल बल द्वारा बाढ़ की स्थिति में कैसे जनजीवन को बचाया जा सकता है, मोक ड्रिल के माध्यम से बहुत अच्छे तरीके से बताया। डॉ. सोनी ने कहा कि हमारी उच्च माध्यमिक स्तर की स्कूलों के बच्चे, स्काउट एवं गाइड तथा नेहरू युवा केन्द्र के स्वयंसेवकों ने इस मॉक ड्रिल को अच्छी तरीके से देखा है, इसे प्राथमिक तौर पर प्रशिक्षण लेकर सीखें। उन्होंने कहा कि आपदा राहत के कार्यों के लिए सिविल डिफेंस के पास आवश्यक उपकरण है, फिर भी वाटर पू्रफ शूट, गोगल्स आदि अत्याधुनिक सहायक उपकरण भी मुहैया करवाए जाएंगे।
पुलिस अधीक्षक अभिजीतसिंह ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल द्वारा जड़ा तालाब पर मॉक ड्रिल का प्रदर्शन बहुत प्रेरणादायक रहा। उन्होंने कहा कि जिसे तैरना नहीं आए वह भावना में बहकर छलांग न लगाएं। इसके लिए प्रशिक्षण बहुत जरूरी है। सहायक कमाडेंट एनडीआरएफ योगेश कुमार मीणा ने इस मॉक ड्रिल में नागौर जिला प्रशासन द्वारा दिए गए सहयोग पर आभार व्यक्त किया।इस मॉक ड्रिल के प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी मृदुलसिंह, अतिरिक्त जिला कलक्टर मोहनलाल खटनावलिया, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद हीरालाल मीणा तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र कुमार शर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मेहराम महिया, पीएमओ जेएलएन अस्पताल डॉ. महेश पंवार, एनएचएम के डीपीएम राजीव सोनी, जिला खेल अधिकारी भंवर सियाक व नेहरू युवा केन्द्र की जिला युवा अधिकारी सुरमयी शर्मा व स्कूली विद्यार्थी भी साक्षी बने।जिला परिषद सभागार में प्रशिक्षण कार्यक्रम
जड़ा तालाब में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के सहायक कमाडेंट योगेश कुमार मीणा के मार्गदर्शन में सिविल डिफेंस, स्काउट एवं गाइड, नेहरू युवा केन्द्र के स्वयंसेवकों, युवा खिलाड़ी तथा उच्च माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम रखा गया। अतिरिक्त जिला कलक्टर मोहनलाल खटनावलिया, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद हीरालाल मीणा, जिला खेल अधिकारी भंवर सियाक, स्काउट गाइड के सीओ अशफाक पंवार, एनआईके की जिला युवा अधिकारी सुरमयी शर्मा भी इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मौजूद रहीं। इस मौैके प्रशिक्षणार्थियों ने आपदा राहत से जुड़े प्रश्न भी पूछे, जिनका एनडीआरएफ के एक्सपर्ट ने जवाब भी दिया।