मानसिक रोगियों के प्रति फैली गलत धारणाओं को दूर किया जाए : मानसिक रोग का वैज्ञानिक पद्धति से उपचार संभव

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। पीबीएम हॉस्पिटल के मानसिक एवं नशा मुक्ति विभाग में चल रहे सात दिवसीय मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह के तहत शुक्रवार को मानसिक रोग एवं नशा मुक्ति विभाग में जन जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया।


अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश एवं सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण मनोज कुमार गोयल की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष डॉ. हरफूल सिंह बिश्नोई, सह-आचार्य श्रीगोपाल गोयल, सह-आचार्य डॉ. राकेश गढ़वाल, डॉ. निशांत चौधरी, डॉ. संगीता हटीला, चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवानंद खरोलिया, डॉ. मुरलीधर स्वामी एवं स्टॉफ, मानसिक रोगियों के परिजन शामिल हुए।


मनोज कुमार गोयल ने मानसिक रोग से पीड़ित व्यक्तियों के अधिकारों एवं कानूनी सहायता के बारे में जानकारी दी एवं वर्तमान समय में मानसिक रोगी सही इलाज प्राप्त करने के लिए किस प्रकार कानून की सहायता ले सकते हैं, इस बारे में बताया। साथ ही मानसिक स्वास्थ्य देखरेख अधिनियम 2017 के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस बिल के तहत हर मानसिक रोगी को स्वयं पर होने वाले इलाज, इलाज की सम्पूर्ण प्रकिया एवं अपने बारे में सभी प्रकार के निर्णय लेने के लिए उत्तरदायी व्यक्ति का निर्धारण करने का अधिकार होगा।

उन्होंने मानसिक रोगियों के लिए आमजन को संवेदनशील होने की प्रेरणा दी। विभागाध्यक्ष डॉ. हरफूल सिंह विश्नोई ने कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी और बताया कि मानसिक रोग मस्तिष्क के रसायनों में होने वाले असंतुलन की वजह से होते हैं, जिसके फलस्वरूप विभिन्न प्रकार के मानसिक लक्षण उत्पन्न होते हैं तथा शारीरिक रोगों की तरह मानसिक रोगों का भी वैज्ञानिक पद्धति से ईलाज संभव है। उन्होंने मानसिक रोगों से संबंधित समाज में व्याप्त विभिन्न अंधविश्वासों एवं गलत धारणाओं पर प्रकाश डाला। सह-आचार्य डॉ.श्रीगोपाल गोयल ने विभिन्न मानसिक रोगों और उनके लक्षणों के बारे में बताया और मानसिक रोगियों के साथ समाज में होने वाले भेद-भावों तथा मानसिक रोगों के जुड़ी विभिन्न भ्रान्तियों के बारे में जानकारी दी।