विनय एक्सप्रेस समाचार, श्रीगंगानगर। तंबाकू मुक्त राजस्थान अभियान के तहत चल रही जागरूकता गतिविधियों के तहत सोमवार को जिलास्तरीय वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। जिसमें खण्डस्तर पर चयनित हुए प्रतिभागियों ने भाग लिया। युवाओं ने अपने विचार रखते हुए तंबाकू के दुष्प्रभावों के बारे में चर्चा की। इस मौके पर अनूपगढ़ खण्ड के मंथन प्रथम स्थान पर रहे, जो अब जयपुर में आयोजित राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे। जिलास्तरीय चयन कमेटी में डिप्टी सीएमएचओ डॉ. गुंजन खुंगर, यूपीएचसी प्रभारी डॉ. सोनालिका सारस्वत, कोटपा प्रभारी अजयसिंह शेखावत, सीओआईईसी विनोद बिश्रोई व शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि व्याख्याता राजेंद्र सहारण ने निर्णायक की भूमिका निभाई।
सीएमएचओ डॉ. गिरधारी लाल मेहरड़ा ने बताया कि तंबाकू के दुष्प्रभावों एवं समाज में व्यापक नशे के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए युवाओं को जोड़ा जा रहा है। ऐसे में विभिन्न प्रतियोगिताओं, रैलियों व जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से उन्हें भी इसमें शामिल किया जा रहा है ताकि वे व्यवहारिक तौर पर इस समस्या को समझते हुए समाज के अन्य लोगों को जागरूक कर सकें। यदि परिवार के सदस्य के तौर पर ही एक बच्चा या युवा अपने परिजनों को तंबाकू सेवन करने से रोकता है तो निश्चित रूप से उसका व्यापक असर होता है। यही वजह है कि युवाओं को जोडक़र श्रीगंगानगर को तंबाकू व नशा मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने आमजन से अपील की कि वे युवाओं से प्रेरित होकर तंबाकू को छोड़ें एवं दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। उल्लेखनीय है कि विगत दिनों सभी खण्ड के अधीन पंचायत समिति के स्कूलों में आयोजित वाद-विवाद प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं।
जिसमें सभी खण्ड से दो-दो प्रतिभागियों का चयन जिलास्तर के लिए किया गया है और सोमवार को इन्हीं विजेताओं की प्रतियोगिता आयोजित कर राज्यस्तर के लिए एक प्रतिभागी का चयन किया गया। इस मौके पर सभी प्रतिभागियों को विभाग ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान किया। सीएमएचओ डॉ. मेहरड़ा ने बताया कि तंबाकू निषेध दिवस पर 31 मई को विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन होगा, जिसमें तंबाकू के दुष्प्रभाव को लेकर आमजन को जागरूक किया जाएगा। विभाग की ओर से सभी आंगनबाड़ी, स्कूलों व चिकित्सा संस्थानों को पूर्णत: तंबाकू मुक्त करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर धुम्रपान करने वालों पर कार्रवाई जारी है।