विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। जिला परिवहन कार्यालय बीकानेर के मुख्य भवन के बाहर दिव्यांगों,असहाय एवं बुजुर्गों के लिये बना एक मात्र रेम्प वाला गेट बिना किसी सूचना के बन्द पड़ा है।जिससे निशक्त जन,बुजुर्ग व असहाय लोग अपने वाहन सम्बन्धी काम से अधिकारियों तक नही पहुंच पाते।ज्ञात हो कि प्रमुख अधिकारी आरटीओ, एवं तीन डीटीओज का ऑफिस इसी भवन में हैं और अपने ड्राईविंग लाईसेंस, निजी वाहनों आदि के काम के सिलसिले में प्रतिदिन लम्बी दूरी से दस-पंद्रह लोग ऐसे आते हैं जो वैशाखी,ट्राई गूलर अथवा घुटनो के बल चलकर जिला परिवहन कार्यालय पहुँचते हैं। जिन्हें आवेदन स्वीकृत कराने अथवा अपनी समस्या बताने हेतु अधिकारियों तक भी जाना पड़ता हैं। लेकिन जिला परिवहन अधिकारी के कक्ष की ओर बना रैम्पयुक्त चैनल गेट लंबे समय से बंद होने के कारण ये लोग अकारण ही भीषण गर्मी में भूखे-प्यासे इधर-उधर भटकते रहते हैं। लेकिन जिला परिवहन कार्यलय में इनके लिए व्हिल चैयर तो दूर की बात बैठने व पीने के जल तक की व्यवस्था नहीं।आज महाजन से आया एक दिव्यांग जन युवक अपना अशक्त यान चलाने का ड्राईविंग लाइसेंस बनवाने हेतु मुख्य चौराहे से घुटनों व हाथो के सहारे चलते हुए मुख्य भवन तक भटकता रहा। लेकिन विभागीय साइट नहीं चलने के कारण वह ऑन लाइन ड्राईविंग लाईसेंस का अपना आवेदन करने के लिए चक्कर लगाता रहा। हालांकि डीटीओ के पास पीड़ित दिव्यांग व्यक्ति को भेजने पर रैम्प गेट पर जड़ा ताला खुलवाया गया और ड्राईविंग लाईसेंस के आवेदन में सहयोग दिया गया।इस संदर्भ में बीकानेर के राष्ट्रीय आरटीआई एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष एडवोकेट हनुमान प्रसाद शर्मा ने डीटीओ जुगल माथुर को दिव्यांग युवक की समस्या से अवगत करवाया और दिव्यांग एवं बुजुर्ग लोगो के लिए बने रैम्प को नियमित खुला रखने का अनुरोध किया।