विनय एक्सप्रेस समाचार, नई दिल्ली/गुवाहाटी: बांग्लादेश में मौजूद आतंकी संगठनों की सहायता से भारत में आंतकवाद फैलाने की साजिश को असम पुलिस ने नाकाम कर दिया है. असम पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो ग्लोबल टेरर नेटवर्क से जुड़े हुए थे. पुलिस ने उनके पास से हथियार और गोला-बारूद का जखीरा बरामद किया है.बता दें कि, राज्य में आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने और आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में आट लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. इनका मकसद भारत में आतंक का जाल खड़ा करना था. यह नेटवर्क बांग्लादेश के आतंकी संगठन के इशारे पर काम कर रहा था.
ग्लोबल आतंकवादी संगठन
19 दिसंबर को गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी बांग्लादेश स्थित आतंकी नेटवर्क अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) से जुड़े थे. ये सभी देश भर में, खासकर असम और पश्चिम बंगाल में स्लीपर सेल स्थापित करने के लिए काम कर रहा था. अंसारुल्लाह बांग्ला टीम भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा से संबद्ध है, जो एक ग्लोबल आतंकवादी संगठन का भी हिस्सा है.
असम पुलिस के एक प्रवक्ता ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि, दोनों आतंकियों को असम पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) द्वारा मंगलवार रात कोकराझार जिले के कोकराझार पुलिस थाने के नामपारा इलाके से चलाए गए अभियान के दौरान गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने बताया कि दोनों की पहचान अब्दुल जहीर शेख और सब्बीर मिर्धा के रूप में हुई है. ये दोनों नामपारा और सेरफांगगुरी के रहने वाले हैं.
आतंकियों के कब्जे से चार हस्तनिर्मित राइफलें, 34 राउंड जिंदा गोला-बारूद, 24 राउंड खाली कारतूस, हथगोला, डेटोनेटर, आईईडी बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले लोहे के केस, बड़ी संख्या में स्विच, विस्फोटक, पटाखे और अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किए गए हैं.
आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया
पुलिस ने यह भी दावा किया कि मंगलवार रात को सफलतापूर्वक चलाए गए अभियान ने आतंकी संगठन के गिरफ्तार सदस्यों के बांग्लादेश स्थित संचालकों द्वारा योजनाबद्ध एक बड़े आतंकी हमले को टालने में मदद की. पिछले सप्ताह असम पुलिस की एसटीएफ ने एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था. इस दौरान असम, पश्चिम बंगाल और केरल के विभिन्न स्थानों से आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
भारत को दहलाने के लिए स्लीपर सेल बनाने की साजिश
19 दिसंबर को गिरफ्तार किए गए लोगों में बांग्लादेशी नागरिक भी शामिल था, जिसकी पहचान केरल के मोहम्मद साद राडी उर्फ शब शेख (36) के रूप में हुई है और वह बांग्लादेश के राजशाही का निवासी है और उसे नवंबर 2024 के महीने में अपनी नापाक विचारधारा को फैलाने और भारत भर में समान विचारधारा वाले व्यक्तियों के बीच स्लीपर-सेल बनाने के लिए भारत भेजा गया था, ताकि भारत को अशांत किया जा सके.
आरएसएस और हिंदू संगठन के सदस्यों को निशाना बनाने की कोशिश
पुलिस ने कहा था कि साद रदी ने प्रतिबंधित अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) के स्लीपर सेल कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए असम और पश्चिम बंगाल का दौरा किया था, उसके बाद वह इसी उद्देश्य से केरल चला गया था. पुलिस ने कहा था कि आतंकी मॉड्यूल क्षेत्र को अस्थिर करने के अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और अन्य हिंदू संगठनों के सदस्यों को भी निशाना बनाने की कोशिश कर रहा था.