विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। राज्य सरकार के निर्देशानुसार शुद्ध के लिये युद्ध अभियान के तहत जिले में खाद्य सामग्री बनाने व बेचान करने वाले संस्थानों पर निरीक्षण की कार्यवाही की गई। जनवरी से अब तक 188 सैम्पल लिए गए कुल सैम्पलों में से 136 नमूने की रिपोर्ट प्राप्त हुई है जिसमे 60 नमूने अमानक रहे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मेहराम महिया ने बताया कि शुद्ध के लिए युद्ध अभियान जारी रहे। खाद्य पदार्थों में मिलावट पर अंकुश लगाने के लिए जिले में खाद्य सामग्री का निर्माण एवं विक्रय करने वाले संस्थानों पर निरीक्षण की कार्यवाही की गई। निरीक्षण दल में जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजेश कुमार जांगिड़ ने खाद्य सामग्री को बनाने एवं बेचान करने वाले संस्थानों की जांच की एवं सैम्पल एकत्र किए। जिले में जनवरी से शुद्ध के लिए युद्ध अभियान अनवरतः जारी है। करीब तीन माह में 188 सैम्पल लिए गए जिनमें से 136 सैम्पल की रिपोर्ट विभाग को प्राप्त हो चुकी हैं।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजेश जांगिड़ ने बताया कि यह अभियान मार्च के अन्त तक तो चलेगा ही लेकिन मिलावट पर अंकुश करने के लिए विभाग द्वारा कार्यवाही निरंतर जारी रहेगी। जिले में जनवरी से अब तक 188 नमूने जांच हेतु लिए गए जिसमे से 136 नमूनों की रिपोर्ट विभाग को प्राप्त हो चुकी है, 60नमूने अमानक रहे, मिथ्याछाप व अनसैफ पाए गए। इन सभी खाद्य विक्रेताओं पर नियमानुसार कार्यवाही की गई है। अभियान केे दौरान घी, तेल लाल मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर, दूध, पकोडे का आटा, बेसन , पनीर, नमकीन, टोमेटो कैचप, काजू, बादाम, मावे की मिठाई, शूगर बॉयल कन्फेक्शनरी, चाय की पत्ति, केक, कलाकंद, रसगुल्ला, शूगर, अचार, दही, आयोडीन नमक, साबुत, चाकलेट, व ब्रेड के सैम्पल लिए गए।
उन्होंने बताया कि जिले में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत अवधिपार मिले पदार्थो को वहीं पर ही नष्ट करवाया गया। दुकानदार को चेतावनी दी गई कि भविष्य में अवधिपार सामग्री को दुकान पर ना रखें, अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सभी सैम्पलों को जांच के लिए खाद्य प्रयोगशाला भिजवा दिया गया है। उन्होंने बताया कि जिले में अगर कहीं पर मिलावटी खाद्य पदार्थ तैयार अथवा बेचान किया जाता है, तो उसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग के कंट्रोल रूम नम्बर 01582240844 मोबाइल नम्बर दी जाए।