रेलवे में ‘‘लैंगिक समानता के लिए नवाचार और प्रौद्योगिकी’’ थीम पर अनेक कार्यक्रम हुए

विनय एक्सप्रेस समाचार, श्रीगंगानगर। 08 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है, इसको मनाने का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण को बढावा देना है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर इस वर्ष लैंगिक समानता के लिये नवाचार और प्रौद्योगिकी विषयवस्तु (थीम) पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। उत्तर पश्चिम रेलवे द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 1 मार्च से 8 मार्च तक अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें महिला रेलकर्मियों ने उत्साह के साथ भागीदारी की।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया कि इस वर्ष महिला दिवस की विषयवस्तु ‘‘लैंगिक समानता के लिये नवाचार और प्रौद्योगिकी’’ के अंतर्गत विभिन्न विषयों पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इनमें प्रौद्योगिकी के माध्यम से कार्यों को सरल बनाने के तरीकों को भी बताया गया। सप्ताह पर्यन्त निष्पादित कार्यक्रमों में डिजी लॉकर की कार्यप्रणाली और उपयोग, रस्सा-कस्सी प्रतियोगिता, बैंकिग प्रणाली और नई तकनीक तथा मोबाइल एप्लीकेशन का उपयोग, कविता पाठ और कार्ड मेकिंग, ऑनलाइन क्लेपिंग थैरेपी प्रशिक्षण, ई-बुक रीडिंग (महिला स्वतंत्रता सैनानी, सत्ता में महिलाएं, 100 भारतीय महिलाओं की विज्ञान में भागीदारी), तनाव रहित जीवन के लिये योगा, खुद को गले लगाने की थीम पर फोटो लेकर सोशल मीडिया पर अपलोड करनाए नारी शक्ति ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। 9 मार्च को समापन के अवसर पर सेमीनार का आयोजन किया गया। सेमीनार में मुख्य अतिथि श्रीमती भावना शर्मा, प्रमुख वित्त सलाहकार ने कहा कि आज समाज के हर क्षेत्र में महिलाएं अग्रणी भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि आज खेल, समाजिक कार्य, सरकारी और सार्वजनिक क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। इस अवसर पर श्री प्रदीप कुमार सिंह, प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी ने कहा कि आज महिलाएं पुरूषों के साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर साथ चल रही है। रेलवे में भी स्टेशन मास्टर, ट्रेक मैन्टेनर, टेक्नीशियन, सुरक्षाकर्मी, लोको पायलेट जैस पदों पर भी कुशलता के साथ कार्य कर रही है। श्री सिंह ने महिलाओं के कार्यों की सराहना करते हुये कहा कि महिलाएं घर और बाहर के कार्यों को बहेतर तरीके से निष्पादित कर अच्छे मैनेजर की भूमिका को निभा रही है।
समापन के अवसर पर कार्यस्थल पर महिला उत्पीडन की रोकथाम के लिये अपडेट ब्रोशर का विमोचन भी किया गया।
उत्तर पश्चिम रेलवे पर महिला सशक्तिकरण की दिशा की गई पहल के तहत गॉधीनगर स्टेशन को भारतीय रेलवे के मेन लाइन स्थित प्रथम सम्पूर्ण रूप से महिला रेलकर्मियों द्वारा संचालित स्टेशन बनाया गया है। इसके अतिरिक्त उत्तर पश्चिम रेलवे द्वारा विभिन्न कठिन पदों जैसे स्टेशन मास्टर, लोको पायलेट, टेक्नीशियन, इंजीनियर, ट्रेक मैन्टेनर, रेलवे सुरक्षा बल में सुरक्षाकर्मी इत्यादि पर कार्यरत् महिला रेल कर्मचारी अपने कार्य का कुशलतापूर्वक निर्वहन कर रही है।