विनय एक्सप्रेस समाचार, नई दिल्ली। पांच राज्यों के चुनावों में कांग्रेस की बुरी तरह हार के बाद अब अंदरूनी सियासत गरमा गई है। असंतुष्ट नेताओं का धड़ा एक बार फिर सक्रिय होकर पार्टी में बदलाव की मांग उठाने की तैयारी कर रहा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कमान किसी युवा नेता को सौंपने की मांग उठने लगी है। कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता और लेखक संजय झा के अलावा अजमेर लोकसभा से कांग्रेस उम्मीदवार रहे रिजु झुनझुनवाला ने सचिन पायलट को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का सुझाव दिया है। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस के जी-23 के नेताओं ने भी बैठक कर कमान युवा हाथों में सौंपने की मांग उठाई है।
संजय झा ने लिखा- अब वक्त आ गया है कि पायलट को कांग्रेस का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी दी जानी चाहिए। पायलट मेहनती, 24 घंटे काम करने वाले, जीत के लिए लालायित और अच्छे वक्ता हैं।
संजय झा ने पांच राज्यों में कांग्रेस की बुरी तरह हार के बाद संगठन के स्तर पर बड़े पैमाने पर बदलाव करने की मांग की है।
उद्योगपति ने किया संजय झा का समर्थन
झा को जवाब देते हुए उद्योगपति रिजु झुनझुनवाला ने ट्वीट किया- 2019 में अजमेर लोकसभा से उम्मीदवार के तौर पर मैं पूरे दिल से आपके सुझाव का समर्थन करता हूं।
मैं लोकसभा उम्मीदवार के तौर पर यह जिम्मेदारी से कह रहा हूं। पायलट सक्षम हैं। सवाल यह है कि क्या इसके लिए तैयार होंगे। अगर हां करते हैं तो इससे अच्छा कुछ नहीं होगा।
पायलट समर्थकों ने भी सोशल मीडिया पर दिए सुझाव
पांच राज्यों की हार के बाद सोशल मीडिया पर कई पायलट समर्थक सक्रिय हो गए हैं। पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह के पुत्र अनिरुद्ध सिंह ने भी पांच राज्यों की हार के बाद कांग्रेस के पुराने नेताओं पर निशाना साधते हुए सचिन पायलट को अध्यक्ष बनाने की मांग उठाई है। कई और समर्थकों ने भी सचिन को राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी देने की मांग उठाई है। इससे पहले कई नेता और लेखक पहले भी पायलट को राष्ट्रीय स्तर पर जिम्मेदारी देने का सुझाव दे चुके हैं।
सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने गहलोत को कमान देने का सुझाव दिया
सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने सीएम अशोक गहलोत को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का भी सुझाव दिया है। पांच राज्यों की हार के बाद से लगातार कांग्रेस में बदलावों और हार के कारणों को लेकर सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है।
अगस्त में होगा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव
2019 के लोकसभा चुनावों की हार के बाद से कांग्रेस में फुलटाइम राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं है। सोनिया गांधी तब से कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर काम कर रही हैं। कांग्रेस में संगठन चुनावों का प्रोसेस चल रहा है। अगस्त-सितंबर में राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर कांग्रेस में राहुल गांधी को फिर से मौका मिलना तय माना जा रहा है।