विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। राजस्थानी साहित्य का प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार केन्द्रीय साहित्य अकादेमी नई दिल्ली द्वारा नगर के राजस्थानी भाषा के वरिष्ठ कवि कथाकार, नाटककार एवं आलोचक-अनुवादक कमल रंगा को मिलना नगर का गौरव है, साथ ही यह पुरस्कार बीकानेर की समृद्ध साहित्यक परंपरा को आगे ले जाने वाला है। यह उद्गार वरिष्ठ साहित्यानुरागी एवं नागरी भण्डार के व्यवस्थापक नंदकिशोर सोलंकी ने रंगा का आत्मिक सम्मान-स्वागत करते हुए व्यक्त किए।
कमल रंगा की श्रेष्ठ एवं चर्चित राजस्थानी नाट्य पुस्तक ‘अलेखूं अंबा’ के संदर्भ में अपनी बात रखते हुए युवा शायर कासिम बीकानेरी ने कहा कि महाभारत के पौराणिक पात्रों को लेकर नारी विमर्श का यह बेहतरीन नाटक है। रंगा का पुरस्कार नगर का पुरस्कार है।रंगा का सम्मान करते हुए कवि गिरीराज पारीक एवं शायर बुनियाद हुसैन जहीन ने कहा कि कमल रंगा राजस्थानी भाषा साहित्य के क्षेत्र में गत 45 वर्षो से निरन्तर सृजनरत है और साथ ही सभी भाषाओं के प्रबल समर्थक है।
वरिष्ठ शायर जाकिर अदीब ने कहा कि आप करीब-करीब साहित्य की सभी विधाओं में सृजन करते है। आपकी अब तक सिर्फ और सिर्फ राजस्थानी भाषा की 30 से अधिक पुस्तकें सृजित हो चुकी है।
नागरी भण्डार परिसर में कमल रंगा के सम्मान स्वागत अवसर पर असद अली असद, गंगा बिशन बिश्नोई इतिहासविद् डॉ फारूक चौहान, संजय सांखला, माजिद खां गौरी, गोपाल गौतम, छगन सिंह, संतोष शर्मा, नंदकिशोर आचार्य सहित अनेक गणमान्य ने रंगा का सम्मान एवं स्वागत किया।
प्रज्ञालय के कार्यक्रम प्रभारी कासिम बीकानेरी एवं हरिनारायण आचार्य ने बताया कि रंगा के राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार हेतु चयन उपरांत निरंतर बधाईयां देने वालों का ताता लग रहा है जिनमें प्रमुख है-भवानी शंकर व्यास ‘विनोद’ मनोहर सिंह राठौड़, डॉ सी.पी देवल लक्ष्मणदान कविया, ओम नागर, मीठेस निर्मोही, दीनदयाल ओझा, ओम प्रकाश भाटीया, श्याम सुंदर भारती, भवंर पुरोहित, हरीश बी शर्मा, धीरेन्द्र आचार्य, नगेन्द्र किराडू, आशीष पुरोहित, सुकांत किराडू, डॉ दूलाराम सारण, मालचंद तिवाड़ी, बुलाकी शर्मा, डॉ. निकिता, आनंदसिंह चौहान, अजरूदा, आशाराम शर्मा, डॉ मदन सैनी, डॉ राजेश व्यास डॉ. राजेन्द्र बारठ, डॉ मंगत बादल, अविनाश व्यास, शरद केवलिया, डॉ नृसिंह बिन्नाणी, श्रीकिशन शर्मा, अशोक शेखर, विष्णु शर्मा, विक्रम चौहान, कृष्ण कुमार आसु, सुनील गज्जाणी, इसरार हसन कादरी, डॉ. नितिन गोयल, संजय पुरोहित, अमित गोस्वामी, डॉ गजादान चारण, शंकरसिंह राजपुरोहित, डॉ निजर दैया, मनीषा गौड़, गिरधरदान रतनू, मनीषा आर्य, भैरूरतन छंगाणी, रितु शर्मा, सीमा भाटी, श्रीमती शीला व्यास, बी.एल नवीन, सरदार अली, सरल विसारद, शांति प्रसाद बिस्सा, प्रो चन्द्रशेखर, आनंद जोशी, एस पी रंगा, डॉ गौरव बिस्सा, डॉ गौरीशंकर प्रजापत, कुंदन माली, अभिलाषा पारीक, पृथ्वीराज रतनू, आशा शर्मा, हनुमंत गौड, गौरी शंकर आचार्य, दिपचंद सांखला, दामोदर तंवर, प्रेम व्यास, डॉ भवानी सिंह, विरेन्द्र लखावत, अब्दुल समद राही, किशन कबीरा, रसीद गौरी, कैलाश टाक, आत्माराम भाटी, डॉ अजय जोशी, दिनेश पंचाल, योगेश व्यास, डॉ नमामी आचार्य, रवि पुरोहित, डॉ बृजरतन जोशी, अजीज भुट्टा, राजेश छंगाणी, विमल छंगाणी, सुशील छंगाणी, श्याम ओझा, अशोक नाई भवानी सिंह, अशोक शर्मा, कार्तिक मोदी, घनश्याम ओझा, तोलाराम सारण, मन मोहन व्यास, उमाशंकर व्यास, अशोक जोशी, विपीन पुरोहित, सुरेश हिन्दुस्तानी, मोहम्मद पठान, रफीक कादरी, जाकिर, राम अग्रवाल, मांगीलाल राजपुरोहित सहित नगर प्रदेश एवं देश के विभिन्न कला क्षेत्र के लोगो द्वारा रंगा को निरन्तर इस साहित्यक उपलब्धि पर बधाई दी जा रही है।