विनय एक्सप्रेस समाचार,नागौर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा 30 दिसम्बर को अपने आवास स्थान जयपुर में अल्पसंख्यक वित्त आयोग द्वारा अल्पसंख्यक आम ऋण माफी योजना (एमनेस्टी) के तहत राजस्थान के लाभार्थियों को अनापत्ति प्रमाण पत्र व नए लोन वितरण के चैक प्रदान किए। जिसमें राजस्थान के सभी जिलो से लाभार्थी उपस्थित हुए। इसमें नागौर जिले से दो लाभार्थियों मुबारक अली पुत्र शोकत अली निवासी तरनाउ, नागौर व जब्बार मोहम्मद पुत्र गफार खान निवासी रियां को भी मुख्यमंत्री ने अदेय प्रमाण पत्र दिए। लाभार्थी मुबारक अली ने बताया कि उसके पिताजी ने 2008 में किराणा दुकान हेतुु अनुजा निगम से ऋण लिया था, और उक्त सहायता से किराना की दुकान भी अच्छी चल रही थी पर थोड़े समय बाद ही कैंसर से उनके पिताजी का आकस्मिक निधन हो गया, बीमारी के चलते सम्पूर्ण जमापूंजी खर्च होने के कारण दुकान भी बन्द हो गई और उन दोनों भाईयों को दिहाड़ी मजदूरी का काम परना पड़ा पर आज उसे एक लाख सत्तर हजार सात सौ पचास रुपए की छूट प्राप्त कर बहुत ही अच्छा महसूस कर रहे है। इस मौके पर अल्पसंख्यक मामलात मंत्री सालेह मोहम्मद, राज्य मंत्री जाहिदा खान, मुख्य सचिव निरंजन आर्य, प्रशासनिक सचिव पी.सी. किशन सहित कई जन प्रतिनिधि व गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।नागौर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी राजेश कालवा ने बताया कि अल्पसंख्यक आम माफी ऋण योजना (एमनेस्टी) के तहत नागौर में योजना के प्रथम चरण में कुल 825 में से 426 लोगों को मूलधन का 20 प्रतिशत प्राप्त कर शेष ब्याज मय दंडनीय ब्याज की छूट प्रदान की गई है। जिसमें नागौर ने 855153 रूपये प्राप्त कर 31498051 रूपये की राज्य सरकार द्वारा छुट प्रदान की गई है। वर्तमान में एमनेस्टी योजना के द्वितीय चरण में शेष रहे ऋणी अपनी मूल राशि का तीस प्रतिशत जमा करवाकर अदेय प्रमाण पत्र कार्यालय से प्राप्त कर सकते है और जिनकी मूल राशि का 20 प्रतिशत/30 प्रतिशत राशि जमा है उन्हें मुफ्त में अदेय प्रमाण पत्र मय चैक बुक वापस लौटाई जा रही है।