कृषि विज्ञान केन्द्र में हुआ किसान मेले का आयोजन

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। कृषि विज्ञान केन्द्र, अठियासन, नागौर में मंगलवार को आजादी का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत ‘‘किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी‘‘ अभियान के तहत जिला स्तरीय किसान मेले का आयोजन किया गया।

इस दौरान कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर पीयूष समारिया ने कहा कि आजकल लोगों का रूझान मोटे अनाज की तरफ बढा है। उन्होंने किसानों से मिट्टी के स्वास्थ्य को सुधारने, सरकारी योजनाओं के बारे में जागरूक रहने एवं उनका लाभ लेने की बात भी कही। कार्यक्रम में उपनिदेशक कृषि (विस्तार) हरीश मेहरा ने वर्षा जल का संग्रहण करने तथा आधुनिक तकनीकों से जल बचत कर जल स्तर को बनाए रखने का संदेश दिया। साथ ही यह भी बताया कि किसानों द्वारा राजस्थान में सबसे ज्यादा फार्म पौण्ड नागौर जिले में बनवाए गए हैं।


कृषि एवं पदेन परियोजना निदेशक, आत्मा, के उपनिदेशक महेश शर्मा ने प्राकृतिक खेती को बढावा देने के लिये आत्मा के प्रयासों के बारे में बताया तथा किसानों को कृषि विज्ञान केन्द्र से सलाह लेकर खेती-बाड़ी करने की प्रेरणा दी। निदेशक अखिल भारतीय रेडियो महिपाल कुमार ने किसानों को बुधवार के लाइव फोन-इन प्रोग्राम को सुनने एवं कृषि विशेषज्ञों से सीधे सम्पर्क कर अपनी समस्या का समाधान लेने की बात कही। वहीं किसानों को तकनीकी रूप से सशक्त रहने की सलाह भी दी।
डी.डी.एम. नाबार्ड मोहित चैधरी ने किसानों को नाबार्ड द्वारा दी जाने वाली विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की। कृषि विज्ञान केन्द्र की गृह वैज्ञानिक भावना शर्मा ने खाद्य प्रसंस्करण को उद्यम के रूप में अपनाने पर जोर दिया। साथ ही यह भी बताया कि सरकार द्वारा खाद्य प्रसंस्करण से जुड़े उद्यमों हेतु कई योजनाएं संचालित है। शस्य वैज्ञानिक डॉ. हरिराम चैधरी ने तिलहन, बाजरा एवं बायो-फॉर्टिफाइड फसलों से संबंधित जानकारी दी। इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरूआत में कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. गोपीचन्द सिंह ने मेले की थीम एवं उद्देश्य के बारे में सभी को अवगत कराया एवं जैविक खेती को बढावा देने पर जोर दिया तथा पेड़-पौधों के महत्व के बारे में बताया। केन्द्र की प्रसार शिक्षा विशेषज्ञ डॉ. निधि ने कार्यक्रम का संचालन किया। किसान मेले के अवसर पर आधुनिक कृषि तकनीकी, ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर, मूल्य संवर्धित उत्पाद आदि की प्रदर्शनी लगाई गई। इस मौके पर किसान, किसान महिलाएं, ग्रामीण युवा, कृषि विभाग के पदाधिकारी सहित कुल 415 प्रतिभागियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।