विनय एक्सप्रेस समाचार, श्रीगंगानगर। अनीमिया मुक्त राजस्थान अभियान के तहत अब हर माह के प्रथम मंगलवार को ‘शक्ति दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा। इस दौरान अनीमिया की दर को कम करने के लिए बच्चों, किशोर- किशोरियों, प्रजनन उम्र की महिलाओं, गर्भवती महिलाओं और धात्री माताओं के लिए विशेष गतिविधियां की जाएंगी। जिसमें स्क्रीनिंग, हिमोग्लोबिन की जांच, उपचार तथा अनीमिया के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा।
सीएमएचओ डॉ. गिरधारी लाल मेहरड़ा ने बताया कि यह दिवस प्रत्येक आंगनबाडी केंद्रों, राजकीय स्कूलों, उप स्वास्थ्य केंद्रों, सीएचसी, पीएचसी व राजकीय चिकित्सा संस्थानों पर आयोजित किया जाएगा, जिसमें विभिन्न विभागों का योगदान रहेगा। जिले सहित पूरे प्रदेश में माह के प्रथम मंगलवार को शक्ति दिवस मनाया जाएगा और 10 मई को पहला शक्ति दिवस आयोजित होगा।
इस दौरान आशाओं की ओर से छह माह से 59 माह तक के बच्चों को, पांच से नौ वर्ष तक के स्कूल नहीं जाने वाले बच्चों को, 10 से 19 वर्ष की स्कूल नहीं जाने वाली समस्त किशोरी बालिकाओं को, 20 से 24 वर्ष की विवाहित महिलाओं को एवं गर्भवती महिलाओं को एवं धात्री माताओं को आंगनबाडी केंद्र पर मोबिलाइज किया जाएगा। अनीमिया चिन्हित करने के लिए स्क्रीनिंग शारीरिक लक्षणों के आधार पर की जाएगी। आशा की ओर से छह माह से 59 माह तक के बच्चों को एक एमएल आईएफए सिरप पिलाई जाएगी और पांच से नौ वर्ष के स्कूल नहीं जाने वाले बच्चों का आईएफए की गुलाबी गोली खिलाई जाएगी। वहीं 10 से 19 वर्ष तक की स्कूल नहीं जाने वाली समस्त किशोरी बालिकाओं को आंगनबाडी कार्यकर्ता की ओर से आईएफए की नीली गोली खिलाई जाएगी।