लूणकरणसर के राजकीय उमावि में शिक्षक दिवस पर आयोजित हुआ शिक्षक अलंकरण समारोह
विद्यालय के पूर्व छात्रों ने आयोजित किया कार्यक्रम, पूर्व गृह राज्य मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल रहे मुख्य अतिथि
विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर-लूणकरणसर। पूर्व गृृह राज्य एवं परिवहन मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल ने कहा कि शिक्षक सभ्य समाज के निर्माण की मुख्य धुरी है। लूणकरणसर विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्र से इन वर्षों में बहुत प्रतिभाएं निकलकर सामने आईं। यहां के शिक्षकों के योगदान की बदौलत गांव के शिक्षित युवा प्रशासनिक सेवाओं तक में उच्च पदों पर आसीन हुए है। बेनीवाल रविवार को कस्बे के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित शिक्षक अलंकरण समारोह को संबोधित कर रहे थे।
शिक्षक दिवस पर आयोजित इस अलंकरण समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल ने देश के पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन को नमन किया। बेनीवाल ने कहा कि उनके पिता पूर्व मंत्री भीमसेन चौधरी ने भी राज्य में विभिन्न स्थानों पर शिक्षा हासिल करने के बाद बीकानेर में एक शिक्षक के रूप में सेवा कार्य की शुरूआत की और फिर तहसील सरपंच से लेकर राज्य के उद्योग मंत्री तक पद पर रहे और न केवल लूणकरणसर बल्कि बीकानेर जिले के गांवों में शैक्षणिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। पूर्व मंत्री बेनीवाल ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मार्गदर्शन में कोरोना काल के दौरान जिन कोरोना वॉरियर्स की बदौलत हमनेें इस महामारी को हराने में पूरे देश में मिसाल कायम की, उनमें शिक्षक समुदाय भी शामिल था। उन्होंने कहा कि शिक्षक शब्द अपने आप में व्यापक है, प्रथम गुरू माता, इसके बाद विद्यालय में पढ़ाने वाले शिक्षक होते हैं तो गांव में बैठी महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां देने वाली आंगनबाड़़ी कार्यकर्ता और आषा सहयोगिनी भी उसके लिए शिक्षक की ही भूमिका में रहती है। लूणकरणसर के राजकीय बालिका उमावि की ओर से हाल ही में केबल नेटवर्क पर कक्षाओं का संचालन संबंधी किए गए नवाचारों की सराहना की और कहा कि शिक्षकों ने गांवों में मन से सेवा की है और आज इसी का नतीजा है कि लूणकरणसर के हर गांव में युवा शिक्षित बना और सरकारी एवं निजी क्षेत्र में अपनी भूमि का नाम रोशन कर रहा है।
सेवानिवृत कृषि अधिकारी मामराज सहारण की अध्यक्षता में आयोजित हुए शिक्षक अलंकरण समारोह के विशिष्ट अतिथि कर्मचारी नेता महेश व्यास ने कहा कि गुरू की सेवा ईश्वर से भी बड़ी सेवा है। शिक्षक हमारा जीवन बनाते हैं, इसलिए उनका हर हाल में सम्मान करें। एक बच्चे को संस्कारवान बनाने में गुरू का बहुत बड़ा योगदान रहता है। व्यास ने कहा कि शिक्षक समाज के हितों के सुरक्षा को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पूर्ण संवेदनशीलता रखते हैं। उन्होंने कहा कि गांवों में नियुक्त शिक्षक अपनी पूर्ण निष्ठा से काम कर रहे हैं, इसके लिए वे साधवाुद के पात्र है।
समारोह के विषिष्ट अतिथि राजस्थान शासन सचिवालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मेघराज पंवार ने कहा कि कोरोना काल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा किया हैल्थ मैनेजमेंट पूरे देश में नजीर बना और इस सफलता के पीछे गांव में नियुक्त उस हर शिक्षक का योगदान है, जिसने आमजन में इस महामारी से रोकथाम के प्रति जागरूकता फैलाई। पंवार ने पूर्व मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल द्वारा शासन सचिवालय में कर्मचारी हितों के लिए किए गए पूर्ववर्ती कार्यों का जिक्र करते हुए उन्हें साधुवाद दिया।
समारोह के विशिष्ट अतिथि लूणकरणसर पंचायत समिति के पूर्व प्रधान गोविन्दराम गोदारा ने कहा कि वे भी इसी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थी रहे हैं, जिसके प्रांगण में आज यह समारोह हो रहा है। शिक्षक दिवस पर यहां के पूर्व छा़त्रसार्थियों द्वारा आयोजित किया गया शिक्षक अलंकरण समारोह अपने आप में एक काबिलेतारीफ पहल है। पूर्व प्रधान गोदारा ने कहा कि लूणकरणसर क्षेत्र के गांव-ढाणी तक शैक्षिक विकास में प्रातः स्मरणीय भीमसेन चौधरी और वीरेन्द्र बेनीवाल सरीखे जनप्रतिनिधियों का अभूतपूर्व योगदान मिला, जिसकी बदौलत आज यहां के युवा शिक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में अपनी मातृभूमि का नाम रोशन कर रहे हैं।
समारोह में विशिष्ट अतिथि बीकानेर पंचायत समिति के प्रधान लालचंद आसोपा ने संबोधित करते हुए कहा कि व्यक्ति अपने जीवन में जिस क्षेत्र में जाता है, वहां सफलता की राह तक उसे एक शिक्षक ही लेकर जाता है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक क्षेत्र में उनके शिक्षक की भूमिका के रूप में पूर्व मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल हैं, जिन्होंने जनसेवा का मार्ग दिखाया।
कार्यक्रम में विषिष्ट अतिथि किसान नेता शिवदान मेघवाल ने महात्मा ज्योतिबा फूले को याद करते हुए उनके संस्मरण सुनाए। उन्होंने कहा कि शिक्षक राष्ट्र का निर्माता होता है, वर्तमान पीढ़ी को चरित्रवान बनाने में शिक्षकों की भूमिका रहेगी और इस दिशा में बहुत कठिन परिश्रम करने की आवश्यकता है। समारोह में विशिष्ट अतिथि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक देवेन्द्र चौधरी ने कहा कि कोरोना काल में गांव-ढाणी तक शिक्षक समुदाय ने विभाग के स्टॉफ का जो सहयोग किया, वह अविस्मरणीय रहेगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कारवान बनाना भी बहुत जरूरी है और यह काम एक शिक्षक ही संभव कर सकता है।
राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष प्यारेलाल चौधरी ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षक संस्कारवान नई पीढी का निर्माण करते हैं। समारोह को विशिष्ट अतिथि सेवानिवृत प्रशासनिक अधिकारी हुलासीराम प्रजापत, कृषि वैज्ञानिक डॉ. के.के.सिंह, शिक्षाधिकारी रेवंतराम पड़िहार व सेवानिवृत अधिकारी इब्राहिम खां व सीए रितु नौलखा ने भी संबोधित करते हुए शिक्षक की महत्ता पर प्रकाश डाला।
आयोजन कमेठी के श्रीराम गोदारा, इमीचन्द कूकना, विक्रम बेनीवाल, रामनिवास गोदारा, राकेश गोदारा, बलबंत सारण, विकास गोदारा, विकास रोझ, बुधराम धेतरवाल, के.पी. सिंह सहित सभी कार्यकर्ताओ का पूर्व मन्त्री बेनीवाल ने आभार जताया ।