जोधपुर सिटी नॉलेज एंड इनोवेशन क्लस्टर के शुभारंभ से हम आत्मनिर्भर, समृद्ध और सम्पन्न भारत की ओर आगे बढ़ सकेंगे : राज्यपाल

उप राष्ट्रपति ने दी युवाओं को सलाहः रिफार्म -परफॉर्म -ट्रांसफॉर्म

भारत में तकनिकी शिक्षा मातृभाषा में होनी चाहिए : उप राष्ट्रपति

विनय एक्सप्रेस समाचार, जोधपुर।  उप राष्ट्रपति श्रीमान वैंकेया नायडू ने मंगलवार 29 सितम्बर को आईआईटी जोधपुर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऑफ थिंग्स (।प्व्ज्) प्रयोगशाला का शिलान्यास किय तथा आईआईटी में पौधरोपण भी किया।


इसके बाद उन्होंने जोधपुर सिटी नॉलेज एंड इनोवेशन क्लस्टर का उद्घाटन किया और आईआईटी में प्रदर्शनी का अवलोकन किया। माननीय उप राष्ट्रपति महोदय ने आईआईटी जोधपुर के छात्रों और शिक्षकों के साथ भी संवाद किया।
राज्यपाल कलराज मिश्र महोदय ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज माननीय उप राष्ट्रपति द्वारा आईआईटी जोधपुर में रखी गयी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऑफ थिंग्स (।प्व्ज्) प्रयोगशाला की नीव जोधपुर शहर के भावी विकास को सतत और संतुलित बनाएगी। उन्होंने कहा की ज्ञान और आधुनिक शिक्षा का प्रमुख उद्देश्य है कि किस प्रकार शहरों की बढ़ती हुई जरूरतों को देखते हुए संतुलन के साथ विकास की ओर बढ़ा जाए।


कार्यक्रम में उप राष्ट्रपति श्री वैंकय्या नायडू ने आईआईटी जोधपुर परिसर में किये नवाचारों को सराहा। उन्होंने प्रदर्शनी में छात्रों द्वारा बनाये गए पारम्परिक उत्पादों में आधुनिक तकनीक के प्रयोग की भी प्रशंसा की। श्री वैंकेया नायडू ने तकनीकी शिक्षा को मातृभाषा में पढ़ाये जाने पर विशेष बल दिया । उन्होंने कहा कि यदि मातृभाषा हमारी आँख है तो अन्य भाषाएं हमारे लिए चश्मे के सामान है, जो हमें एक अलग दृष्टिकोण देती है। आर्टिफिशल इंटेलिजेंसी आने वाले समय की सबसे बड़ी आवशयकता होगी। उन्होंने कहा की विज्ञानं और तकनीक मानव जीवन में यथोचित बदलाव लाने के लिए अति आवश्यक है , किन्तु इसके लिए हमें प्रकृति का सम्मान करना चाहिए और प्राकृतिक संरक्षण के साथ विकास की ओर बढ़ना चाहिए। श्री वैंकया नायडू ने कहा की आज की युवा पीढ़ी को चार बिंदुओं को महत्व्व देना चाहिए : प्रकृति का सम्मान, मातृभूमि का सम्मान, जन्मभूमि का सम्मान और मातृभाषा का सम्मान। आर्टिफिशल इंटेलेजन्स के विषय पर उन्होंने कहा की यह तकनीक मानव जीवन में बड़ा परिवर्तन ला सकती है , जो हमारे जीवन को सुगम और समृद्ध बना सकता है। उन्होंने कहा की आर्टिफिशल इंटेलिजेंसी का प्रयोग कृषि , शिक्षा , चिकत्सा, गवर्नेंस , प्रशासनिक क्षेत्रों में लाभकारी सिद्ध होगा। कार्यक्रम के दौरान कोविड प्रोटोकॉल की पूर्णत पालना की गयी।इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल माननीय कलराज मिश्र , ऊर्जा, जल संसाधन, कला व संस्कृति मंत्री श्री बी डी कल्ला , आईआईटी निदेशक शांतनु चौधरी, एम्स निदेशक डॉ संजीव मिश्रा, महापौर उत्तर श्रीमति कुंती देवडा , महापौर दक्षिण श्रीमति वनिता सेठ, संभागीय आयुक्त डॉ राजेश शर्मा , जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह, मंडल रेल प्रबंधक सुश्री गीतिका पांडे उपस्थित थी।
आईआईटी के कार्यक्रम के पश्चात माननीय उपराष्ट्रपति महोदय ने सर्किट हाउस पहुंचकर माननीय राज्यपाल कलराज मिश्र की पुस्तक ‘संविधान, संस्कृति और राष्ट्र’ का लोकर्पण किया। प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार माननीय उप राष्ट्रपति महोदय 29 सितम्बर को बीएसएफ हेड क़्वार्टर, जोधपुर के कार्यक्रम में भाग लेंगे व अधिकारियों से रूबरू होंगे तथा काजरी में प्रातः 11.30 बजे होने वाले कार्यक्रम भी भाग लेंगे।