आमजन को सहजता से मिले बैंक सुविधाओं का लाभ – एडीएम इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना के लक्ष्य पूरे करने के निर्देश

विनय एक्सप्रेस समाचार,नागौर। जिला स्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक गुरुवार को अतिरिक्त जिला कलक्टर मोहनलाल खटनावलिया के मार्गदर्शन में कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई। जिसमें सबसे पहले अग्रणी बैंक प्रबंधक यूको बैंक के संदीप गुप्ता द्वारा गत बैठक की पुष्टि की गई। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर द्वारा समग्र रूप से बैंकों के कार्यवृत्त की रिपोर्ट लेने के बाद सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं की समीक्षा बैंकों के अनुसार की गई। इस बैठक में इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना, राजस्थान एससी एसटी जाति निगम, राष्ट्रीय ग्रामीण व नगरीय आजीविका मिशन, प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना आदि की समीक्षा की गई।
इस अवसर पर एडीएम खटनावलिया ने इंदिरा गांधी क्रेडिट कार्ड योजना में नागौर जिले में निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने के निर्देश दिए.मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन के लिए बैंकों में प्रेषित आवेदन जिला उद्योग केंद्र द्वारा प्रेषित आवेदन पत्रों में ब्याज अनुदान पत्र जिला उद्योग केंद्र को भिजवाने हेतु निर्देशित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बैंकिंग संस्थान भी सरकारी योजनाओं के निमित्त जमकर सहयोग करें। उन्होंने बैंक अधिकारियों से जिला उद्योग केंद्र के माध्यम से भेजी लोन पत्रावलियों को निर्धारित समयबद्धता के साथ निस्तारित करने का निर्देश दिया। साथ ही लोन स्वीकृत होते ही राशि संबंधित को शीघ्र हस्तांतरित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जरूरतमंद को शीघ्र लोन मिलना चाहिए। उन्होंने बैंक अधिकारियों से जरूरतमंद को लोन के लिए ऋण स्वीकृत करने के लिए संवेदनशीलता दिखाने का आग्रह किया तथा असंवेदनशील कारणों से या बिना युक्तियुक्त कारणों के पत्रावलियां निरस्त नहीं करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि लोन अस्वीकृत करने के समुचित कारणों के संबंध में उद्योग विभाग व बैंक अधिकारियों को समन्वित रूप से जांच करनी चाहिए। लोन पेंडिंग के संबंध में जिन बैंकों में प्रकरण अधिशेष है, ऐसे प्रकरणों से संबंधित पूरे प्रपत्र बैठक में लेकर आएं, ताकि जिन बैंकों का लोन से संबंधित प्रकरण अधिक बकाया है, उनकी सघन रूप से समीक्षा की जा सके। इस दौरान उन्होंने कहा कि बैंकों के छोटे से प्रयास से अगर जिले का विकास हो रहा है तथा बेरोजगार नागरिक को रोजगार प्राप्त हो रहा है, तो उसे स्वीकृत करवाने तथा आवश्यकता होने पर उच्च स्तर पर अधिकारियों को भेजने में भी शीघ्रता करनी चाहिए। वहीं उन्होंने बैंकों में कई पत्रावलियां पेंडिंग रहने पर उनका शीघ्र निस्तारण करवाने के निर्देष दिए। इस दौरान उन्होंने बीमा, छात्रवृत्ति, ऋण आदि से संबंधित गत वर्ष के बकाया प्रकरण को भी इस वर्ष के संख्यात्मक विवरण में क्रमशः जोड़ने का भी निर्देश दिया। साथ ही सभी बैंक अधिकारियों को अपनी समस्त शाखाओं को ई-पोर्टल पर व्यवस्थित रखने का भी सुझाव दिया।इस दौरान एडीएम ने बैक अधिकारियों से कहा कि किसी भी प्रकार के ऋण आवेदन की फाइल व सुरक्षा बीमा तथा फसल बीमा के आवेदन पेंडिग ना रहे तथा कमजोर वर्ग के लिए सकारात्मकता से कार्य करते हुए गरीब परिवार को अधिक से अधिक लाभ मिले, इसके प्रयास किए जाएं, ताकि लोग मजबूती से खड़े हो सके। साथ ही एडीएम ने कहा कि वृद्धजनों के किसी भी प्रकार का भुगतान करने में देरी ना करें।उन्होंने कहा कि महामारी से असामयिक मृत्यु होने वाले नागरिकों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, जीवन ज्योति व अटल पेंशन योजना आदि से संबंधित योजना के तहत आर्थिक लाभ व सहयोग प्रदान किया जाता है। इस संबंध में सभी सामाजिक व स्वयंसेवी संगठनों, जन प्रतिनिधियों को अपने-अपने क्षेत्र में संबंधित ऐसे पीड़ित परिवारों का सहयोग करके बैंक से संपर्क करवाना चाहिए। उन्होंने बैंकिंग अधिकारियों से भी इस संबंध में अपने स्तर पर पीड़ित परिवार को लाभ देने तथा मानवीय आधार पर स्वप्रेरणा से पहल करने का आह्वान किया। इस बैठक में जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक बजरंग सांगवा लीड बैंक मैनेजर संदीप गुप्ता, नाबार्ड के मोहित चौधरी सहित विभिन्न बैंकों के अधिकारी मौजूद रहे