विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। मतलब की इस दुनिया में आज भी नैतिकता और ईमानदारी जिंदा है। ईमानदारी का ऐसा ही एक उदाहरण कोठारी अस्पताल में देखने को मिला।
शाकद्वीपीय महासभा के राजेश शर्मा कोठारी अस्पताल में अपने रिश्तेदार की कुशलक्षेम पूछने शुक्रवार की रात्रि 10 बजे के करीब पहुंचे और थोड़ी देर बार अपनी जेब संभाली तो पर्स गायब था। राजेश शर्मा ने अस्पताल में खोजबीन की लेकिन मिला नहीं।
दूसरे दिन शनिवार को अनायास ही बातचीत के दौरान वहां तैनात सुजानदेसर निवासी सिक्यूरिटी गार्ड कमल भाटी ने शर्मा को उनका पर्स लौटाया और कहा कि उन्हें यह पर्स मिला था, लेकिन ड्यूटी रात्रि की है इसलिए वह दिन में नहीं दे सका।
राजेश शर्मा ने बताया कि पर्स में रुपए व जरूरी कार्ड सुरक्षित मिलने पर भाटी का आभार जताया। खास बात यह है कि राजेश शर्मा द्वारा ईनाम देने की इच्छा जाहिर की तो सिक्यूरिटी गार्ड भाटी ने बिल्कुल मना कर दिया और कहा कि यह उसका कर्तव्य है इसके लिए किसी ईनाम की आवश्यकता नहीं।