विनय एक्सप्रेस समाचार,बीकानेर। कुर्बान कर दी जिदंगी जिन्होंने वतन की हिफाजत में, उन्हीं के दम पर आज हिंदूस्तान कायम है… शहीदे आजम भगतसिंह, सुखदेव व राजगुरू के शहादत दिवस पर उनको नमन करने के लिए यहां हर कोई भावविभोर खड़ा था। अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि, युवा और आमजन ने मंगलवार को पहले गांधी चौक और फिर शहीद स्मारक पर, अमर शहीद भगतसिंह, सुखदेव व राजगुरू को श्रद्धाजंलि दी गई।
वंदे मांतरम, जयहिंद, और इंकलाब जिंदाबाद का नाद आकाष में गूंजायमान हो रहा था, गांधी चौक से लेकर मूंडवा तिराहा स्थित शहीद स्मारक तक निकाली गई अहिंसा यात्रा जिस मार्ग से गुजरी, वहां मौजूद शहरवासी भी इसमें शामिल हो गया। भगतसिंह, सुखदेव व राजगुरू का स्वरूप व वेषभूषा धारण किए स्काउट गाइड के रेंजर्स व स्कूली विद्यार्थियों की अगुवाई में महात्मा गांधी दर्शन समिति के जिला संयोजक जगदीश नारायण शर्मा, जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी, पुलिस अधीक्षक श्वेता धनकड़, समिति के जिला सह संयोजक हीरालाल भाटी, अतिरिक्त जिला कलक्टर मनोज कुमार, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी, नागौर नगर परिषद के सभापति मीतू बोथरा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा, सहायक कलक्टर रामजस बिश्नोई, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मेहराम महिया, शिक्षा विभाग के सहायक निदेषक मोहनराम जाट, एडीईओ सुरेष सोनी, बीसीएमओ डाॅ. महेन्द्रसिंह मीणा, नगर परिषद आयुक्त श्रवण चौधरी, जिला खेल अधिकारी भंवर सियाक सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों ने इस अहिंसा यात्रा में भाग लिया।
अहिंसा यात्रा के समापन पर गांधी दर्शन समिति के पदाधिकारियों, जिला कलक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारियों, कर्मचारियों, एनसीसी कैडेट्स व स्कूली विद्यार्थियों, पुलिस के जवानों तथा खिलाड़ियों ने शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित किए और दो मिनट का मौन रखा गया।
सफल आयोजन में रही इनकी अहम भूमिका
एनसीसी के अधिकारी प्रेमसिंह बुगासरा व उनके कैडेट्स, पुलिस के जवान, जिनमें विषेषकर मातृशक्ति तथा गांधी दर्शन समिति के दिलफराज खान व उनकी टीम, एसीबीईओ महबूब खान और राधेश्याम गोदारा व उनकी टीम, नेहरू युवा केन्द्र की जिला अधिकारी सुरमयी शर्मा व उनके युवा प्रेरकों तथा स्काउट व गाइड के सीओ अशफाक पंवार, मीनाक्षी भाटी व इंदिरा बिश्नोई तथा उनके रोवर व रेंजर्स ने अहिंसा यात्रा के सफल आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस दौरान बीसीएमओ नागौर की हैल्थ स्क्रीनिंग टीम ने भी अपनी सेवाएं दी।
ये बने भगतसिंह, सुखदेव व राजगुरू
अहिंसा यात्रा के दौरान भगतसिंह, राजगुरू व सुखदेव के प्रतिरूप व वेशभूषा में गजराज कंवर, नगाराम, भूपेन्द्रसिंह, संपत व रविन्द्र गहलोत मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहे।
जिनके रास्ते सही वो मंजिल को पाएंगे…
हमारा देष ऐसे ही आजाद नहीं हुआ, भगतसिंह, राजगुरू, सुखदेव और चंदषेखर जैसे आजादी के सूरमाओं ने अपनी शहादत दी और आजादी के लड़ी जा रही जंग में क्रांति आई और बापू के अहिंसा मार्ग से देष आजाद हुआ। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा कि जिनके रास्ते सही है वो मंजिल को जरूर पाएंगे, उनका यह कथन आज भी प्रासंगिक है, युवा पीढ़ी को समानता का भाव रखते हुए सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलते अपना लक्ष्य हासिल करना चाहिए।
जगदीष नारायण शर्मा, जिला संयोजक, महात्मा गांधी दर्षन समिति, नागौर
आजादी के अमृत महोत्सव को प्रेरणा स्त्रोत बनाएं
वर्ष 2000 के बाद जन्में और आज नौजवान बन चुके हमारे युवाओं को देष की आजादी के लिए हुए संघर्ष का पूरा इतिहास मालूम होना चाहिए। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती वर्ष तथा देष की आजादी की 75 वीं वर्षगांठ पर मनाए जा रहा आजादी का अमृत महोत्सव युवा पीढ़ी के लिए इस मायने में प्रेरणा स्त्रोत का काम करेंगे और इसी में ऐसे आयोजन की सार्थकता सिद्ध होगी।
डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी, जिला कलक्टर, नागौर
वतन पर मिटने वालों का बाकी यही निषां होगा
शहीदों की याद में हर वर्ष लगेंगे मेले, वतन पर मिटने वालों बाकी यही निषां होगा। आजादी की लड़ाई में शहादत देने वाले वीर सपूतों को सही मायने में सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी, जब हम वर्तमान समय में बेेरोजगारी, घूसखोरी, कालाबाजारी, असमानता जैसे दंष को चुनौती के रूप में स्वीकारते हुए उसे जड़ से मिटा देंगे। आजादी का अमृत महोत्सव के प्रत्येक आयोजन में पुलिस हर कदम पर सक्रिय भूमिका निभाएगी।
श्वेता धनकड़, पुलिस अधीक्षक, नागौर