विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री परसादी लाल मीणा ने निर्देश दिए हैं कि लगभग 1700 चिकित्सकों एवं 8200 चिकित्सकीय स्टाफ के पदों पर शीघ्र भर्ती करें। चिकित्सा मंत्री गुरुवार को सचिवालय में आयोजित चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पदोन्नति से रिक्त होने वाले लगभग 600 चिकित्साधिकारियों के पदों की भर्ती के लिए वित्त विभाग से स्वीकृति प्राप्त करके यथाशीघ्र भर्ती प्रक्रिया पूरी की जाए।
उन्होंने कहा कि पूर्व में स्वीकृत चिकित्साधिकारियों के 840 पदों की भर्ती के लिए आरयूएचएस द्वारा विज्ञापन जारी कर दिया गया है। उन्होंने निर्देश दिए कि वित्त विभाग को भेजे गये अन्य 330 चिकित्साधिकारियों की भर्ती स्वीकृति शीघ्र जारी करवाकर भर्ती प्रक्रिया को जल्द पूरा किया जाए। नर्सिंग आफिसर के 3200, महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता के 1200, फार्मासिस्ट के 2000, लैब टेक्नीशियन के 1000 एवं सहायक रेडियोग्राफर के पदों पर भी शीघ्र भर्ती करने के भी उन्होंने निर्देश दिए।
आरएमएससीएल की समीक्षा करते हुए चिकित्सा मंत्री ने निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री निःशुल्क निरोगी राजस्थान योजना के तहत सभी सरकारी चिकित्सा संस्थानों में सभी प्रकार की दवाइयां निःशुल्क हैं। उन्होंने कहा कि हर स्तर पर दवा की उपलब्धता सुनिश्चित हो और कहीं से भी दवा अनुपलब्ध होने की शिकायत प्राप्त नहीं होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की समीक्षा करते हुए चिकित्सा मंत्री ने इस बात पर खुशी जाहिर की कि हाल ही में आयोजित चिरंजीवी ग्राम सभाओं में लगभग 1 लाख 85 हजार नये परिवारों का रजिस्ट्रेशन योजना में करवाया गया है। गौरतलब है कि चिरंजीवी योजना में अब तक लगभग 1 करोड़ 35 लाख परिवार पंजीकृत हो चुके हैं और प्रदेश के लगभग 90 प्रतिशत परिवार इस योजना से जुड़े हुए हैं। योजना से अब तक लगभग 25 लाख लोग लाभान्वित हुए हैं। जिन पर लगभग 2900 करोड़ रुपये खर्च करके उन्हें निःशुल्क इलाज का लाभ दिया गया है।
चिकित्सा मंत्री ने मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन श्री सुधीर शर्मा को रिक्त संविदा आधारित 9500 पदों को शीघ्र भरने के निर्देश दिए। उन्होंने जनता क्लिनिक खोलने की धीमी प्रगति पर नाराजगी जाहिर करते हुए निर्देश दिए कि आगामी एक माह में सभी भर्तियां पूरी करके सभी जनता क्लिनिक शुरू करवाये जाए। इसी के साथ चिकित्सा संस्थानों के सिविल कार्य की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के भी उन्होंने निर्देश दिए।
इस दौरान उन्होंने शुद्ध के लिए युद्ध अभियान की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए और खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए।
इस दौरान शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग डॉ. पृथ्वी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजस्थान स्टेट हेल्थ एश्योरेंस एजेंसी श्रीमती अरूणा राजोरिया, आरएमएससीएल की प्रबंध निदेशक श्रीमती अनुपमा जोरवाल, आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण आयुक्तालय श्री सुनील शर्मा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।