भरतपुर ज़िले का पशुपालक जागरूक एवं सरकारी योजनायों से लाभान्वित: डॉ. नागेश
ज़िले में शीघ्र ही बहुउद्देशीय पशुचिकित्सालय होगा नवीन चिकित्सकीय सुविधाओं से युक्त
विनय एक्सप्रेस समाचार, भरतपुर। राजस्थान में कृषि के बाद पशुपालन का राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है, राज्य सरकार द्वारा पशुपालकों के लिए चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं को पशुपालन विभाग द्वारा ज़िले के प्रत्येक पशुपालक को लाभान्वित करने की दृष्टि से विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा समय समय पर अभियान चला कर जागरूक किया जा रहा है।
अतिरिक्त निदेशक डॉ. नागेश ने बताया की भरतपुर जिला हमेशा से ही पशुपालकों के लिए चलायी जा रही योजनाओं के संचालन में अव्वल रहा है. उन्होंने कहा की भरतपुर ज़िले को लम्पी मुक्त करने के उद्देश्य से विभाग द्वारा 109 प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित कर पशुपालकों को राहत प्रदान की गयी है, वही ज़िले में पशुचिकित्सालय एवं उपकेंद्रों पर निःशुल्क दवा उपलब्ध करवा कर धन के आभाव में इलाज से वंचित पशुओं का उपचार किया जा रहा है।
अतिरिक्त निदेशक डॉ. नागेश ने पशुपालन विभाग की सहायक जनसम्पर्क अधिकारी डॉ. अमृता कटारा के साथ बहुउदेशीय चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। मौके पर मौजूद विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. गजेंद्र सिंह चाहर ने कहा की शीघ्र ही भरतपुर के पशुपालकों के लिए नस्ल सुधार के लिए भ्रूण प्रत्यारोपण केंद्र संचालित किया जायेगा, जिसके माध्यम से उच्च नस्ल के पशुओं के उत्पादन के साथ दुग्ध उत्पादन में भी वृद्धि होगी।
इस अवसर पर विभाग के उप निदेशक डॉ. प्रेम कक्कड़ ने कहा की पशुपालकों को भू्रण प्रत्यारोपण तकनीक के प्रति जागरूक करने के लिए विभाग द्वारा पशुपालकों के लिए जागरूकता अभियान एवं कार्यशाला आयोजित करवाने के क्रम में योजना क्रियान्वन पर भी विचार किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है की खुर -पका एवं मुँह – पका रोग मुक्त राजस्थान करने के उद्देश्य से ज़िलाव्यापी विशेष टीकाकरण का कार्य विभाग द्वारा तीव्र गति के साथ पशुपालकों के घर – घर जाकर किया जा रहा है, वही पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान कर पशु नस्ल सुधार में विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है। विभाग के निर्देशानुसार सहायक जनसम्पर्क अधिकारी डॉ. अमृता कटारा ने भुसावर, वैर, जगजीवनपुर, निठार आदि ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर सरकार की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित पशुपालकों से मुलाकात कर विभिन्न विभागीय योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। इस मौके पर मौजूद वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप गुप्ता ने कहा की ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन आय का मुख्य साधान है जिसको मध्यनजर रखते हुए विभाग द्वारा बकरा वितरण योजना के तहत सिरोही नस्ल के बकरे मुफ्त में जरूरतमंद पशुपालकों को नस्ल सुधर के उद्देश्य से वितरित किये गए है, वही मौके पर मौजूद डॉ. विजय कुमार पहाड़िया ने बताया की कृत्रिम गर्भाधान एवं सेक्स सॉटेड सीमन जिसके माध्यम से 90 प्रतिशत बछिया ही जन्म लेती है, को लेकर ग्रामीण पशुपालक जागरूक है एवं विशेष रूचि दिखा कर पशुओं में टीकाकरण एवं टेगिंग करवा रहे है।
इस मौके पर डॉ. कृष्ण कुमार गुप्ता, डॉ. जीतेन्द्र मीणा, डॉ. मुकेश चंद्र मीणा मौजूद रहे।