पल्स पोलियो अभियान-2022 : अंतिम दिन भी घर-घर पिलाई पोलियो की खुराक

गांवों में पहुंची पर्यवेक्षण टीमे, वंचित बच्चों को ढूंढा और स्वास्थ्य कर्मियों के जरिए पिलवाई पोलियो की खुराक

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। नागौर शहर के बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेषन, दिल्ली दरवाजा, ताउसर, कृषि उपज मंडी के बाहर सहित जिले के विभिन्न क्षेत्रों में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा विष्व स्वास्थ्य संगठन की टीम पहुंची और पोलियो की खुराक से वंचित रहे बच्चों को खोज डाला और उन्हें स्वास्थ्यकर्मी के जरिए दवा पिलवाई।

जिले में चिन्हित किए गए हाई रिस्क एरिया में जिला प्रजनन एवं षिषु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुष्ताक अहमद तथा विष्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डॉ. अनिरूद्ध ने जिले के नागौर शहर व बुटाटी सहित विभिन्न स्थानों पर पल्स पोलियो अभियान का जायजा लिया। इन इलाकों में भी वंचित बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई गई।
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुस्ताक अहमद ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान का आगाज रविवार, 18 सितम्बर को पंडित जेएलएन राजकीय अस्पताल से किया गया था। तीन दिन तक चले इस अभियान के तहत जिले के कुल 5 लाख 61 हजार बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं दूसरी ओर आरसीएचओ कार्यालय की ओर से अभियान की पूरी रिपोर्टिंग ली जा रही है। अभियान के पहले दिन 4 लाख 7 हजार 500 बच्चों तथा दूसरे दिन 46 हजार 877 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई गई। वहीं तीसरे दिन मंगलवार शाम तक घर-घर पोलियो की दवा पिलाने का काम फील्ड टीमों द्वारा किया जाता रहा। तीसरे दिन की प्रगति रिपोर्ट का संकलन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 18 से लेकर 20 सितम्बर तक चले इस पल्स पोलियो अभियान-2022 में एएनएम, एलएचवी सहित आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और आषा सहयोगिनी का भी हर बच्चे को पोलियो की खुराक पिलाने के कार्य में पूरा योगदान रहा है।

मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का किया प्रचार प्रसार

वहीं इस बार पल्स पोलियो अभियान के साथ-साथ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेश वर्मा के निर्देषानुसार मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का प्रचार-प्रसार भी किया गया। पहले दिन जहां टीकाकरण बूथों पर बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने आए अभिभावकों को चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के बारे में पूर्ण जानकारी दी गई और वंचित परिवारों को इस योजना में रजिस्ट्रेषन के लिए प्रेरित किया गया। इसी प्रकार अभियान के अंतिम दो दिनों 19 व 20 सितम्बर को घर-घर पल्स पोलियो की खुराक पिलाने के लिए गई टीमों ने भी इस जन स्वास्थ्य कल्याणकारी योजना के बारे में आमजन को बताया।