हरे चारे का साईलेज बनाने की विधि पर प्रशिक्षण का हुआ आयोजन

विनय एक्सप्रेस समाचार, भरतपुर। पशु विज्ञान केंद्र कुम्हेर द्वारा गांव नगला मांझी में हरे चारे का साईलेज बनाने की विधि पर प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण में डॉ. मुनेश कुमार पुष्प ने पशुपालकों को पशुओं के लिए गर्मियों में हरे चारे का सरंक्षण के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया की चारे का सरंक्षण साईलेज विधि द्वारा कर सकते हैं। हरे चारे की सबसे ज्यादा कमी गर्मियों के समय होती हैै। पशुपालक अपने घर के आस-पास गड्ढ़ा करके साइलेज को बना सकता है।

अच्छे दुग्ध उत्पादन के लिए दुधारु पशुओं के लिए पौष्टिक दाने और चारे के साथ हरा चारा खिलाना बहुत जरुरी है। हरा चारा पशुओं के अंदर पोषक तत्वों की कमी को पूरा करता है। उन्होंने बताया कि माह जुलाई से लेकर अक्टूबर तक पशुपालक के पास पर्याप्त मात्रा में हरा चारा और घास उपलब्ध होती है। यह हरा चारा खराब किए बिना पशुपालक उन दिनों के लिए सुरक्षित कर सकते है जब हरे चारे की कमी होती है। साइलेज बनाने के लिए उत्तम फसलें, साइलेज बनाने की विधि, खिलाने की विधि तथा अच्छा साइलेज बनाने के लिए आवश्यक सावधानियों के बारे में बताया।
प्रशिक्षण शिविर में 17 पशुपालकों ने भाग लिया।