जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक हुई आयोजित, सभी क्षेत्रों में पानी पहुंचाना पहली प्राथमिकता-जिला कलक्टर नमित मेहता

विनय एक्सप्रेस समाचार, पाली। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक जिला कलक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में शुक्रवार को सम्पन्न हुई।

बैठक में अभावग्रस्त क्षेत्रो एवं जिले में राहत गतिविधियों के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई। जिला कलक्टर ने पेयजल पर चर्चा करते हुए कहा कि सभी क्षेत्रों में  पानी पहुंचाना पहली प्राथमिकता है। सभी उपखण्ड अधिकारी व ब्लॉक स्तर जलदाय विभाग के अधिकारी आपसी समन्वय से कार्य करे। कंटीजेंसी प्लान एवं डीएमएफटी योजना में जो कार्य स्वीकृत है उन्हें समय पर पुरा करवाया जावे। उन्होंने कहा कि 15 अप्रैल से ट्रेन से पानी लाया जा रहा है चार फेरो में 8 एफएलडी पानी आएगा जिसके संबंध में पूर्व तैयारियां करली गई है। उन्होंने बताया कि कुडी, निम्बला व भाद्राजून से भी टैंकरों में पानी परिवहन कर रोहट क्षेत्र में सप्लाई किया जा रहा है।

 

जोधपुर से रोहट तक पाईप लाईन मरम्मत कार्यप्रगति पर है। कांकाणी के आस पास तक पाईपलाईन की मरम्मत हो गई है। उन्होंने सभी उपखंड अधिकारियों को जल चौपाल आयोजित कर रिपोर्ट भेजने के निर्देश देते हुए कहा कि पानी को लेकर बिना मतलब हायतोबा या धरना प्रदर्शन की स्थिति पैदा ना हो। लोगों से समन्वय बनाकर छोटी छोटी शिकायतों को दूर करे। जलदाय विभाग के अधिकारियों के साथ रोजाना जल संबंधी रिव्यु करे। व्हाटसअप गु्रप बनाकर उस पर आने वाली शिकायतों का तुरंत निपटारा करे। उन्होंने कहा कि जिले में पानी की सप्लाई व्यवस्था एवं शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उपखण्ड अधिकारी सभी आवश्यक उपाय करे। अभाव ग्रस्त क्षेत्रों में पशु शिविर व चार डिपों की मांग हो तो ऑनलाईन प्रस्ताव तैयार कर भिजवाऐं। इनके लिए गाईडलाईन भिजवाई गई है उसकी पालना जरूरी है।

उन्होंने कृषि अनुदान के लम्बित प्रकरणों की ऑनलाईन फीडिंग के भी निर्देश दिए।
जिला प्रमुख श्रीमती रश्मिसिंह ने कहा कि रोहट क्षेत्र में पीने के पानी की किल्लत है। जोधपुर से रोहट तक पुरानी पाईपलाईन मरम्मत के स्थान पर नई पाईपलाईन का कार्य करवाया जाए। रोहट क्षेत्र में मटमेला पानी सप्लाई हो रहा है। रोहट तालाब में जमा कीचड को साफ करवाया जाए ताकि तालाब में स्थित बेरियों से पीने लायक पानी मिल सके। उन्होंने दूरदराज के क्षेत्र में नियमित रूप से टैंकरो द्वारा पानी आपूर्ति की बात कहीं।


विधायक ज्ञानचन्द पारख ने कहा कि परम्परागत जल स्त्रोतों पर सरकारी स्तर से पम्प लागाकर पानी निकाल कर सप्लाई करवाया जा सकता है। उन्होंने स्थानीय जल स्त्रोतों की साफ सफाई व कार्य करवाकर पानी लेने की आवश्यकता बताते हुए कहा कि विधायक कोष से भी इंजन खरीद कर पारम्परिक जल स्त्रोतों से पानी लिया जाकर जरूरमंदों को दिया जाए। उन्होंने कहा कि कांकाणी व मोगड़ा से भी पानी परिवहन कर लाया जाए। उन्होंने पाली शहर के मोहल्लो में टेल तक पानी सप्लाई करने की बात रखी। उन्होंने विधायक कोष से हैडपम्प व टयूब वेल खुदवाने के बकाया कार्यो को भी शीघ्र करवाने की बात कहीं।

विधायक खुशवीरसिंह ने कहा कि जोधपुर से रोहट आ रही पुरानी पाईपलाईन में लिकेज की समस्या ज्यादा है। विधायक कोष से स्वीकृत हैडपम्प व टयूबवेल के कार्य जल्द पूरे किए जाने चाहिए। उन्होंने मारवाड जंक्शन क्षेत्र में पानी की समस्या का जिक्र करते हुए कहा कि मूक जानवरों के लिए भी पेयजल के पुख्ता प्रबंध हो। विशेषकर रणकपुर बांध में मगरमच्छों के लिए पानी सुरक्षित रखा जाए।

जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियन्ता मनीष माथुर ने बताया कि जिले में पानी की स्थिति विकट है जवाई बांध, कंटालिया बांध व बाणियावास बांध में एक माह का पानी शेष है। चार उपखं डमें टैंकरों के माध्यम से मांग के अनुरूप पानी पहुंचाया जा रहा है। वर्ततान में 140 गांव ढाणियों में टैंकरों के माध्यम से पानी पहुचाया जा रहा है जिले के दस ब्लॉको में टैंकरो से पानी पहुंचाने एवं आपातकालीन योजना के 31 करोड के कार्य होने है। टैंकरो से पानी पहुंचाने के लिए जिलास्तर से दरें तय की गई है। ग्राम पंचायत स्तर पर भी उन्ही दरों से पानी परिवहन किया जा सकता हैं। इस बार पानी परिवहन की दरें पिछले वर्षो से अधिक रखी गई है। रोहट क्षेत्र के 56 गांव ढाणियों में टेंकरों से पानी दिया जा रहा है 9 गांव चिन्हित किए गए है। गेलावास में ओपनवेल पानी की आपूर्ति शुरू की गई है निम्बला, कुड़ी से पानी टैंकरो के मार्फत लाया जा रहा है। पाली शहर में 8 ट्यूबवेल से पानी लिया जा रहा है बाणियावास व जवाई बांध का पानी भी लिया जा रहा है। जवाई से अब एक माह तक पानी लिया जा सकेगा। 15 अप्रेल से वाटर ट्रेन, जवाई व बाणियावास से पानी लेकर शहर में जलापूर्ति की जाएगी।
अतिरिक्त जिला कलक्टर चन्द्रभानसिंह भाटी ने बताया कि जिले की छह अभावग्रस्त तहसीलों में पशुशिविर खुल सकते है। जिसमें पशुओ की गणना के आधार पर अनुदान देय है। इसी प्रकार चारा डिपो के लिए तय दर पर चारा लाने के लिए चारे के परिवहन पर अनुदान दिया जाता है।
बैठक में पाली शहर में पानी सप्लाई के समय बिजली आपूर्ति बंद रखने पर भी चर्चा हुई। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राम प्रकाश, यूआईटी सचिव वीरेन्द्रसिंह चौधरी, जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता मनीष माथुर, पीडब्ल्यूडी के अधिशाषी अभियंता दिलीप परिहार सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।