विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम प्रबन्धन द्वारा डिपो व मुख्यालय के मध्य बेहतर समन्वय स्थापित करने के लिये जोनल मैनेजर के कर्तव्यों का पुर्ननिर्धारण किया गया।
राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक राजेश्वर सिंह बताया कि डिपो व मुख्यालय के मध्य बेहतर समन्वय स्थापित कर राजस्व में बढोतरी करने के उद्देश्य जोनल मैनेजर के कर्तव्यों का पुर्ननिर्धारण किया गया।
सिंह ने बताया कि राजस्व में बढोतरी के लिये जोनल मैनेजर के यातायात, यांत्रिक, प्रशासन एवं वित्त से सम्बन्धित कर्तव्यों को पुर्ननिर्धारण किया गया है, जिसमें अधीनस्थ आगारों द्वारा संचालित बस को ईकाई मानकर परिचक्रवार अर्जित आय तथा व्यय का आंकलन करने, नये लाभप्रद मार्गो का सर्वेक्षण, राजस्व वृद्धि के नए उपाय, वाहन निरीक्षण, विशेष अवसरों पर अतिरिक्त वाहन संचालित करने तथा मुख्य प्रबन्धक एवं विभिन्न प्रबन्धकों के मध्य समन्वय, सामंजस्य स्थापित कर टीम भावना से कार्य करने के लिये प्रेरित करना शामिल है।
सिंह ने यह भी बताया कि जोनल मैनेजर को यांत्रिक से सम्बन्धित बसों के समयबद्ध रख-रखाव, डोकिंग कार्य, ऑफ रोड़, ब्रेकडाउन, डीजल औसत में सुधार के लिये मोनिटरिंग, दुर्घटनाओं में कमी के लिये चालकों से संवाद करने तथा बसों की साफ-सफाई, रंग-रोगन इत्यादि में आवश्यक सुधार तथा वित्त से सम्बन्धित सेवानिवृत कर्मचारियों के बकाया परिलाभो की मोनिटरिंग लाभ-हानि का विश्लेषण कर आय में वृद्धि व व्यय में कमी के लिये प्रयास, बुकिंग कार्यालयो वं बुकिंग ऐजेण्टों के टिकिटों का भौतिक सत्यापन तथा अनुपयोग सामान व नाकारा वाहनों की नीलामी हेतु आवश्यक कार्यवाही करना एवं माह में दो डिपो का आवश्यक रूप से निरिक्षण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करना कर्तव्यों में षामिल है।