नवनियुक्त एपीआरओ की पांच दिवसीय क्षमता संवर्धन कार्यशाला संपन्न जनसम्पर्ककर्मी काबिलियत को बेचे,रूह को नहीं- पूर्व सूचना आयुक्त जनसम्पर्क का कार्य कांटों का ताज भी, गहना भी– सूचना एवं जनसम्पर्क, निदेशक

विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। पूर्व सूचना आयुक्त श्री नारायण बारेठ ने कहा कि जनसंपर्क  व्यापार नहीं है, इसके अपने मूल्य हैं। उन्होंने जनसम्पर्ककर्मियों से कहा कि वे अपनी काबिलियत को बेचे ,रूह को नहीं। सबसे कम भीड़ अच्छाई की खिड़की पर होती है और आपको वही खिड़की चुननी है।
श्री बारेठ शुक्रवार को हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय (एचजेयू) में नवनियुक्त सहायक जनसंपर्क अधिकारियों (एपीआरओ) की पांच दिवसीय क्षमता संवर्धन कार्यशाला के समापन समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए सूचना एवं जनसंपर्क निदेशक श्री पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा कि जनसंपर्क का कार्य जहां एक तरफ कांटों का ताज है तो वहीं गहना भी। इसमें सकारात्मक बदलाव लाने के लिए अपार संभावनाएं भी है और पग-पग पर जिम्मेदारियां भी। उन्होंने कहा कि सुशासन के मामले में राजस्थान पड़ोसी राज्यों से बहुत आगे है। स्वास्थ्य बीमा की मिसाल देते हुए उन्होने कहा कि राजस्थान में 88 फीसदी बीमा कवरेज है, जो कि अन्य राज्यों में मुकाबले में बड़ी उपलब्धि है।
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुधि राजीव ने कहा कि जनसंपर्क के पेशे में विश्वास और सच्चाई बहुत महत्वपूर्ण है। जनसंपर्क का मुख्य कार्य सकारात्मक वातावरण बनाना और सरकार के लिए ऎसा मंच तैयार करना है जो जनहित के लक्ष्यों को पूरा कर सके।  कार्यशाला की समन्वयक डॉ. ऋचा यादव और एचजेयू की अकादमिक और प्रशासनिक समन्वयक शालिनी जोशी ने भी संबोधित किया। कार्यशाला में सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के संयुक्त निदेशक (प्रशासन) श्री महेश शर्मा भी उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि नवनियुक्त एपीआरओ की यह क्षमता संवर्धन कार्यशाला एचजेयू में 17 से 21 अक्टूबर तक आयोजित की गई, जिसमें देश के जाने माने 21 शिक्षाविदों, प्रशासकों और विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को जनसंपर्क, भाषा, लेखन कौशल, व्यक्तित्व विकास और प्रशासन के नैतिक पहलुओं के बारे में जानकारी दी।