विनय एक्सप्रेस समाचार, नई दिल्ली। टी-20 सीरीज में न्यूजीलैंड के खिलाफ क्लीन स्वीप करने के बाद आत्मविश्वास से लबरेज टीम इंडिया की निगाहें अब टेस्ट सीरीज पर हैं। भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहला टेस्ट मैच आगामी 25 नवंबर से कानपुर में खेला जाएगा। आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के तहत इस श्रृंखला का आयोजन किया जा रहा है, जिसके तहत न्यूजीलैंड की टीम कानपुर और मुंबई में टेस्ट मैच खेलेगी। कानपुर टेस्ट में टीम इंडिया के युवाओं के पास अपने टैलेंट को दिखाने को पूरा मौका होगा, क्यूंकि भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली और टी-20 कप्तान रोहित शर्मा इस मैच में नहीं खेलेंगे। इस मैच में भारतीय टीम की कमान अजिंक्य रहाणे के हाथ में होगी।
दोनों टीमों की मजबूत गेंदबाजी
भारतीय टीम की बात करें तो इस टीम का गेंदबाजी संतुलन खासा बेहतर है। जहां एक तरफ टीम में इशांत शर्मा और रविचंद्रन अश्विन जैसे अनुभवी गेंदबाज हैं, वहीं दूसरी तरफ प्रसिद्ध कृष्णा, उमेश यादव और मोहम्मद सिराज और अक्षर पटेल की चौकड़ी न्यूजीलैंड के खिलाफ घातक साबित हो सकती है। वहीं अगर न्यूजीलैंड की बात करें तो स्क्वॉड में कायल जेमिसन, नील वैगनर, ईश सोढ़ी और टिम साउथी जैसे अनुभवी गेंदबाज हैं, जो कभी भी मैच का रुख पलट सकते हैं।
ओपनर्स पर रहेगी जिम्मेदारी
विराट कोहली और रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में लोकेश राहुल और शुभमन गिल को बतौर ओपनर रन बनाने की जिम्मेदारी मिल सकती है। हालांकि स्क्वॉड में मयंक अग्रवाल भी शामिल हैं, ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि टीम इंडिया किन दो ओपनर्स के साथ मैदान पर उतरेगी।
अनुभवी मध्यक्रम संभालेगा टीम की बागड़ोर
मध्यक्रम में टीम इंडिया के पास चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे जैसे अनुभवी बल्लेबाज हैं। इन दोनों ही बल्लेबाजों ने टेस्ट क्रिकेट में क्रमशः 39.63 और 45.41 की शानदार औसत से रन बनाये हैं। पुजारा ने 90 टेस्ट मैचों में 6,494 रन, जबकि रहाणे ने 4,756 रन बनाये हैं। ओपनर्स के बाद टीम को एक बड़े लक्ष्य की ओर ले जाने की इन दोनों बल्लेबाजों के कंधो पर होगी। इसके बाद टीम में विकेटकीपर के रूप में रिद्धिमान साहा को शामिल किया गया है। साहा के नाम टेस्ट में 1,200 से अधिक रन दर्ज हैं। दूसरी तरफ अगर न्यूजीलैंड की बात करें तो टीम में केन विलियमसन और रॉस टेलर जैसे दिग्गज बल्लेबाज हैं, जो किसी भी टीम के गेंदबाजी आक्रमण की धज्जियां उड़ा सकते हैं। दोनों ही बल्लेबाजों ने टेस्ट क्रिकेट में 7,000 से अधिक रन बनाये हैं। इसके अलावा टीम में टॉम लेथम के रूप में शानदार बल्लेबाज उपलब्ध है, जो टीम के मध्यक्रम को और मजबूती देगा।
अश्विन बन सकते हैं भारत के तीसरे सबसे सफल गेंदबाज
टीम इंडिया के पास ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के रूप में माहिर और चतुर गेंदबाज है। अश्विन इस श्रृंखला में पूर्व दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। अश्विन के नाम टेस्ट क्रिकेट में 413 विकेट हैं और वह हरभजन के रिकॉर्ड की बराबरी करने से महज 4 विकेट दूर हैं। इसके अलावा अश्विन पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव के 434 विकेटों के रिकॉर्ड से सिर्फ 21 विकेट दूर हैं। अश्विन इस मैच में वसीम अकरम का भी रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं, ऐसा करने से वह महज 1 विकेट दूर हैं।
कानपुर में 38 साल से टीम इंडिया ‘अजेय’
उपरोक्त आंकड़ों के अलावा कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में भी टीम इंडिया का रिकॉर्ड शानदार है। टीम इंडिया ने ग्रीन पार्क में पिछले छह टेस्ट मैचों में 5 में जीत हासिल की है। भारत को आखिरी बार वर्ष 1983 में वेस्टइंडीज ने मात दी थी। इस मैदान पर 38 साल से भारतीय टीम अजेय है। कानपुर के ऐतिहासिक ग्रीन पार्क स्टेडियम में भारतीय टीम ने कुल 22 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें से भारत ने सात टेस्ट मैच जीते है, जबकि तीन मुकाबले हारे हैं, बाकी 12 मुकाबले ड्रॉ पर छूटे हैं। भारत और न्यूजीलैंड के बीच इस मैदान पर कुल तीन मैच हुए हैं, इनमें से भारत ने दो मुकाबले जीते हैं और एक ड्रॉ रहा। आखिरी बार इस स्टेडियम में भारत ने आखिरी टेस्ट मैच वर्ष 2016 में न्यूजीलैंड के खिलाफ ही खेला था। टीम इंडिया ने इस मुकाबले को 197 रनों से जीता था।