मुख्यमंत्री ने राजीव गाँधी फिनटेक डिजिटल इंस्टीट्यूट का किया वर्चुअल शिलान्यास- जोधपुर और पाली में आई-स्टार्ट नेस्ट इंक्यूबेटर सेंटर का लोकार्पण
राजस्थान स्टार्टअप नीति-2022 का विमोचन, रूरल इनोवेशन चैलेंज विजेताओं का सम्मान
विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जनकल्याणकारी योजनाओं में आईटी के इस्तेमाल से लोगों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव आए हैं। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री राजीव गांधी ने 21वीं सदी के लिए जो सपना देखा था, हम उसी पर आगे बढ़ रहे हैं। राज्य सरकार की प्रौद्योगिकी पर आधारित योजनाओं और स्टार्टअप के जरिए युवाओं के सपने भी पूरे हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में टैलेंट को अवसर प्रदान करना हमारी जिम्मेदारी है। मुझे हमारे आईटी टैलेंट पर गर्व है। हम उनके सपनों को पूरा करेंगे।
श्री गहलोत रविवार को जोधपुर के राजकीय पॉलिटेक्निक महावि़द्यालय परिसर में राजस्थान डिजिफेस्ट एण्ड जॉब फेयर के समापन समारोह व राजीव गांधी फिनटेक डिजिटल इंस्टीट्यूट के शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 672.45 करोड़ रूपये की लागत से इंस्टीट्यूट तैयार होगा, जिसमें विद्यार्थियों और स्टार्टअप्स सहित युवाओं को विश्वस्तरीय मंच मिलेगा। उन्होंने कहा कि संवेदनशील, पारदर्शी और जवाबदेह सुशासन में सूचना प्रौद्योगिकी की अहम भूमिका रही है। राज्य सरकार अपनी योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए आईटी का इस्तेमाल कर रही है।
राजस्थान स्टार्टअप नीति-2022 का विमोचन
श्री गहलोत ने राजस्थान स्टार्टअप नीति-2022 का विमोचन किया। इस नीति से प्रदेश में स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन मिलेगा, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और निवेश क्षेत्र में भी विस्तार होगा। इसमें एससी-एसटी सहित हर वर्ग का विशेष ध्यान रखा गया है।
जोधपुर और पाली में इंक्यूबेटर सेंटर शुरू
मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों में उद्यमिता, कौषल विकास के लिए जोधपुर और पाली (वर्चुअल) में आई-स्टार्ट नेस्ट इंक्यूबेटर सेंटर का लोकार्पण किया। उन्होंने सेन्टर के नवनिर्मित भवन का अवलोकन कर युवाओं के साथ संवाद करते हुए तकनीकी जानकारी एवं उनकी भविष्य की कल्पनाओं के बारे में बातचीत की। उन्होंने सेंटर के ऑडिटोरियम में सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री अखिल अरोड़ा तथा आयुक्त श्री आशीष गुप्ता द्वारा स्टार्टअप ईको-सिस्टम पर दिए गए प्रजेन्टेशन को भी देखा। इस दौरान श्री गहलोत ने स्कूल एण्ड रूरल इनोवेशन चैलेंज के विजेताओं को 41.15 लाख रूपये के प्रतीकात्मक चेक पुरस्कार के रूप में वितरित किए। उल्लेखनीय है कि इससे पहले प्रदेश के जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, अजमेर, कोटा, बीकानेर, भरतपुर तथा चूरू में इंक्यूबेटर सेंटर स्थापित हो चुके हैं।
12 स्टार्टअप्स को 1 करोड़ रूपये की फंडिंग
मुख्यमंत्री ने समारोह में प्रदेश के 12 स्टार्टअप्स को 1 करोड़ रूपये की फंडिंग भी वितरित की। उल्लेखनीय है कि आई-स्टार्ट के तहत अभी 3000 से अधिक स्टार्टअप्स रजिस्टर्ड हैं। इन्हें 30 करोड़ रूपये की राशि वितरित की गई, जिससे प्रदेश में 200 करोड़ रूपये तक का निवेश आया है। साथ ही 21 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिला है।
तीन दिवसीय जॉब फेयर, लाखों रूपये तक का पैकेज
श्री गहलोत ने कहा कि जोधपुर में तीन दिवसीय जॉब फेयर में 23 हजार से अधिक युवाओं ने हिस्सा लिया। इसमें विभिन्न कंपनियों द्वारा रोजगार के लिए 3500 से अधिक युवाओं का चयन किया गया है। यहां 9200 से अधिक युवाओं को शॉर्टलिस्ट भी किया गया है, जो कि एक बड़ी उपलब्धि है। उल्लेखनीय है कि फेयर में युवाओं को लाखों रूपये के पैकेज भी दिये गए हैं।
बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा देना हमारा कर्तव्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करना हमारा कर्तव्य है। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में 10 लाख रूपये तक का निःशुल्क उपचार व 5 लाख रूपये तक का दुर्घटना बीमा देकर प्रदेशवासियों को आर्थिक संबल प्रदान किया गया है। साथ ही गंभीर बीमारियों में ट्रांसप्लांट का पूरा खर्च भी राज्य सरकार वहन कर रही है। प्रदेश सरकार ने राज्य कार्मिकों के हितों में मानवीय दृष्टिकोण से ओल्ड पेंशन स्कीम लागू की है। आज इन दोनों ही योजनाओं की पूरे देश में चर्चा है। कई राज्यों द्वारा इन्हें लागू करने की पहल की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सामाजिक सुरक्षा के लिए लगभग 1 करोड़ लोगों को पेंशन उपलब्ध करा रही है।
श्री गहलोत ने कहा कि जोधपुर में आईआईटी, एम्स, लॉ तथा आयुर्वेद यूनिवर्सिटी सहित अनेक विश्वस्तरीय संस्थान स्थापित हो चुके हैं। अब प्रदेश के युवाओं को अन्य राज्यों में नहीं जाना पड़ता। वहीं, राज्य सरकार द्वारा संचालित मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना में निःशुल्क कोचिंग सुविधा तथा राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस के जरिए विदेश में पढ़ाई का सपना पूरा हो सका है। इन योजनाओं में पूरा खर्च सरकार स्वयं वहन कर रही है। उन्होंने कहा कि आज प्रत्येक जिले में मेडिकल कॉलेज एवं नर्सिंग कॉलेज स्थापित हो रहे हैं। राजस्थान में 89 विश्वविद्यालय संचालित हैं। घर के नजदीक ही शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए निजी सेक्टर को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री का आह्वानः बढ़ाएं सामाजिक संस्कार
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से नॉलेज के साथ सामाजिक संस्कार बढ़ाने के लिए भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि राजस्थानियों के संस्कार और संस्कृति महान है। हमें हमारे इतिहास को जानना चाहिए। प्रदेशवासी भारतीय संविधान की रक्षा करने और लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए संकल्प लें। नई पीढ़ी को अच्छा व्यवहार और सकारात्मक सोच सुपर्द करें।
राजस्थान डिजिटल यात्रा रवाना
मुख्यमंत्री ने राजस्थान डिजिटल यात्रा को झंडी दिखाकर रवाना किया। यह यात्रा हर जिले में पहुंचेगी। वहां पर आमजन से बातचीत कर आईटी से उनके जीवन में आए बदलावों की जानकारी लेगी। एक माह बाद रिपोर्ट तैयार कर राज्य सरकार को सौंपी जाएगी। इसी रिपोर्ट के आधार पर आगामी योजनाएं भी तैयार की जाएगी।
आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक को पीछे छोड़ देगा राजस्थान
प्रभारी मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि राज्य में आईटी का प्रयोग कर प्रदेश के हर वर्ग को लाभ पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। हम जल्द ही आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक जैसे राज्यों को पीछे छोड़ देंगे। सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री अखिल अरोड़ा ने डिजिफेस्ट-2022 की जानकारी देते हुए कहा कि जोधपुर में सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार की अपार संभावनाएं हैं। आज का दिन स्टार्टअप्स के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक दिन के रूप में याद रहेगा। सरकार की दूरगामी सोच और नवाचारों से राजस्थान के युवाओं ने देश-दुनिया में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।
जोधपुर फ्यूचर सेंटर ऑफ लर्निंग
नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्मार्ट गवर्नमेंट के सीईओ श्री जे.आर.के. राव ने कहा कि राजस्थान में तकनीक के जरिए राजकीय सेवाएं आमजन तक पहुंचाने का प्रयोग किया जा रहा है। इससे ई-गवर्नेंस में राजस्थान पूरे देश में सबसे आगे है। उन्होंने कहा कि मैं जोधपुर को फ्यूचर सेंटर ऑफ लर्निंग के रूप में देख रहा हूं। सामाजिक कार्यकर्ता श्री निखिल डे ने कहा कि राजस्थान में आईटी के जरिए लोगों को जोड़ने का काम किया जा रहा है। आगामी बजट के लिए आमजन से सुझाव लेने की पहल अनुकरणीय है।
समारोह में राजस्थान पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री राजेन्द्र सिंह सोलंकी, रीको निदेशक श्री सुनील परिहार, विधायक श्रीमती मनीषा पंवार, श्री महेन्द्र विश्नोई एवं श्री किशनाराम विश्नोई, महापौर श्रीमती कुन्ती देवड़ा परिहार, संभागीय आयुक्त श्री कैलाश चन्द मीना, जिला कलक्टर श्री हिमांशु गुप्ता सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि, अधिकारी, सूचना प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ एवं युवा वर्ग उपस्थित रहे।