बच्चों का भविष्य संवारने समर्पित प्रयास करें  – अध्यक्ष, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग

विनय एक्सप्रेस समाचार,जयपुर। राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती संगीता बेनीवाल ने बच्चों के सर्वांगीण हितों को ध्यान में रखते हुए बाल विकास से संबंधित तमाम योजनाओं और कार्यक्रमों का बेहतर प्रचार-प्रसार करते हुए जरूरतमन्द बच्चाें को इनसे जोड़कर सुनहरा एवं सुरक्षित भविष्य सुलभ कराने का आह्वान किया है और कहा है कि इसके लिए समर्पित सेवा भावना के साथ बाल विकासोन्मुखी गतिविधियों में जुटने की आवश्यकता है।

आयोग अध्यक्ष ने गुरुवार को बांसवाड़ा जिले में आयोजित समीक्षा और संवाद कार्यक्रम में अधिकारियों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए यह आह्वान किया। उन्होंने खासकर बाल श्रम और बाल तस्करी की रोकथाम के लिए संचालित गतिविधियों की समीक्षा की और इनके बारे में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
श्रीमती बेनीवाल ने अधिकारियों से कहा कि बालकों के विकास एवं संरक्षण को लेकर संचालित गतिविधियों का बेहतर ढंग से क्रियान्वयन करते हुए उनके लाभ की सभी योजनाओं को बच्चों तक पहुचाएं और उन्हें विकास की मुख्य धारा से जोड़कर भविष्य संवारें।

बैठक में सदस्य डॉ. शैलेन्द्र पण्ड्या ने विभागवार योजनाओं की जानकारी ली और कहा कि वे जरूरतमंद बच्चों को चिह्नित कर उसका लाभ देने के लिए प्रभावी कार्ययोजना के साथ काम करने की जरूरत है। उन्होंने ग्राम स्तर पर संचालित बाल संरक्षण गतिविधियों को और अधिक प्रभावी एवं उपयोगी बनाए जाने तथा इनकी रफ्तार बढ़ाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित पोषण वाटिकाओं को और अधिक विकसित करने पर जोर दिया।
बैठक में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य डॉ. शैलेन्द्र पण्डया, शिव भगवान नागा,बांसवाड़ा जिला कलक्टर अंकित कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सिंह सागर, बाल अधिकार संरक्षण समिति के जिला अध्यक्ष दिलीप रोकड़िया सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण व स्वय सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधिगण उपस्थित थे।