इस बार किराडू रहे ओएसडी शर्मा के साथ, ….तो क्या धीरे-धीरे सरक रही है कल्ला की जमीन

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। बीकानेर की गलियों और यहां के लोगों का अपार स्नेह पाने वाले लोकेश शर्मा एक बार फिर दो दिन बीकानेर में बिता कर गए और हर बार की तरह यह दौरा भी कई सवाल छोड़ गया। पहले दिन सर्किट हाउस पहुंचते ही लोकेश शर्मा के पक्ष में युवाओं की नारेबाजी ने मानो बीकानेर की राजनैतिक फिजा को बदल कर रख दिया। लोकेश शर्मा में भावी विधायक का अक्स देखकर लगभग हर जाति और उम्र के लोगों ने एक बार फिर लोकेश शर्मा को जमकर दुलार दिया। लगभग 24 घंटे के मैराथन दौर में एक दर्जन से अधिक कार्यक्रमों में भागीदारी निभा कर लोकेश शर्मा ने एक बार फिर अपना जादू दिखाया, तो पिछले चुनाव में डॉ. कल्ला की जीत को आसान बनाने वाले राजकुमार किराडू का लोकेश शर्मा के साथ लगभग आधा दर्जन कार्यक्रमों में साथ रहना भी कई राजनीतिक संदेश दे गया। या यूं कहें कि साफ संदेश था, कि किराडू और लोकेश शर्मा अब साथ है और बीकानेर को परिवर्तन की राह पर ले जाने की ओर कदम बढ़ा चुके हैं। इस जुगलबंदी से कहीं ना कहीं छह बार के विधायक, 24 वर्षों तक मंत्री का अनुभव रखने वाली और 45 वर्षों से राजनीति करने वाले की डॉ. कल्ला भी अपरिपक्व राजनेता की मानिद जवाब देने लगे। पहले शर्मा को सरकारी नौकरी छोड़ने की सलाह दे डाली, फिर कहा पार्टी में कोई युवा चुनाव लड़ने को तैयार ही नहीं है। कल्ला यहां तक भी नहीं रुके और कह डाला कि भाजपा में भी उनके बराबर का कोई नेता नहीं है। फिर, एक दर्जन युवाओं ने दावेदारी ठोक दी, तो मंत्री जी कहने लगे कि ये पार्षद में जीतने लायक भी नहीं हैं। अरे मंत्री जी, ये नेता भी तो आपकी पार्टी के ही हैं, लगभग साढ़े चार दशक की राजनीति में एक भी नेता को आगे नहीं बढ़ने देना कोई उपलब्धि नहीं हैं। आने वाला समय इसका हिसाब मांगेगा। बहरहाल, बीकानेर पर अपनेपन का रंग चढ़ा देने वाले लोकेश शर्मा को बीकानेर, प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत में भेजने की ठान चुका है। बदलाव का दौर शुरू हो चुका है, जो आने वाले कुछ महीनों में बड़ा परिवर्तन लाएगा, इसमें कोई दो राय नहीं है।