20 सूत्री कार्यक्रम, बजट घोषणा और चिंतन शिविर बिंदुओं की समीक्षा बैठक
विनय एक्सप्रेस समाचार,पाली। जिला कलेक्टर श्री नमित मेहता ने कहा कि अधिकारी शासन की अपेक्षाओं के अनुरूप सभी योजनाओं और विकास कार्यों को टाइम लाइन से पूरा कर आमजन को राहत प्रदान करें। इसमें किसी भी तरह की कौताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिला कलेक्टर श्री मेहता सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में 20 सूत्री कार्यक्रम, बजट घोषणाओं, फ्लैगशिप योजनाओं तथा चिंतन शिविर के बिंदुओं पर समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे।
प्रारम्भ में मुख्य आयोजना अधिकारी श्री रामदयाल राठौड़ ने 20 सूत्री कार्यक्रम की विभागवार प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। जिला कलेक्टर श्री मेहता ने बिंदुवार समीक्षा करते हुए न्यून प्रगति वाले विभागों के अधिकारियों से जबाव तलब किया। पीएचइडी एवं सामाजिक न्याय विभाग से जुड़े बिंदुओं में अपेक्षाकृत कम प्रगति पर नाराजगी जताते हुए सम्बंधित अधिकारियों को त्वरित प्रगति के लिए पाबंद किया।
जिला कलेक्टर ने गत दिनों हुई चिंतन बैठक के बाद विभाग वार प्राप्त बिंदुओं का जिक्र करते हुए सभी अधिकारियों को इन बिंदुओं की पालना प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए। बैठक में जिला परिषद सीईओ श्रीमती दीप्ति शर्मा, एडीएम सिलिंग श्री जब्बरसिंह सहित विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।
हर फ्लैगशिप योजना में पाली जिला टॉप 10 में रहे
फ्लैगशिप योजनाओं की प्रगति समीक्षा के दौरान जिला कलेक्टर श्री मेहता ने कहा कि फ्लैगशिप योजनाएं सरकार का आइना हैं, इन पर विशेष ध्यान देवें। उन्होंने सभी अधिकारियों को स्पष्ट तौर पर निर्देशित किया कि फ्लैगशिप योजनाओं की बारीकी से मोनिटरिंग करते हुए अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करें। हर योजना में पाली जिला प्रदेश के टॉप- 10 में शामिल होना चाहिए। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री बजट घोषणा के काम भी समय पर पूर्ण कराने तथा उसकी रिपोर्ट पूर्ण तथ्यों के साथ प्रेषित करने के निर्देश दिए।
संपर्क पोर्टल में लंबित प्रकरणों का करें निस्तारण
यूआईटी सचिव श्री वीरेंद्र सिंह चौधरी ने सीएमओ, ट्विटर हैंडल तथा संपर्क पोर्टल पर लंबित प्रकरणों की जानकारी दी। कलेक्टर ने कुछ प्रकरणों के 60 दिन से अधिक समय से लंबित होने पर नाराजगी जताते हुए त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए। साथ ही इसमें आदतन लापरवाही करने वाले अधिकारियों को चार्जशीट दिए जाने की बात कही। कलेक्टर श्री मेहता ने कहा कि अधिकारी सीएमओ को भेजे जाने वाले जवाब बारीकी से जांच कर पूर्ण तथ्यात्मक उपलब्ध कराएं, औपचारिकता नहीं करें।