विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। सीमा पर देश की रक्षा के लिए बलिदान करने वाले वीर शहीदों की याद में सरकारी स्कूलों के नामकरण संबंधी तीन और प्रकरणों का निस्तारण हो गया है। जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी द्वारा किए जा रहे विशेष प्रयासों के चलते शहीदों की स्मृति में सरकारी संस्थाओं के नामकरण की प्रक्रिया प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रही है। लंबे समय से लंबित चल रहे प्रकरणों का निस्तारण करवाया जाकर शहीदों की स्मृति में सरकारी संस्थानों का नामकरण किया जाकर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी जा रही है।
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल मुकेश शर्मा ने बताया कि शहीदों की स्मृति में सरकारी स्कूलों के नामकरण संबंधी वर्षों से लंबित प्रकरणों का निस्तारण जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी के प्रयासों से हुआ है। कर्नल शर्मा ने बताया कि शिक्षा (ग्रुप-6) विभाग के शासन उप सचिव ने नागौर जिले के तीन वीर सपूतों की शहादत की स्मृति में सरकारी स्कूलों के नामकरण की स्वीकृति जारी कर दी है। इसे लेकर उन्होंने प्रारम्भिक शिक्षा विभाग के निदेशक व नागौर के जिला कलक्टर कार्यालय को इस आशय के स्वीकृति पत्र जारी कर दिए हैं।
कर्नल मुकेश शर्मा ने बताया कि शहीद नारायणसिंह की स्मृति में लाडनूं पंचायत समिति क्षेत्र के राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय, शहीद सुल्तान खां की स्मृति में डीडवाना तहसील में चोलू खां गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय तथा शहीद सावंतसिंह की स्मृति में लाडनूं तहसील के ही गांव छपारा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का नामकरण किए जाने की स्वीकृति आर.एन. शर्मा, शासन उप सचिव, शिक्षा (गु्रप-6) ने जारी की है। अपने पूर्वज की शहादत पर उनकी स्मृति में सरकारी स्कूल का नामकरण किए जाने की स्वीकृति मिलने पर शहीदों के परिजन भी जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी के प्रयासों की सराहना करते नहीं थकते।
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ने बताया कि डीडवाना तहसील के चैालूखां गांव के वीर सपूत सुल्तान खां ग्रेनेडीयर रेजीमेंट में ग्रेनेडीयर रैंक पर थे, जो भारत-चीन युद्ध के दौरान 21 अक्टूबर 1962 को मातृ भूमि की रक्षा करते शहीद हो गए। वहीं लाडनूं तहसील के लाछड़ी गांव के वीर सपूत नारायणसिंह तोपखाना रेजीमेंट में लांस नायक थे, जो वर्ष 1965 में हुए भारत-पाक युद्ध के दौरान 19 सितम्बर 1965 को मातृ भूमि की रक्षा करते हुए शहीद हो गए। इसी प्रकार लाडनूं तहसील के ही गांव छपारा के वीर सपूत सांवतसिंह ग्रेनेडीयर रेजीमेंट में नायक पद पर कार्यरत थे, जो 16 जून 1972 को ऑपरेशन कैक्टस लिली में मातृभूमि की रक्षा करते हुए शहीद हो गए।