मैराथन से हुआ टीबी मुक्त राजस्थान अभियान का आगाज

21 दिवसीय अभियान में टीबी बीमारी के खिलाफ किया जायेगा आमजन को जागरूक’

विनय पत्रिका समाचार, नागौऱ। विश्व क्षय रोग दिवस से जिले को टीबी रोग से मुक्त करने के लिये के लिये टीबी मुक्त नागौर अभियान चलाया जायेगा। इस अभियान का जिला स्तरीय आगाज नागौर शहर में गुरूवार सुबह मैराथन का आयोजन कर किया गया।

टीबी रोग के प्रति जनजागरूकता विकसित करने और इसके उन्मूलन के लिए 21 दिवसीय टीबी मुक्त नागौर अभियान 24 मार्च से 13 अप्रेल तक चलाया जायेगा। पहले दिन आयोजित टीबी जागरूकता मैराथन को पुराना अस्पताल से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मेहराम महिया ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मैराथन में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, जिला क्षय रोग निवारण केन्द्र के कार्मिकों, नेहरू युवा केन्द्र के स्वयंसेवकों सहित नागौर शहर के कई युवाओं और बालिका खिलाड़ियों ने भी भाग लिया। इस मैराथन में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रही बालिकाओं को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मेहराम महिया व जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. श्रवण राव ने पारितोषिक भी वितरित किया। मैराथन में प्रथम स्थान पर निशा, द्वितीय स्थान पर रिया और तृतीय स्थान पर पूजा रही।

इस मैराथन में जिला क्षय रोग निवारण केन्द्र के डीपीएम नरेन्द्रसिंह राठौड़, सुनील हर्ष, जिला आईईसी समन्वयक हेमन्त उज्जवल, आरआई कॉर्डिनेटर जाकिर खान, डीईआईसी कॉर्डिनेटर कैलाश फिड़ौदा, अभियान नयन दृष्टि नागौर के नोडल अशोक चौधरी, चिराग अग्रवाल, हरीश चौधरी, एनवाईके स्वयंसेवक हर्षुल पटेल सहित बड़ी संख्या में युवा व खिलाड़ी शामिल हुए। इसके बाद राजकीय क्षय रोग निवारण केन्द्र में डॉक्टर श्रवण राव व डॉक्टर शादाब ने क्षय रोग मरीजों का संवेदीकरण किया गया। इसके साथ ही टीबी मुक्त भारत अभियान में अच्छा काम करने वाले एसटीएस मुकेश बेड़ा, एसटीएस बाबूलाल, टिस स्टॉफ अविनाश व अजय, लेखाकार वेणुगोपाल व एलटी कैलाश डोगीवाल आदि स्टॉफ को सम्मानित किया गया।

’24 मार्च से 13 अप्रैल तक चलेगा अभियान’

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मेहराम महिया ने बताया कि राज्य स्तर से प्राप्त निर्देशानुसार विश्व क्षय रोग दिवस 24 मार्च से 13 अप्रैल तक टीबी मुक्त नागौर अभियान के तहत जिले में विभिन्न जनजागरूकता गतिविधियों के साथ ही टीबी की जांच, उपचार, परामर्श सेवाओं सहित, अनेक चिकित्सा प्रबंधन के कार्य संचालित किये जायेगें। उन्होने बताया कि टीबी जानलेवा रोग है और समय पर उपचार शुरू नहीं होने पर रोगी का अपना जीवन बचाना कठिन हो जाता है। टीबी मुक्त नागौर अभियान के तहत टीबी संक्रमण से ग्रसित लोगों की पहचान की जायेगी और उनका सम्पूर्ण निःशुल्क उपचार सुनिश्चित किया जायेगा। इस दौरान आयुष्मान भारत हैल्थ एंड वैलनेस केन्द्रों के अधीन ग्रामीण क्षेत्रों में जनजागरूकता गतिविधियों के साथ ही टीबी की जांच, उपचार, परामर्श सेवाओं सहित, अनेक चिकित्सा प्रबंधनं के कार्य संचालित किये जाएंगें।

टीबी चैम्पियन लाएंगे गांवों में जागरूकता

जिला क्षय रोग निवारण अधिकारी डॉ. श्रवण राव ने बताया कि अभियान के तहत प्रत्येक ब्लॉक में चयनित किए गए टीबी चैम्पियन गांव-गांव जागरूकता लाने का काम करेंगे। यह वे व्यक्ति हैं, जो क्षय रोग को हराकर स्वस्थ जीवन जी रहे हैं डॉ. राव ने बताया कि इस अभियान में टीबी रोगियों के लिये उपलब्ध उपचार एवं जांच सुविधाएं और अधिक सुदृढ़ की जाएंगी। इसके साथ ही टीबी रोगियों की बैंक खाते की डिटेल निक्षय पोर्टल पर अपलोड की जाएगी। सभी टीबी रोगियों को निक्षय पोषण योजना के तहत निर्धारित राशि का भुगतान उनके बैंक खाते में किया जाएगा। उन्होने बताया कि टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत समाज में टीबी रोग के प्रति फैली भ्रांतियों को दूर करने में मुख्य भूमिका निभा सकते है। अभियान के दौरान लोगो के समझाइश सत्र आयोजित होगें, समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। टीबी जागरूकता के लिए अन्य विभिन्न गतिविधियां जैसे ग्राम सभा, जन आरोग्य समिति बैठक, टीबी के रोगियों के लिए वेलनेस सत्र, पोस्टर प्रतियोगिता सहित अनेक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।