व्यक्ति विशेष: स्मृतिशेष श्री सत्यानारायण रंगा जिन्होनें फुटबाॅल जगत में दिलाई बीकानेर को विशेष पहचान

विनय एक्सप्रेस समाचार, सिटी आलेख, बीकानेर। स्मृति शेष श्री सत्यनारायण रंगा (सेठभाई जी) पुत्र श्री शिव किशन जी रंगा जो 1952 के दर्शन मे फुटबॉल जगत में एक अलग ही पहचान थी, जो 1955 के दशक में रेलवे की टीम से डब्बाली हरियाणा मे गोलकीपर के रूप में खेले, उसमे अपनी टीम को जीत दिलाकर बीकानेर का नाम रोशन किया । सत्यनारायण जी रंगा के खेल गुरु उनके काका अम्बिका दत्त जी रंगा थे,उनके सानिध्य मे खेलना शुरू किया राजस्थान क्लब में गोलकीपर पर रहे।

जिसमे 1958 मे पंजाब पुलिस को हराकर खिताब जीता बीकानेर में जब पुष्करणा समाज के टूर्नामेंट होते थे, तब पुष्करणा स्टेडियम में अपनी जोहर दिखा रहे थे, बीकानेर मे बीकानेर स्पोर्टनिंग, पाटा घजट, की टीमें मे गोलकीपर के रूप मे खेले ओर फुटबॉल ही उनकी जिंदगी थी । राजस्थान व हरियाणा मे अनेक टूनामेंट खेले । सत्यनारायण जी भारतीय तिथि अनुसार आषढ़ कृष्ण अष्टमी 30 जून 2013 में दुनिया को अलविदा कह गए। टीम विनय एक्सप्रेस के साथ उनके पुत्र श्री लक्ष्मी कांत रंगा ने अपने अनुभव साझा किए।टीम विनय एक्सप्रेस श्री सत्यनारायण रंगा को उनकी 8वीं पुण्यतिथि पर उन्हें सादर नमन करती हैं एवं भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करती है।