बाल श्रम के मामले में बरती जाए सख्ती, ऐसे मामलें में त्वरित कार्रवाई होः डॉ. सोनी
विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। अभी सावों का सीजन है, शादी समारोह आदि में बाल श्रम पर पूर्णतः अंकुष रहे, इसके लिए श्रम विभाग, बाल अधिकारिता विभाग, पुलिस विभाग, सभी के अधिकारी पूर्ण निगरानी रखें। जिले में कहीं भी बाल श्रम का मामला पाए जाए तो उसमें दोषी के विरूद्ध त्वरित कार्रवाई हो। यह निर्देश जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने गुरूवार को आयोजित जिला बाल संरक्षण इकाई की बैठक में दिए।
जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई इस बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा कि बाल श्रम के मामले में पूर्णतः सख्ती बरतते हुए त्वरित कार्रवाई हो और पीड़ित को संबंल दिया जाए। जिला कलक्टर ने मुख्यमंत्री कोरोना सहायता योजना व पीएम केयर से लाभान्वित बच्चों की प्रगति रिपोर्ट भी ली। उन्होंने बाल मि़त्र योजना के तहत नागौर जिले में हुए कार्यों पर संतोश जाहिर करते हुए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेषक को निर्देष दिया कि छात्रावासों का नियमित निरीक्षण किया जाकर वहां स्थापित पुस्तकालय में पुस्तकें, समाचार पत्र इत्यादि नियमित मुहैया करवाए जाएं।
बैठक में शिक्षा विभाग के अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि स्कूलों में चाइल्ड राइट क्लब का गठन हो चुका है। बच्चों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण भी जल्द दिलाया जाएगा। इस पर जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि जिले की सरकारी स्कूलों में बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष व सदस्यों के नाम व संपर्क सूत्र अंकित करवाए जाएं। इसके साथ-साथ प्रार्थना सभा में पालनहार योजना का संपूर्ण प्रचार-प्रसार करते हुए उन पात्र बच्चों का नाम अंकित किया जाए, जिन्हें अभी तक इस योजना का लाभ नहीं मिला है। महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक को निर्देश दिए कि जिले में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से उन बालिकाओं को चिन्हित किया जाए, जो स्कूल षिक्षा से वंचित है। स्कूल से ड्राप आउट होने वाली ऐसी बालिकाओं का चिन्हीकरण कर उसकी सूची तैयार की जाए। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने जिले के राजकीय जिला एवं उप जिला अस्पतालों में पालनागृह की स्थिति की प्रगति रिपोर्ट दी। इस पर जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि जिले के सोनोग्राफी सेंटर्स के निरीक्षण को लेकर निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति की जाए।जिला कलक्टर ने बाल भिक्षावृति और मानव तस्करी पर प्रभावी रोक लगाने तथा ऐसे मामले में सूचना मिलने पर त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। बैठक में जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक संजय सावलानी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मेहराम महिया, महिला एवं बाल विकास विभाग के सीडीपीओ दुर्गासिंह उदावत, राजकीय संप्रेक्षण एवं किशोर गृह के अधीक्षक किशनाराम लोल, उप अधीक्षक पुलिस, विनोद सीपा, जिला बाल कल्याण समिति की सदस्य निधि हेड़ा, रामलाल कुवाड़, नत्थुराम मेघवाल, गोपालराम व किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य अखाराम ने भी विचार व्यक्त किए। बैठक में चाइल्ड हैल्प लाइन 1098 के करणीसिंह शेखावत, ग्रीन वैल चिल्ड्रन सोसाइटी से रेवंतराम भादू, श्रम विभाग के श्यामसुंदर सिखवाल, मानव तस्करी विरोधी यूनिट से बंशीलाल, बाल संरक्षण अधिकारी लक्ष्मण कुमार व जिला बाल संरक्षण इकाई से ओमप्रकाश जाजड़ा मौजूद रहे।