कोरोना महामारी के दौरान डाॅक्टर्स के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले नर्सिंग कार्मिकों को केन्द्र सरकार के अनुरूप पदनाम का मिलना चाहिए पुरस्कार: नहीं पड़ेगा राजस्थान सरकार पर कोई आर्थिक भार

विनयएक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। वर्तमान समय में शायद ही कोई ऐसा राष्ट्र होगा जो की कोरोना महामारी से संघर्ष नहीं कर रहा हो । आज देश ही नहीं पुरे विश्व में लाखों लोग इस भयंकर त्रासदी में अपनी जान गवां चुके है इन लाखों में कई कोरोना वाॅरियर्स भी सम्मिलित है। देश विदेश की कई सरकारें ऐसे कोरोना वाॅरियर्स के लिए विशेष पैकेज भी घोषित कर रही है । राजस्थान सरकार ने भी कोरोना वाॅरियर्स के लिए कई पैकेज घोषित किये हैै, लेकिन राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को प्रदेशभर में कार्यरत राजकीय नर्सिंंग कर्मचारीयों को उनकी कार्य के प्रति कत्र्तव्य निष्ठा, मेहनत व लगन को देखकर विचार करना चाहिए की नर्सिंग कोरोना वाॅरियर्स आज डाॅक्टर्स के साथ कंधे से कंधा मिलाकर निडर होकर आमजन की सेवार्थ तन मन धन से लगे हुए। आने वाली 12 मई अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग दिवस के अवसर पर गहलोत सरकार को प्रदेशभर में कार्यरत राजकीय नर्सिंग कर्मचारियों का पदनाम केन्द्र सरकार के अनुरूप करके लाखों नर्सिंग कार्मिकों का दिलजीत कर उन्हे वास्तविक सम्मान प्रदान करना चाहिए।

nurse day
12 मई अंतराष्ट्रीय नर्सेज दिवस के रूप में विश्व भर में मनाया जाता है । राजस्थान में भी विगत 6 वर्षों से राज्यसरकार प्रतिवर्ष राजधानी जयपुर में प्रान्तीय समारोह आयोजित करके नर्सेज संवर्ग में उत्कृष्ट कार्य करने वाली नर्सेज को प्रशस्ति पत्र व मोमेन्टो देकर सम्मानित करती है चूंकि इस बार कोविड-19 महामारी के चलते लॉकडाउन होने व अधिकतम नर्सेज द्वारा अपने जीवन की परवाह किये बगैर अग्रिम पायदान पर कार्य करने से ,राज्यसरकार द्वारा कुछ चुनिंदा उत्कृष्ट सेवादाता को सम्मानित करने असम्भव प्रतीत हो रहा है ।


वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए नर्सिंग संगठन राजस्थान राज्य नर्सेज एसोसिएशन (एकीकृत) द्वारा सरकार के समक्ष नर्सेज के पदनाम केन्द्र के अनुरूप करके समस्त नर्सेज को सामुहिक प्रोत्साहित करने की मुहिम चलाई जा रही है राज्य सरकार को इस मुहिम पर सदविवेक के आधार पर निम्न बिन्दुओं पर सकारात्मक विचार करना चाहिए।
■ वर्तमान दौर में राज्यसरकार की आर्थिक स्थिति ठीक नही है इसलिए नर्सेज को वेतन भतो में बढ़ोतरी की बजाय बिना आर्थिक भार की इस पदनाम परिवर्तन की माँग को पूर्ण करके नर्सेज संवर्ग का मनोबल बढ़ाया जा सकता है।
■ पदनाम परिवर्तन से सम्पूर्ण नर्सेज संवर्ग को एक साथ प्रोत्साहित किया जा सकता है जो आज कोविड -19 के दौर में नर्सेज का मनोबल बढेगा ।
■ राज्यसरकार समय समय पर विभिन्न विभागों में पदनाम परिवर्तन करती है इसलिए यह कोई नई बात भी नही है ।
■ पदनाम परिवर्तन को लेकर राज्यभर से अनेक जनप्रतिनिधियों द्वारा भी  मुख्यमंत्री महोदय व चिकित्सा मंत्री महोदय को अनुशंषा पत्र भिजवा चुके हैं ।

12 मई नर्सेज दिवस पर केंद्र के अनुरुप नर्सेज के पदनाम यदि राज्यसरकार करती है समस्त नर्सेज के लिए यह एक सामूहिक प्रोत्साहन होगा

                                               mahipal chaudahry

महिपाल चैधरी
प्रान्तीय उपाध्यक्ष
राजस्थान राज्य नर्सेज ऐसोसिएशन(एकीकृत)

केन्द्र के अनुरुप पदनाम परिवर्तन करने राज्य सरकार पर कोई वितीयभार भी नही पड़ेगा और समस्त नर्सेज को सामूहिक तोहफा भी सरकार दे सकेगी ।

                                                 sharvan verma

श्रवण कुमार वर्मा
जिलाध्यक्ष
राजस्थान राज्य नर्सेज एसोसिएशन(एकीकृत) बीकानेर

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