विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य महाश्रमण अपने चार दिवसीय गंगा शहर प्रवास के पश्चात डूंगर महाविद्यालय प्रशासन एवं महिला मंडल बीकानेर के विशेष निवेदन पर पूर्व निर्धारित विहार मार्ग में परिवर्तन करते हुए अपनी धवल सेना तथा विशाल श्रावक समुदाय के साथ डूंगर महाविद्यालय पहुंचे जहां नवीनीकृत ‘आचार्य महाश्रमण ध्यान – योग केंद्र’ जैनोलॉजी विभाग में आचार्य प्रवर के मंगल प्रवेश के साथ ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी के कर कमलों से आचार्य महाश्रमण ध्यान – योग केंद्र का लोकार्पण कार्यक्रम हुआ।
ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी, महाविद्यालय प्राचार्य डॉ जीपी सिंह, महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती प्रेम नौलखा एवं जैनोलॉजी विभाग प्रभारी डॉ बबीता जैन के द्वारा आचार्य महाश्रमण जी का भाव भीना अभिनंदन कर उन्हें अभिनंदन पत्र भेंट किया गया।
ऊर्जा मंत्री ने अपने संबोधन में जैनोलॉजी विषय प्रारंभ करवाने तथा आचार्य महाश्रमण को समर्पित ध्यान योग केंद्र का निर्माण करवाने में महिला मंडल बीकानेर का साधुवाद ज्ञापित किया। श्रीमती प्रेम नौलखा ने पूज्य गुरुदेव तथा मंत्री भाटी का आभार ज्ञापित किया।
डॉ जीपी सिंह ने अपने स्वागत संबोधन में महाविद्यालय की विशाल छात्र संख्या को देखते हुए संस्कार निर्माण के दृष्टिकोण से जैनोलॉजी विषय की उपादेयता पर बल दिया। आचार्य श्री ने अपने प्रेरणा पाथेय में जैनोलॉजी विषय के माध्यम से युवाओं में संस्कार निर्माण, आत्मिक ऊर्जा के उन्नयन एवं अध्यात्म के प्रति जागृति लाने के प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया।
इस अवसर पर जैन समाज के श्रावक समुदाय के साथ ही काॅलेज शिक्षा के सहायक निदेशक डॉ. राकेश हर्ष, वरिष्ठ संकाय सदस्य डॉ. इंद्र सिंह राजपुरोहित, डॉ. नरेंद्र नाथ, डॉ. एम. डी. शर्मा, डॉ. सुरेंद्र पाल मेघ, डॉ. राजेश भाकर, डॉ. अर्चना पुरोहित, डॉ. बबिता जैन तथा डॉ. सोनू शिवा सहित बड़ी संख्या में संकाय सदस्य एवम विद्यार्थी उपस्थित रहे।