विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। राजस्थान मिशन 2030 के तहत शनिवार को विभिन्न विभागों के हितधारकों के परामर्श कार्यक्रम आयोजित हुए।
नगर विकास न्यास सभागार में नगरीय निकायों के हितधारकों का परामर्श कार्यक्रम हुआ। इसमें नगर निगम आयुक्त केसर लाल मीणा, नगर विकास न्यास सचिव मुकेश बारठ सहित जिले के चारों नगरीय निकायों के अधिशासी अधिकारी और निगम एवं न्यास के अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान एनयूएलएम सहित विभिन्न हितधारकों ने नगरीय क्षेत्रों के विकास से जुड़े सुझाव दिए। निगम आयुक्त ने बताया कि सभी सुझावों को संकलित करते हुए विभाग को भिजवाया जाएगा, जिससे विजन दस्तावेज तैयार हो सके। न्यास सचिव ने राजस्थान मिशन 2030 के उद्देश्यों और आवश्यकता के बारे में बताया।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के हितधारकों के साथ दो चरणों में सघन परामर्श कार्यक्रम आयोजित हुआ। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के संयुक्त निदेशक एलडी पवार ने बताया कि पहले चरण में दमामी समाज के प्रदेशाध्यक्ष बरकत अली खान दमामी, शिशुपाल सिंह चौहान के अलावा राजस्थान गाड़िया लोहार युवा विकास संस्थान, राजस्थान मिरासी समुदाय वेलफेयर सोसाइटी सहित विभिन्न हितधारकों ने भाग लिया। पंवार ने बताया कि वर्ष 2030 तक राजस्थान को देश के अग्रणी राज्य में शामिल करने के लिए प्रत्येक विभाग द्वारा विजन डाक्यूमेंट तैयार किया जा रहा है। इसके मध्यनजर विभिन्न विभागों के सुझाव आयोजित आमंत्रित किए गए। प्रतिभागियों ने सामाजिक सुरक्षा की योजनाओं को और अधिक बेहतर तरीके से पात्र लोगों तक पहुंचाने तथा इनमें और अधिक सुधार करने से जुड़े सुझाव दिए। वहीं दूसरे चरण में विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाओं, मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना से संबंधित हितधारकों, शिक्षकों और युवाओं ने भागीदारी निभाई। इस चरण में राजकीय डूंगर महाविद्यालय केसहायक आचार्य डॉ सुरेंद्रपाल मेघ, एमएस कॉलेज बीकानेर से प्रो. मंजू मीणा, विनोद धानुका, मुकेश कारवां, अजय स्वामी, कमल आचार्य सहित विभिन्न कॉलेजों के विद्यार्थी मौजूद रहे।