विनय एक्सप्रेस समाचार, नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दुनिया के सभी क्षेत्रों में तकनीक का इस्तेमाल बढ़ने का हवाला देते हुए भारत के उच्च शिक्षण संस्थानों को इन बदलावों को तेजी से अपनाए और भविष्य की जरूरत के लिहाज से नई पीढ़ी को तैयार करने को कहा है। केंद्रीय शिक्षा प्रधान बुधवार को दो दिनों से चल रहे विजिटर कांफ्रेंस के समापन मौके पर देश के केंद्रीय उच्च शिक्षण संस्थानों के प्रमुखों को संबोधित कर रहे थे।
केंद्रीय मंत्री ने दो दिनी विजिटर कांफ्रेंस के समापन सत्र को किया संबोधित
उन्होंने उच्च शिक्षण संस्थानों से यह भी आह्वान किया कि वह छात्रों को कुछ इस तरह से तैयार करें कि आने वाले दिनों में वह नौकरी पाने वाले नहीं बल्कि नौकरी देने वाले बनें। इसके लिए जरूरी वह है कि भविष्य की इन संभावनाओं को तलाशे और इस दिशा में एक व्यापक नजरिए से काम करें। प्रधान ने कहा कि दुनिया में वैसे भी तेजी से बदलाव का दौर चल रहा है। ऐसे में जरूरी है कि हम भी उन बदलावों के लिए खुद को तैयार रखें। इस बीच उन्होंनें ऐसे तकनीकी बदलावों का भी जिक्र किया, जिसके जरिए देश ने विकास की एक नई ऊंचाई हासिल की है। इनमें यूपीआई, डीबीटी ( डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर) और आधार जैसी पहल शामिल है।
संस्थानों से कहा कि वह छात्रों को नौकरी पाने वाला नहीं बल्कि नौकरी देने वाला बनाए
प्रधान ने सभी उच्च शिक्षण संस्थानों के प्रमुखों से कहा कि वह पूर्व छात्रों के अपने नेटवर्क को और मजबूत करें। साथ ही भारत में अध्ययन के कार्यक्रम सहित भारत में शिक्षा को वैश्विक स्वरूप देने के किए जा रहे प्रयासों को भी गति दें। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बदलावों को भी तेजी से लागू करने पर जोर दिया। गौरतलब है कि विजिटर कांफ्रेस की शुरूआत मंगलवार को राष्ट्रपति के संबोधन के साथ हुई थी। इस मौके पर करीब 50 केंद्रीय उच्च शिक्षण संस्थानों के प्रमुख फिजिकली शामिल हुए थे, जबकि करीब सौ संस्थानों के प्रमुख वर्चुअल इस कार्यक्रम से जुड़े थे।