जिले का कोई भी पात्र बच्चा नहीं रहें स्कूली शिक्षा से वंचित : जिला कलक्टर नमित मेहता

विनय पत्रिका समाचार, पाली। जिला कलक्टर नमित मेहता ने कहा कि जिले का कोई भी पात्र बच्चा स्कूली शिक्षा से वंचित नहीं रहना चाहिए। प्रवेशोत्सव के दौरान ज्यादा से ज्यादा बच्चों का नामांकन सुनिश्चित किया जाए।
जिला निष्पादक समिति की शुक्रवार को हुई बैठक में जिला कलक्टर ने शाला दर्पण पोर्टल पर जिले की विभिन्न सूत्रों की रैकिंग की समीक्षा करते हुए कहा कि आगामी प्रवेशोत्सव कार्यक्रम के दौरान जिले के सभी पात्र बच्चों का विद्यालयों में नामांकन होना चाहिए। इसके लिए सभी ब्लॉक शिक्षा अधिकारी पूर्ण मेहनत से कार्य करे। जिला कलक्टर ने कहा कि शालादर्पण पोर्टल पर पाली जिला प्रथम दस रैकिंग के अंदर होना जरूरी है। इसके लिए विभिन्न सूत्रों में अच्छा कार्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी रहने के लिए निर्धारित मापदंडो पर विशेष ध्यान देकर कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 12 से 14 आयु वर्ग के बच्चों को कोविड वैक्सीनेट किया जा रहा है। जिसमें भी जिले की स्कूलों में कैम्प आयोजित कर बच्चों को बुलाकर लक्ष्य का शतप्रतिशत वैक्सीनेशन करना चाहिए। साथ ही 15 से 18 आयु वर्ग के वंचित बच्चों को भी कोविड वैक्सीनेट किया जाए। उन्होंने चिकित्सा विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि सप्ताह में दो दिन स्कूलों में कोविड वैक्सीनेशन के लिए शिविर लगाए। उन्होंने जिले में 26 मार्च से शुरू हो रही माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि परीक्षाओं के सुचारू संचालन के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जाए। उन्होंने समसा के तहत विद्यालयों में चल रहे कार्यो की समीक्षा करते हुए कहा कि डीएमएफटी के तहत स्कूलों में स्वीकृत विकास कार्यो पर भी तकनीकी अधिकारी पूर्ण ध्यान देकर गुणवता पूर्वक कार्य करवाएं। इसके लिए संबंधित उपखण्ड अधिकारी से समन्वय बनाए रखे। उन्होंने जिले में स्मार्ट क्लास के लिए चयनित विद्यालयों में स्मार्ट क्लास से संबंधित सभी व्यवस्थाए बनाए रखने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जिले की सभी ग्राम पंचायतों में मॉडल खेल मैदान बनाए जा रहे है इन खेल मैदानों के निर्माण के दौरान पीटीआई को भी अपनी भूमिका अदा करते हुए अच्छे खेल मैदान के निर्माण के लिए सहयोग देना चाहिए। उन्होंने कहा कि 58 स्कूलें अभी भी विद्युतीकरण का अभाव है इन स्कूलों में दो ट्यूबलाईट व दो पंखे चलने के लिए विद्युत व्यवस्था की जाए। दूर-दराज के क्षेत्र में स्थित विद्यालयों में सौलर ऊर्जा से कनेक्शन की व्यवस्था की जाए। इसके लिए भामाशाहों का सहयोग भी लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिले की सभी विद्यालयों में जल जीवन मिशन के तहत पानी की व्यवस्था होनी चाहिए। पाईपलाईन के जरिए पानी की सप्लाई की व्यवस्था हो, हैण्डपम्प, टांका से भी पाईपलाईन से जोडकर पानी उपलब्ध कराया जाए।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राम प्रकाश ने कहा कि 12 से 14 आयु वर्ग के सभी पात्र बच्चों को वैक्सीन लगाने के लिए स्कूलों में शिविर आयोजित किए जाएंगे। इसमें चिकित्सा एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी संयुक्त रूप से कार्यवाही करेंगे। उन्होंने कहा कि जिले में सभी ग्राम पंचायतों पर खेल मैदान का कार्य होगा जिसमें पीटीआई की अहम भूमिका रहेगी। जिन स्थानों पर खेल मैदानों के कार्य चल रहे है वहां पीटीआई खेल मैदानों की गुणवता के संबंध में ध्यान रखेगा।
बैठक में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ने नई शिक्षा नीति के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अगले वर्ष से नर्सरी, एलकेजी, एचकेजी, तीन वर्ष के साथ ही कक्षा एक से सीनियर सैकण्डरी तक की पढ़ाई पेर्टन होगा। इस बार स्कूली शिक्षा के साथ ही रोजगार परक शिक्षा मुहैया कराई जाएगी। जिले की 26 सीनियर सैकण्डरी स्कूलों में दो-दो ट्रेट के प्रशिक्षित ट्रेनरों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने स्कूली शिक्षा परिषद एवं शाला दर्पण के तहत जिले में हुई प्रगति की विस्तार से जानकारी दी।
बैठक में समिति सदस्य, डॉ उजमा जुबीन, अतिरिक्त शिक्षा अधिकारी सोहनलाल, सभी ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, अध्यापिका निलिमा अचलावत सहित शिक्षाधिकारी मौजूद रहे।