झाड़ेली में मनाया अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस, महिलाओं में बढ़ा हौसला

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष में उरमूल खेजड़ी संस्थान झाड़ेली परिसर में राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक, एचसीएल फाउंडेशन एवं कृषि विज्ञान केंद्र के सहयोग से महिला मिलन समारोह 2022 का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 13 गाँव की 96 महिलाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत बारह आधार शीला के दीप प्रज्ज्वलित कर गीत के साथ की गई। कार्यक्रम का संचालन महिला मंच द्वारा किया गया, जिसमें कृषि विज्ञान केंद्र की डॉ भावना शर्मा ने कहा कि महिलाओं के लिए शिक्षा प्राप्ति महत्वपूर्ण है। जिसका उदाहरण मैं स्वयं डॉक्टर हूँ और महिलाओं की आमदनी बढ़ाने के लिए अलग अलग प्रशिक्षण देने की क्षमता रखती हूँ। इसलिए महिलाओं को शिक्षा के साथ आजीविका प्रशिक्षण लेने की की आवश्यकता है। डॉ लक्ष्मी पँवार ने महिलाओं में सामान्य तौर पर होने वाली बीमारियों का मुख्य कारण समय पर इलाज नहीं लेना और बीमारी के बारे में समय पर न बताना हमें निरूसंकोच बीमारी की जानकारी बताने से ही समय पर इलाज होगा।

राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक नागौर के जिला प्रबंधक मोहित कुमार चौधरी ने बताया कि विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए अल्प अवधि के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करते हुए स्वरोजगार के लिए महिलाओं को प्रोत्साहित किया जाता है जिसमें कौशल प्रशिक्षण ,कृषि , मुर्गी पालन से आमदनी बढ़ाना एवं बाजार व्यवस्था के बारे में जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम में सबसे अच्छा कार्य करने वाली महिलाओं को राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक नागौर द्वारा पुरुस्कृत किया गया। उन्होंने बताया कि नाबार्ड ने महिलाओ को सबल प्रदान करने के लिए उरमूल संस्थान के साथ मिलकर श्स्वयं सहायता समूह बनाये जिनको बाद में ‘नया उजाला प्रोडूसर कंपनी के नाम से संगठित किया गया। कार्यक्रम के दौरान बुद्धि ने बताया कि नाबार्ड तथा संस्थान से जुड़कर मैंने मेरी बेटियों को पढ़ाया। स्वयं सहायता समूह की सदस्य बनकर अलग अलग प्रशिक्षण लेकर आज मेरी समझ बनी है। जिसके परिणामस्वरूप बकरी पालन दुकान मेट का काम कर मेरी पहचान बनाई है। पन्नी देवी ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि मैंने स्वयं सदस्य समूह जुड़कर पशु सखी का प्रशिक्षण लिया। आज पशुपालन से मेरे घर में पशुओं से आमदनी लेती हूँ एवं दूसरे परिवारों के पशुओं की टीकाकरण एवं प्राथमिक उपचार कर देती हूँ।

नाबार्ड द्वारा पोषिततथा मरुधरा ग्रामीण बैंक द्वारा संचालित वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम के बिरमाराम ने बैंक खाता खोलने से लेकर वर्तमान में धोखाधड़ी से बचने के उपाय और बैंक बीमा की जानकारी दी।
कृषि विज्ञान केंद्र से डॉ गोपीचन्द वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष ने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र महिलाओं की आजीविका संबंधित अलग अलग प्रकार के प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर कैसे बने उसके लिए आप जब भी अपने बारे में प्रशिक्षण की जरूरत हो तो कृषि विज्ञान केंद्र आपका सहयोग करेगा।
प्रगतिशील किसान मीरां खंवर ने बताया कि हमारे स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जैविक खेती अपनाना जरूरी है। जिससे दवाइयों का खर्च और उनके दुष्परिणाम से बचाव होगा।

नित्यानंद राज साइट सेवर्स राजस्थान कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि महिलाओं में मोतियाबिंद की शिकायत सबसे अधिक पाई जाती है जिसका मुख्य कारण समय पर आँख जांच नहीं करना और संकोच करना है। जिला नागौर को 2025 तक मोतियाबिंद मुक्त करने लिए जिला अंधता निवारण समिति, शंकरा आई अस्पताल जयपुर, उरमूल खेजड़ी संस्थान द्वारा मोतियाबिन्द की पहचान करना और जब भी नाबार्ड एवं कृषि विज्ञान केंद्र के प्रशिक्षण आयोजन में शामिल होकर आई केयर के लिए प्रशिक्षित करेंगे।
संस्थान सचिव धन्नाराम ने कार्यक्रम का उद्देश्य बताते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष में महिलाओं को सबोधित करते हुए बताया कि उत्पादन में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी से ही सारे कार्य संपन होते है लेकिन महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होकर मांग करनी होगी और बालिकाओं को शिक्षा का अवसर मिलें जो आज महिलाओं ने अपनी बालिकाओ को आवासीय शिविर से उच्च शिक्षा तक पहुंचना, स्वयं मंच संचालन के साथ अपने अनुभव सबको बांटना ही महिला ससक्त होना उदाहरण है। इसलिए महिलाओं को अपनी आमदनी के नए स्रोत बाजार की मांग अनुसार ढूँढना पहली प्राथमिकता है। इस कार्यक्रम में देवाराम, श्रवण लाल, संतोष टीकुराम, पेमाराम, प्रेमाराम, मुकेश, श्रीपाल, विकास, महेंद्र, श्यामसिंह राकेश, प्रेम कैलाश ने भाग लिया।