विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। नाबार्ड द्वारा बैंकर्स के लिए मंगलवार को कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें जिले में कार्यरत विभिन्न बैंक के प्रतिनिधिओ ने भाग लिया। कार्यशाला का उद्देश्य जिले में कृषि तथा सम्बंधित कृषि के विकास के लिए समय पर ऋण उपलब्ध करवाकर जिले में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग, लघु उद्योगों, पशुपालन, स्वयं सहायता समूह तथा संयुक्त देयता समूह को बढ़ावा देना रहा जिसके माध्यम से रोजगार सृजन हो सके तथा आय में वृद्धि हो । नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक मोहित चौधरी ने कार्यशाला में प्रेजेंटेशन के माध्यम से जिले में बैंकिंग नेटवर्क तथा आधार स्तरीय ऋण प्रवाह पर चर्चा करते हुए केंद्र तथा राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओ पर चर्चा की। मोहित चौधरी ने किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) के लाभों के बारे में बताते हुये भारत सरकार द्वारा अक्टूबर से शुरू किये जाने वाले ‘घर घर केसीसी अभियान’ के बारे में जानकारी देते हुए कहा की इस अभियान के तहत पीएम किसान सम्मान निधि प्राप्त करने वाले वो किसान जिन्होंने केसीसी का लाभ नहीं उठाया है उन्हें जोड़ा जायेगा। बैठक में मौजूद एलडीएम जीवन ज्योति ने कृषि तथा अनुषंगी गतिविधियों जैसे वेयरहाउस, कोल्ड स्टोरेज, प्रसंस्करण में दीर्घकालीन ऋण को प्रथमिकता देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा की बैंको के माध्यम से एफपीओ, स्वयं सहायता समूह को ज्यादा से ज्यादा ऋण दिया जाये तथा सामाजिक सुरक्षा योजनाओ जैसे प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत लोगो को जोड़ा जाये। कार्यशाला में विभिन्न बैंको से आये 45 बैंकर्स ने शिरकत की।