कोरोना संकट के बावजूद भारत में हर 10 दिन में एक यूनिकॉर्न बना : PM मोदी

विनय एक्सप्रेस समाचार, नई दिल्ली। पीएम मोदी ने रविवार को कहा कि भारत आज स्टार्टअप के क्षेत्र में विश्व का नेतृत्व कर रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के बावजूद भारत में हर 10 दिन में एक यूनिकॉर्न बना है। यूनिकॉर्न एक ऐसा स्टार्ट-अप होता है, जिसका मूल्यांकन कम से कम एक अरब डॉलर या करीब सात हजार करोड़ रुपये से ज्यादा होता है।

स्टार्ट-अप की दुनिया में आज भारत विश्व का नेतृत्व कर रहा है

पीएम मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 83वीं कड़ी में कहा कि युवाओं से समृद्ध हर देश में आइडिया, इनोवेशन और किसी भी काम को पूरा करने की जिद्द बहुत मायने रखती हैं। उन्होंने कहा कि आजकल चारों तरफ स्टार्ट-अप की चर्चा है। स्टार्ट-अप की दुनिया में आज भारत विश्व में एक प्रकार से नेतृत्व कर रहा है। साल-दर-साल स्टार्ट-अप को रिकॉर्ड निवेश मिल रहा है। ये क्षेत्र बहुत तेज रफ़्तार से आगे बढ़ रहा है। यहां तक कि देश के छोटे-छोटे शहरों में भी स्टार्ट-अप की पहुंच बढ़ी है।

हर 10 दिन में एक यूनिकॉर्न बना

पीएम मोदी ने अपने प्रधानमंत्री के प्रथम कार्यकाल के दौरान यूनिकॉर्न की स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि साल 2015 तक देश में बमुश्किल नौ या दस यूनिकॉर्न हुआ करते थे। अब यूनिकॉर्न की दुनिया में भी भारत तेज उड़ान भर रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक इसी साल एक बड़ा बदलाव आया है। सिर्फ 10 महीनों में ही भारत में हर 10 दिन में एक यूनिकॉर्न बना है। ये इसलिए भी बड़ी बात है क्योंकि हमारे युवाओं ने ये सफलता कोरोना महामारी के बीच हासिल की है। आज भारत में 70 से अधिक यूनिकॉर्न हो चुके हैं। यानी 70 से अधिक स्टार्ट-अप ऐसे हैं जो एक अरब डॉलर से ज्यादा के मूल्यांकन को पार कर गए हैं। उन्होंने कहा कि इसी कारण देश – विदेश के निवेशकों से उसे समर्थन मिल रहा है। शायद कुछ साल पहले उसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था। उन्होंने कहा कि स्टार्ट-अप के जरिये भारतीय युवा वैश्विक समस्याओं के समाधान में भी अपना योगदान दे रहे हैं।