विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। सिलिकोसिस संभावित मरीजों के स्वास्थ्य परीक्षण व जॉंच उपरान्त सिलिकोसिस प्रमाणीकरण के लिए खनन क्षेत्र में कार्य करने वाले , सेंड स्टोन से मुर्ति बनाने, पत्थर पीसकर पाउडर बनाने, भवन निर्माण का कार्य , कपास फेक्ट्री व पेेंसिल बनाने के उद्योग में कार्य करने वाले श्रमिकों के प्रमाणीकरण के लिए जिला कलेक्टर महोदय के निर्देशानुसार माह के प्रत्येक दिन आयोजित होने वाले सिलिकोसिस स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन दिनांक 26 अप्रेल को जिला क्षय निवारण केन्द्र में किया गया ।जिला सिलिकोसिस शिविर प्रभारी सुरेन्द्र चौधरी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा शुरु किये गये नवीन सिलिकोसिस पोर्टल के अन्तर्गत संभावित सिलिकोसिस मरीजों की पहचान व प्रमाणीकरण हेतु माह के प्रत्येक दिवस को संभावित सिलिकोसिस मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है। इसी क्रम में 26 अप्रेल को ई मित्र से आवेदन पश्चात जांच केन्द्र पर उपस्थित हुए 155 संभावित सिलिकोसिस पीड़ितों का स्वास्थ्य परीक्षण कर व सभी मरीजों के रेडियोग्राफर द्वारा एक्स रे करने के उपरान्त ऑनलाईन ही रेडियोलोजिस्ट की ओपिनियन व अग्रिम कार्यवाही हेतु भेजे गये । उन्होंने बताया कि रेडियोलोजिस्ट की टिप्पणी के आधार पर जो मरीज सिलिकोसिस रोग से ग्रसित पाया जाता है उस आवेदन को राज्य स्तर पर पदस्थापित रेडियो चिकित्सक को प्रेषित किया जाता है उनके द्वारा आवेदन स्वीकृत होने के उपरान्त राज्य सरकार द्वारा सिलिकोसिस योजना में स्वीकृत सहायता राशि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के माध्यम से विशेष योग्यजन निदेशालय जयपुर द्वारा सीधे मरीज के बैंक खाते में हस्तांतरित की जायेगी । जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ श्रवण राव ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा सिलिकोसिस सहायता योजना के अन्तर्गत संभावित पीड़ितों की स्क्रीनिंग, उपचार एवं प्रमाणीकरण के साथ उनके आश्रितों को सहायता एवं पुनर्वास किया जाता है । श्रमिकों को आर्थिक मदद के साथ साथ ऐसे कार्य स्थल एवं श्रमिकों की पहचान , पुनर्वास, बीमारी की रोकथाम व नियंत्रण के उपाय भी इस योजना के अन्तर्गत अपनाए जा रहे हैं । इसके साथ ही आज शिविर में आने वाले सभी श्रमिकों को राज्य सरकार द्वारा आयोजित किये जा रहे मंहगाई राहत शिविरों में राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ लेने हेतु पंजीकरण संबधित आवश्यक जानकारी भी प्रदान की गयी व अधिक से अधिक सरकारी योजनाओं का लाभ लेने हेतु प्रेरित किया गया ।