विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा (डीएचएसजीवी) के विजिटर के रूप में भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी एवं राजस्थान निवासी कन्हैया लाल बेरवाल को डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय, सागर (मध्य प्रदेश) का कुलाधिपति नियुक्त किया गया हैं। इस आशय के भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय, उच्च शिक्षा विभाग के अवर सचिव विजय कुमार द्वारा नियुक्ति आदेश जारी किए गए हैं। कन्हैया लाल बेरवाल को केंद्रीय विश्वविद्यालय अधिनियम, 2009 के क़ानून 1 के अनुसार पांच साल की अवधि के लिए डीएचएसजीवी के चांसलर के पद पर नियुक्त किया गया हैं।
गौरतलाब है कि कन्हैया लाल बेरवाल आईपीएस (सेवानिवृत्त) है और राजस्थान लोक सेवा आयोग अजमेर के पूर्व सदस्य भी रह चुके हैं। उनके द्वारा डॉ. बी.आर.अम्बेडकर फाउंडेशन, राजस्थान सरकार के पूर्व महानिदेशक के पद पर भी सेंवाए दी जा चुकी हैं। साथ ही बेरवाल विभिन्न संगठनों में महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं।सेवाकाल के दौरान कर्तव्यनिष्ठा नवाचार एवं उच्च मूल्यों और दक्षता के साथ कार्य करते हुए आपने संपूर्ण प्रदेश में पहचान स्थापित की है। इस अवसर पर कुलाधीपति बेरवाल ने कहा कि विश्वविद्यालय के चांसलर होने के नाते उनकी विश्वविद्यालय के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी उनकी हमेशा प्राथमिकता रहेगी कि आपसी समन्वय से विश्वविद्यालय के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान की जाए। समय के साथ उच्च एवं तकनीकी शिक्षा के बदलते स्वरूप को अपनाते हुए विश्वविद्यालय में श्रेष्ठ नवीनतम तकनीक, नवाचार, लाभदायक अकादमिक योजनाओं, शैक्षणिक अनुसंधान के माध्यम से विश्वविद्यालय को विकसित किया जाए। विश्वविद्यालय विकास को एक नई दिशा देने का प्रयास किए जाए। उनकी प्राथमिकता रहेगी की विश्वविद्यालय को वैश्विक स्तर पर ले जाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाए साथ ही शोध, नवाचार और गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा को सुनिश्चित करने के सफल प्रयासो से विश्वविद्यालय नई पहचान स्थापित की जाए ।हरिसिंह गौर केंद्रीयविश्वविद्यालय अपनी ऐतिहासिकता को समेटे हुए हैं ऐसे में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप हम देश में अच्छा कार्य करेंगे। बेरवाल की नियुक्ति पर उच्च शिक्षा जगत के विभिन्न संगठनों एवं हितधारकों ने हर्ष व्यक्त किया है। इस अवसर पर शुभचिंतकों ने उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं प्रदान की एवं बेरवाल ने सभी का आभार व्यक्त किया।