गांवों में मिल रही विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं
विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीवी शिविरों के तहत ग्रामीणों को उनके गांव में ही विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं मिल रही है। शिविर में मिल रही चिकित्सा सेवाओं, जांच, उपचार व निशुल्क दवाईयां पाकर ग्रामीण राहत महसूस कर रही है। राज्य में 14 नवम्बर को शुरू किए गए इस जन स्वास्थ्य कल्याणकारी अभियान के तहत नागौर जिले में शुक्रवार को भी जिले के गांवों में मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिंरजीवी शिविर आयोजित किए गए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मेहराम महिया ने बताया कि जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी के मार्गदर्षन में आयोजित किए जा रहे इन शिविरों में सभी प्रकार की संचारी, गैर संचारी रोगों सहित सभी बीमारियों की जांच और यथासंभव उपचार किया गया। शिविरों में आने वाले 30 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों का ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर तथा गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच की गई। यहां योग्य दम्पतियों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक किया गया। शिविर में आने वाले ग्रामीणों की जांच भी की गई। साथ ही साथ चिरंजीवी शिविरों में कोविड वैक्सीनेशन भी किया गया।
इन शिविरों में टीबी के सम्भावित रोगियों के टेस्ट और उपचार की व्यवस्था की गई है। साथ शिविर में सिलिकोसिस और कुष्ट रोगों की स्क्रीनिंग भी की जा रही है। जिन लोगो ने चिरंजीवी योजना में रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है, उनके रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी कैम्पो में उपलब्ध करवा कर उनका रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। शिविरों में स्कूल जाने वाले बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। शिविरों से पूर्व स्कूलों में स्टाफ द्वारा बच्चों के स्वास्थ्य की प्री स्क्रीनिंग की जा रही है। प्री स्क्रीनिंग में यदि किसी बच्चे को कोई बीमारी पाई जा रही है तो उन्हें शिविरों में उपचार के लिए भिजवाया जा रहा है। शिविरों में बच्चों के स्वास्थ्य की जांच विशेषज्ञ चिकित्सक कर रहे हैं और आवश्यकता पडने पर उन्हें उपचार के लिए चिरंजीवी योजना/आरबीएसके से संबंद्ध अस्पतालों में रैफर किया जा रहा है। जहां उनका उपचार निशुल्क किया जाएगा।
इन विशेषज्ञ चिकित्सकों की मिली सेवाएं
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.. मेहराम महिया ने बताया कि मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीवी शिविरों में चाइल्ड स्पेशलिस्ट, गायनोलॉजिस्ट, फिजिशियन, मेडिसन, डेंटिस्ट, नेत्र सहायक और आयुष चिकित्सक शिविर स्थलों में मौजूद रहे। ईसीजी सहित सभी जांच उपकरण एम्बुलेंस, मेडिकल मोबाइल वैन भी उपलब्ध रखी जा रही है। शिविरों के दौरान ई संजीवनी के माध्यम से जिला चिकित्सालय स्तर से ईएनटी, चर्म रोग, मनोरोग अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉक्टर की सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रही है, सुपर स्पेशिलिटी के लिए न्यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी की सेवाएं टेली कंसल्टेंसी के जरिये एसएमएस अस्पताल से उपलब्ध करवाई जा रही है।
टेलीमेडिसिन सेवा में नागौर जिला फिर अव्वल
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मेहराम महिया ने बताया कि मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीवी शिविरों के दौरान आमजन के लिए ई संजीवनी ऑनलाइन सुविधा के जरिए टेलीमेडिसिन सेवा भी उपलब्ध करवाई गई। इस सेवा को लेकर राज्य स्तरीय रिपोर्ट के अनुसार अब तक आयोजित शिविर में टेली कंसंलटेशन के माध्यम से प्रदेश में कुल 2859 मरीजों को विशेषज्ञ चिकित्सकों ने ऑनलाइन उपचार देकर लाभान्वित किया, जिनमें से सर्वाधिक 586 कॉल नागौर जिले से की गई। वहीं राज्य स्तर की एक दिवसीय रिपोर्ट पर नजर डाली जाए तो भी नागौर जिला पूरे प्रदेश में अव्वल रहा है. राज्य में शुक्रवार को आयोजित मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीव शिविरों में दी गई टेली कंसल्टेंसी सेवाओं से पूरे राज्य में 304 लोगों को लाभान्वित किया गया, जिनमें से 207 अकेले नागौर जिले से है.