सफलता की कहानी : पाली जिला कलक्टर नमित मेहता की संवेदनशीलता बनी किशोरों के जीवन निर्माण की पहल

विनय एक्सप्रेस समाचार, पाली। राजकीय संप्रेषण एवं किशोर गृह पाली के दो बालक जिनके माता-पिता का पूर्व में देहांत हो चुका है, सहित कुल 3 बालकों का भविष्य जिला कलक्टर पाली श्री नमित मेहता की संवेदनशीलता से बदलाव की ओर है।

जिला कलक्टर द्वारा कुछ माह पूर्व संप्रेषण एवं किशोर गृह के निरीक्षण के दौरान वहां प्रवेशित बालकों से जब उन्होंने बात की तो तीनों बालकों ने शिक्षा के साथ ही व्यावसायिक प्रशिक्षण की इच्छा जाहिर की। बच्चों की इच्छा को ध्यान में रखते हुए जिला कलक्टर ने बाल अधिकारिता विभाग के अधिकारियों को व्यावसायिक प्रशिक्षण में रूचि रखने वाले बालकों को जल्द प्रशिक्षण से जोड़ने के निर्देश दिए।

राजकीय संप्रेषण व किशोर गृह के तीनों बालकों को जैतारण स्थित कौशल एवं उद्यमिता विकास संस्थान (सेबी) में अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन और नाबार्ड की साझेदारी के तहत ’टू-व्हीलर आटोमोटिव सर्विस टेक्निशियन’ के प्रशिक्षण के लिए मई माह से 100 दिन के लिए नामांकित किया गया।

यह तीनों बालक बीएस-6 लेब पर टू-व्हीलर के इंजन सहित सर्विस, रिपेयरिंग जैसे कार्यों का रुचि लेकर 100 दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं, जिसमें अधिकांश ट्रेनिंग पूरी कर ली गई है। प्रशिक्षण के पश्चात यह तीनों बालक स्वयं की आजीविका के लिए सक्षम बनेंगे जिससे इनका भविष्य सुरक्षित व सुनहरा बनेगा।

प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे इन तीनों बालकों का कहना है कि 100 दिवसीय व्यावसायिक प्रशिक्षण प्राप्त कर हम ऑटोमोबाइल सेक्टर में अच्छी नौकरी या स्वयं का कार्य करने में सक्षम बनेंगे जिससे हमारा भविष्य सुरक्षित हो सकेगा एवं जीवनयापन करने में यह प्रशिक्षण अहम साबित होगा, साथ ही हम अंग्रेजी बोलना व पढ़ना भी सीख रहे हैं। इन तीन बालकों से किशोर गृह में रह रहे दूसरे किशोर भी प्रेरित हो रहे हैं। जिला कलक्टर भी संवेदनशीलता इन किशोरों के जीवन निर्माण की पहल बन गई।